जयपुर. प्रदेश में पंचायती राज चुनाव में टिकट वितरण को लेकर इस बार भारतीय जनता पार्टी में वंशवाद जमकर चला. केंद्रीय मंत्री के पुत्र से लेकर सांसद के पुत्र और विधायकों की पुत्र वधू और कुछ जगह तो पूर्व विधायक ही पंचायती राज चुनाव में अपने हाथ आजमा रहे हैं. मतलब इस बार बीजेपी ने टिकट वितरण के दौरान भाई भतीजावाद का पूरा ध्यान रखा.
प्रदेश के 21 जिलों में 4 चरणों में पंचायत समिति और जिला परिषद के चुनाव होने हैं. राजनीतिक दलों ने टिकट वितरण के साथ ही अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में भी उतार दिए. लेकिन भारतीय जनता पार्टी में इस बार बड़े नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट बांटे गए. हालांकि ये बात और है की प्रमुख नेताओं के इन रिश्तेदारों में से कुछ पार्टी में सक्रिय रहे हैं. लेकिन कुछ रिश्तेदार ऐसे हैं, जो पार्टी में सक्रिय नहीं हैं. बावजूद इसके भाजपा के टिकट से चुनाव मैदान में हैं.
इन बड़े नेताओं के रिश्तेदार मैदान में
- बीकानेर सांसद और मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के पुत्र रवि मेघवाल को जिला परिषद के वार्ड नंबर 23 से भाजपा ने चुनाव मैदान में उतारा है.
- डूंगरपुर सांसद कनक मल कटारा भाजपा ने अपने बेटे नयन कटारा को जिला परिषद के वार्ड नंबर 16 से भाजपा का टिकट दिलवाया है.
- झुंझुनू से भाजपा सांसद नरेंद्र कुमार ने अपनी पुत्रवधू हर्षिनी कुल्हरी को जिला परिषद के वार्ड नंबर 7 से टिकट दिलवाया है.
- पूर्व चिकित्सा राज्य मंत्री बंशीधर बाजिया ने अपनी पत्नी विनोद और पुत्र राहुल को पंचायत समिति का चुनाव लाड़वा रहे हैं.
- पूर्व विधायक और सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रहे प्रेम सिंह बाजोर ने भी झुंझुनू जिला परिषद ने अपनी पुत्र वधू सोनू कंवर और भतीजा बहू गायत्री कंवर को भाजपा का टिकट दिलवाने में सफलता हासिल की है.
- पूर्व विधायक झाबर सिंह खर्रा श्रीमाधोपुर पंचायत समिति से अपनी पत्नी शांति देवी और बेटा दुर्गा सिंह खर्रा को चुनाव लड़ा रहे हैं.
- अजमेर के मसूदा से भाजपा की पूर्व विधायक सुशीला कंवर खुद जिला परिषद के वार्ड नंबर 14 से चुनाव लड़ रही हैं. सुशीला कंवर के पति वरिष्ठ नेता भंवर सिंह पलाड़ा हैं.