जयपुर. राज्य सरकार ने परकोटा वासियों को 2014 में जो सपना दिखाया था, वो अब 2020 में पूरा होने गया है. आज से जयपुर मेट्रो का संचालन शुरू होगा. और इस बार मेट्रो मानसरोवर से बड़ी चौपड़ तक दौड़ेगी. सीएम अशोक गहलोत आज भूमिगत मेट्रो का दोपहर 12 बजे वर्चुअल उद्घाटन कर भूमिगत मेट्रो को जनता के लिए सौंपा. अब जयपुर मेट्रो के 9 की बजाय 11 स्टेशन हो गए हैं.
कोरोना महामारी के चलते मेट्रो सफर के लिए कई तरह के बदलाव किए गए हैं. मेट्रो में सफर करने वाले को टिकट या कॉइन नहीं दिया जाएगा. इसके लिए कोई भी यात्रि काउंटर से स्मार्ट कार्ड खरीद सकता है. जानकारी के मुताबिक मानसरोवर से बड़ी चौपड़ तक का किराया 22 रुपए रखा गया है.
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हालांकि, परकोटे के दोनों मेट्रो स्टेशन छोटी चौपड़ और बड़ी चौपड़ पर वाहनों को रखने के लिए पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई है. वहीं बड़ी चौपड़ स्टेशन के आगे क्रॉस ओवर पॉइंट भी नहीं बनाया गया. जिसका खामियाजा खुद मेट्रो को भुगतना पड़ सकता है.
2014 में शुरू हुए मेट्रो फेस वन बी के निर्माण का कार्य मार्च 2018 में पूरा होना था. लेकिन इसके ढाई साल बाद ये काम पूरा हो पाया है. इसके निर्माण में 1 हजार 126 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. लेकिन इसका फायदा शहर की आम जनता को इस तरह मिलेगा कि अब महज 26 मिनट में 11.3 किलोमीटर का सफर तय कर पाएंगे, और इसका शुल्क भी महज ₹22 है.
जयपुर मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को फेस वन बी पार्ट से राजस्व बढ़ोतरी की भी बड़ी उम्मीद है. मेट्रो में फिलहाल 21 हजार यात्री सफर कर रहे थे. अब अनुमान लगाया जा रहा है कि ये आंकड़ा बढ़कर 45 हजार होगा. लेकिन मेट्रो प्रशासन ने कुछ खामियां छोड़ी हैं, जिसकी वजह से 45 हजार के इस आंकड़े को छूना एक चुनौती लग रहा है.
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दरअसल, परकोटे में बने दोनों ही मेट्रो स्टेशन पर पार्किंग की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है. यही नहीं चांदपोल से बड़ी चौपड़ के बीच दोनों तरफ से मेट्रो का संचालन करने के लिए, बड़ी चौपड़ स्टेशन के आगे क्रॉस ओवर पॉइंट बनाया जाना था. ताकि एक ही समय पर ट्रेन का मूवमेंट दोनों लाइन पर किया जा सके. लेकिन यहां क्रॉस ओवर का निर्माण नहीं किया गया. नतीजन एक समय पर एक ही ट्रेन का मूवमेंट हो पाएगा. जिसके चलते यात्री को करीब 20 मिनट का इंतजार करना पड़ेगा.
जयपुर मेट्रो का इस्तेमाल शहरवासी कम दाम और कम समय में लंबी दूरी तय करने के लिए करते हैं. लेकिन पार्किंग की सुविधा नहीं मिलने और बड़ी चौपड़ से मानसरोवर तक पहुंचने में इंतजार के 20 मिनट और जोड़ने पड़े, तो शहर वासियों का फुटफॉल बढ़ने पर आशंका के बादल ही मंडरा रहे हैं.