जयपुर. प्रशासन शहरों के संग अभियान को 3 सप्ताह बीत गए हैं. लेकिन अब तक अभियान से जुड़े कोई संतुष्टि पूर्ण आंकड़े सामने नहीं आए हैं. राज्य सरकार ने अभियान के पहले दिन 1 लाख पट्टे वितरित करने के लिए संभागवार टारगेट सेट किया था. लेकिन 3 सप्ताह बाद भी उस टारगेट के इर्द-गिर्द भी नहीं पहुंच पाए हैं.
हालांकि अब स्वायत्त शासन विभाग ने सभी नगरीय निकायों को क्षमता के अनुसार पट्टे बांटने का लक्ष्य निर्धारित किया है. जिसमें प्रत्येक नगर निगम के सामने 20 हज़ार पट्टे वितरित करने का टारगेट है. राज्य सरकार की ओर से संचालित प्रशासन शहरों के संग अभियान-2021 का उद्देश्य नगरीय क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को लाभांवित करना और उनसे संबंधित प्रकरणों/समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण कर राहत प्रदान करना है.
इसके लिए नियमों में शिथिलता प्रदान करते हुए ज्यादा से ज्यादा छूट प्रदान की गई है. साथ ही सरकारी प्रकिया का भी सरलीकरण किया गया है. राज्य सरकार ने इस अभियान में 10 लाख पट्टे जारी किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है. अभियान में ही वर्तमान सर्वे में आने वाले सभी आवासों को भी पट्टे दिये जाने की कार्यवाही की जानी है. ऐसे में अभियान अवधि में पट्टे वितरित किये जाने के लिए प्रत्येक निकाय की श्रेणी अनुसार लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
निकाय की श्रेणी आवंटित लक्ष्य
राजस्थान में नगर निगमों की संख्या 10 है, हर नगर निगम को 20 हजार पट्टे जारी करने का टारगेट दिया है. वहीं 34 नगर परिषदों को 10 हजार, 152 नगर पालिकाओं को 3 हजार और 17 नवगठित नगर पालिकाओं को 1 हजार पट्टे वितरित करने का लक्ष्य दिया गया है.
इससे पहले प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत पहले दिन पट्टा जारी करने के लिए संभागवार लक्ष्य रखा गया था. इसके तहत सबसे ज्यादा 20 हजार पट्टे जयपुर संभाग से जुड़ी निकायों, यूआईटी को जारी करने का टारगेट था. इसके बाद जोधपुर, उदयपुर, कोटा और अजमेर संभाग की निकायों को 15-15 हजार, बीकानेर और भरतपुर संभाग की निकायों को 10-10 हजार पट्टे पहले दिन जारी करने का लक्ष्य दिया गया था. हालांकि कोई भी संभाग इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाया.