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न्याय के देवता शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार को करें ये उपाय, चमक जाएगी किस्मत

नवग्रहों में शनि को न्याय का देवता माना गया है. इसका तात्पर्य यह है कि जो व्यक्ति जैसे कर्म करेगा न्याय के देवता शनिदेव उसे वैसा ही फल देंगे. शनिदेव का दिन शनिवार माना गया है. इस दिन कुछ सामान्य से उपाय करने से ही शनिदेव प्रसन्न होंगे और आपका भाग्य बदल देंगे.

Shani Dev puja vidhi, Shaniwar puja
न्याय के देवता शनिदेव
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Published : Sep 25, 2021, 7:29 AM IST

जयपुर. सितंबर महीने का आखिरी शनिवार आज 25 सितंबर को है. नवग्रहों में शनि को न्याय का देवता माना गया है. इसका तात्पर्य यह है कि जो व्यक्ति जैसे कर्म करेगा न्याय के देवता शनिदेव उसे वैसा ही फल देंगे. शनिदेव का दिन शनिवार माना गया है. इस दिन कुछ सामान्य से उपाय करने से ही शनिदेव प्रसन्न होंगे और आपका भाग्य बदल देंगे.

पढ़ें- Horoscope Today 25 September 2021 राशिफल : मेष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, कुम्भ राशि वालों के लिए आज का दिन शुभ

आचार्य पंडित श्रीराम गुर्जर का कहना है कि कुंडली में यदि शनि कमजोर है तो शनिवार का व्रत करना चाहिए. इसके साथ ही छाया दान करने, विभूति, भस्म या लाल चन्दन लगाने सुंदरकांड या बजरंग बाण का पाठ करने और शमी के वृक्ष में जल चढ़ाने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं. इसके साथ ही शराब पीने, मांसाहार का प्रयोग करने, पराई स्त्री पर नजर रखने, गरीब, कमजोर, असहाय लोगों का शोषण करने या उन्हें अपमानित करने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं. कुत्ते, गाय, कौवे को सताने, माता-पिता को कष्ट देने से भी शनिदेव की बुरी दृष्टि का सामना करना पड़ता है. इसलिए शनिदेव की कृपा हासिल करने के लिए इन सब बातों से बचना चाहिए.

छाया दान करने से दूर होती है पीड़ा, मिलता है मनवांछित फल

उनका कहना है कि कुंडली में शनि सातवें भाव या ग्यारहवें भाव में या शनि मकर, कुंभ और तुला में है तो कोई बात नहीं परंतु इसके अलावा किसी भाव में है तो शनिवार का उपवास करना चाहिए. शनि की साढ़ेसाती या ढैया चल रही है या किसी भी प्रकार से शनि नीच होकर पीड़ा दे रहा है तो शनिवार को छाया दान करना चाहिए. इससे लाभ मिलेगा. माथे पर विभूति, भस्म या लाल चंदन लगाने से गुरु का साथ मिलता है तो शनि के अच्छे फल मिलना प्रारंभ हो जाते हैं. किसी भी कार्य में बाधा उत्पन्न नहीं होती है. सफलता मिलती रहती है.

कुंडली में पितृदोष है तो शनिवार के दिन करनी चाहिए हनुमानजी की आराधना

कुंडली में पितृदोष हो तो नित्य हनुमान चालीसा पढ़ें और शनिवार के दिन शनिवार का उपवास रखते हुए सुंदरकांड या बजरंगबाण का पाठ करने से लाभ मिलेगा. शनिवार के दिन हनुमानजी की आराधना करने से मृत्युतुल्य कष्ट भी दूर हो जाते हैं. इसके साथ ही शमी के वृक्ष को साक्षात शनिदेव माना जाता है. इस पेड़ में जल चढ़ाना या इसकी देखरेख करने से भगवान शनिदेव की कृपा बनी रहती है.

जयपुर. सितंबर महीने का आखिरी शनिवार आज 25 सितंबर को है. नवग्रहों में शनि को न्याय का देवता माना गया है. इसका तात्पर्य यह है कि जो व्यक्ति जैसे कर्म करेगा न्याय के देवता शनिदेव उसे वैसा ही फल देंगे. शनिदेव का दिन शनिवार माना गया है. इस दिन कुछ सामान्य से उपाय करने से ही शनिदेव प्रसन्न होंगे और आपका भाग्य बदल देंगे.

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आचार्य पंडित श्रीराम गुर्जर का कहना है कि कुंडली में यदि शनि कमजोर है तो शनिवार का व्रत करना चाहिए. इसके साथ ही छाया दान करने, विभूति, भस्म या लाल चन्दन लगाने सुंदरकांड या बजरंग बाण का पाठ करने और शमी के वृक्ष में जल चढ़ाने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं. इसके साथ ही शराब पीने, मांसाहार का प्रयोग करने, पराई स्त्री पर नजर रखने, गरीब, कमजोर, असहाय लोगों का शोषण करने या उन्हें अपमानित करने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं. कुत्ते, गाय, कौवे को सताने, माता-पिता को कष्ट देने से भी शनिदेव की बुरी दृष्टि का सामना करना पड़ता है. इसलिए शनिदेव की कृपा हासिल करने के लिए इन सब बातों से बचना चाहिए.

छाया दान करने से दूर होती है पीड़ा, मिलता है मनवांछित फल

उनका कहना है कि कुंडली में शनि सातवें भाव या ग्यारहवें भाव में या शनि मकर, कुंभ और तुला में है तो कोई बात नहीं परंतु इसके अलावा किसी भाव में है तो शनिवार का उपवास करना चाहिए. शनि की साढ़ेसाती या ढैया चल रही है या किसी भी प्रकार से शनि नीच होकर पीड़ा दे रहा है तो शनिवार को छाया दान करना चाहिए. इससे लाभ मिलेगा. माथे पर विभूति, भस्म या लाल चंदन लगाने से गुरु का साथ मिलता है तो शनि के अच्छे फल मिलना प्रारंभ हो जाते हैं. किसी भी कार्य में बाधा उत्पन्न नहीं होती है. सफलता मिलती रहती है.

कुंडली में पितृदोष है तो शनिवार के दिन करनी चाहिए हनुमानजी की आराधना

कुंडली में पितृदोष हो तो नित्य हनुमान चालीसा पढ़ें और शनिवार के दिन शनिवार का उपवास रखते हुए सुंदरकांड या बजरंगबाण का पाठ करने से लाभ मिलेगा. शनिवार के दिन हनुमानजी की आराधना करने से मृत्युतुल्य कष्ट भी दूर हो जाते हैं. इसके साथ ही शमी के वृक्ष को साक्षात शनिदेव माना जाता है. इस पेड़ में जल चढ़ाना या इसकी देखरेख करने से भगवान शनिदेव की कृपा बनी रहती है.

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