जयपुर. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में पिछले दिनों तीन बिग कैट्स की मौत हो चुकी है. इसके बाद अब प्रदेश की पहली लॉयन सफारी की शान बन रहे लॉयन तेजस भी बीमार पड़ गया है. बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिन से लॉयन तेजस का स्वास्थ्य खराब चल रहा है. लॉयन के पीछे का आधा हिस्सा पैरालाइज हो चुका है.
लॉयन सफारी में अपनी दहाड़ से पर्यटकों का मन रोमांचित करने वाला लॉयन तेजस अब चल भी नहीं पा रहा है. तेजस को अलग से सुरक्षित तरीके से एंक्लोजर में रखा गया है. जहां पर वन विभाग के डॉक्टर्स की टीम लगातार इलाज कर रही है. इसके साथ ही वन विभाग के आला अधिकारी भी तेजस के स्वास्थ्य को लेकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
बतया जा रहा है कि तेजस का ब्लड सैंपल आईवीआरआई बरेली भेजा गया है, ताकि उसकी असली बीमारी का पता चल सके. तेजस अपने आगे के दो पैरों के सहारे पिछले हिस्से को घसीटकर रेंगता हुआ चलने का प्रयास करता है, लेकिन चल नहीं पा रहा केवल खिसक ही पाता है. वन विभाग की ओर से लॉयन तेजस के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. 24 घंटे डॉक्टर्स की टीम स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग में लगी हुई है.
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बता दें कि जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बनी लॉयन सफारी प्रदेश की पहली लॉयन सफारी है. लॉयन सफारी में लॉयन तेजस, त्रिपुर और तारा पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. यह तीनों लॉयन तेजिका के शावक है, जिसकी पहले ही मौत हो चुकी है. अब लॉयन त्रिपुर के बाद तेजस के बीमार होने से लॉयन सफारी बिल्कुल सूनी पड़ी हुई है, जिसके चलते पर्यटकों को भी मायूसी हाथ लग रही है.
पिछले एक माह पहले दूसरे लॉयन त्रिपुर के पांव में भी घाव हो गया था, जिसका भी इलाज किया जा रहा है. फिलहाल त्रिपुर के पांव में सुधार है और डॉक्टर की टीम कड़ी मेहनत से उसका घाव भी भरने लगा है. अब धीरे-धीरे त्रिपुर अपने चारों पैरों से चलने लगा है और खाना भी ठीक से खा रहा है.
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बता दें कि कुछ माह पहले नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में तीन बिग कैट्स की मौत हो चुकी है. गुजरात से लाई गई एशियाटिक फीमेल लॉयन सुजैन, सफेद बाघिन सीता और मादा बाघिन शावक रिद्धि की मौत हो चुकी है, जिनकी मौत का कारण केनाइन डिस्टेंपर वायरस होना सामने आया था.