जयपुर. राजधानी में नकली डीजल बनाने का काम कितने बड़े पैमाने पर किया जा रहा है, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि जयपुर पुलिस द्वारा एक बार फिर से नकली डीजल बनाने वाली एक फैक्ट्री का पर्दाफाश किया गया है.
ताज्जुब की बात तो यह है कि जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के वेस्ट जिले में ही चौमू थाना इलाके के जेतपुरा में नकली डीजल बनाने वाली एक फैक्ट्री का पर्दाफाश हाल ही में किया गया था. वहीं, दूसरी कार्रवाई भी वेस्ट जिले में ही अंजाम दी गई है. इस बार राजधानी के बगरू थाना इलाके के रीको एरिया में नकली डीजल बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश किया गया है.
डीसीपी वेस्ट प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी कि नेशनल हाईवे- 8 पर नकली डीजल का अवैध कारोबार किया जा रहा है और हाईवे पर ही भारी वाहनों में नकली डीजल भरा जा रहा है, जिस पर पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए दहमी बालाजी के पास एक लोडिंग टैंपो में 4 ड्रम में भरा हुआ 800 लीटर नकली डीजल बरामद किया गया है. पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए मौके से तीन आरोपी महेंद्र कुमावत, सरजीत जाट और रूपचंद्र जाट को गिरफ्तार किया गया है.
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह यह नकली डीजल बगरू के रीको एरिया में स्थित बाबूलाल साहू की फैक्ट्री से 44 रुपए प्रति लीटर की दर से खरीद कर लाए हैं, जिस पर पुलिस ने रीको एरिया में बाबूलाल साहू की फैक्ट्री में दबिश दी तो वहां पर नकली डीजल बनाने की फैक्ट्री का खुलासा हुआ. फिलहाल, पुलिस द्वारा इस पूरे प्रकरण में जांच की जा रही है और आरोपियों से हुई पूछताछ में अन्य स्थानों पर भी नकली डीजल बनाने वाली फैक्ट्री का पता चला है.