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SPECIAL : देश के साथ गद्दारी करने वाले जासूसों को इस तरह से दबोचती है राजस्थान पुलिस...2 साल में 11 जासूस गिरफ्तार

राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग की स्टेट स्पेशल ब्रांच की ओर से पिछले 2 साल में 11 जासूसों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्त में आए जासूसों में सेना के जवान, मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज के कर्मचारी और सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले नागरिक शामिल हैं. इस वर्ष अब तक एक जासूस पकड़ा गया है.

Rajasthan Police Intelligence Wing, Pakistani spy in Rajasthan, Rajasthan Police Intelligence Unit Special Branch
देश के गद्दार हनीट्रैप का शिकार
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Published : Mar 9, 2021, 6:47 PM IST

जयपुर. देश के साथ गद्दारी करने वाले पाकिस्तान के जासूसों को राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस यूनिट की स्टेट स्पेशल ब्रांच गिरफ्तार करती है. ऐसे व्यक्ति जो देश के साथ गद्दारी करते हुए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट का काम करते हैं. उन्हें चिन्हित कर उन पर निगरानी रखना और उनके खिलाफ सख्त सबूत जुटाने के बाद ही इंटेलिजेंस यूनिट की स्टेट स्पेशल ब्रांच पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार करती है. देखिये यह खास रिपोर्ट...

देश के गद्दार हनीट्रैप का शिकार

ऐसे देशद्रोहियों को दबोचने के लिए बकायदा राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग की ओर से अन्य सुरक्षा एजेंसियों से भी मदद ली जाती है. राजस्थान में गिरफ्तार हुए पाक जासूसों के बारे में अधिकतर जानकारी मिलिट्री की इंटेलिजेंस शाखा की ओर से ही राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग को दी जाती है.

Rajasthan Police Intelligence Wing, Pakistani spy in Rajasthan, Rajasthan Police Intelligence Unit Special Branch
हनीट्रैप का शिकार जवान पुलिस की गिरफ्त में

राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग की स्टेट स्पेशल ब्रांच की ओर से पिछले 2 वर्षों में 11 पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार किए गए हैं. गिरफ्त में आए जासूसों में सेना के जवान, मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज के कर्मचारी और सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले लोग शामिल हैं. पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार करने के बाद उनसे पूछताछ में जो खुलासे होते हैं, उसके आधार पर प्रकरण में जांच को आगे बढ़ाया जाता है.

पढ़ें- अलवर रेप मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान, DGP को पत्र लिख मांगा जवाब

इसके साथ ही जासूसी के प्रकरणों में और कितने लोग लिंक हैं उसके जानकारी जुटाई जाती है. पुलिस मुख्यालय की स्टेट स्पेशल ब्रांच के डीएसपी हरिचरण मीणा ने बताया कि पाक जासूस की ओर से भारतीय सेना से जुड़ी हुई सामरिक महत्व की सूचनाएं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई तक पहुंचाई जाती है.

Rajasthan Police Intelligence Wing, Pakistani spy in Rajasthan, Rajasthan Police Intelligence Unit Special Branch
पड़ोसी दुश्मन देश हनीट्रैप से बना रहे जवानों को निशाना

हनीट्रैप का शिकार कर बनाए जाते हैं जासूस

जासूसों को गिरफ्तार करने वाली स्टेट स्पेशल ब्रांच के जांच अधिकारी डीएसपी हरिचरण मीणा ने बताया कि भारतीय सेना के जवान और अन्य लोगों को हनीट्रैप के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी अपने जाल में फंसाती हैं. इसके लिए बकायदा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने महिलाओं की स्पेशल विंग बनाई है. जो विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट्स के माध्यम से उन लोगों को अपना निशाना बनाती हैं जिनसे भारतीय सेना से जुड़ी हुई सामरिक महत्व की सूचनाएं उन्हें हासिल करनी होती हैं.

Rajasthan Police Intelligence Wing, Pakistani spy in Rajasthan, Rajasthan Police Intelligence Unit Special Branch
व्हाट्सएप के जरिए लीक होती हैं खुफिया सूचनाएं

हनीट्रैप के जाल में फंसाने के बाद भारतीय सेना से जुड़ी हुई सामरिक महत्व की सूचनाएं भेजने वाले पाक जासूस को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की ओर से धनराशि भी उपलब्ध करवाई जाती है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी धनराशि सीधा पाक जासूस के बैंक खाते में जमा न कराकर उनके रिश्तेदारों या दोस्तों के खाते में जमा कराती है.

व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए भेजी जाती हैं सूचनाएं

डीएसपी हरिचरण मीणा ने बताया कि जितने भी पाक जासूस गिरफ्तार किए गए हैं. उनके जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी तक भारतीय सेना से जुड़ी हुई जितनी भी सामरिक महत्व की सूचनाएं भेजी गई हैं वह तमाम सूचनाएं व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए भेजा जाना पाया गया है. पाक जासूस व्हाट्सएप कॉल और फेसबुक मैसेंजर के जरिए सेना से जुड़ी हुई सामरिक महत्व की सूचनाएं, जिनमें फोटो, नक्शे और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज शामिल हैं, उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के साथ साझा करते हैं.

Rajasthan Police Intelligence Wing, Pakistani spy in Rajasthan, Rajasthan Police Intelligence Unit Special Branch
युद्ध के मैदान में हारा दुश्मन कर रहा छल

पुलिस मुख्यालय की इंटेलिजेंस विंग की तकनीकी शाखा ऐसे तमाम सोशल मीडिया अकाउंट पर निगरानी रखती है. ऐसे अकाउंट को वेरीफाई करने के बाद उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाता है जो देश के साथ गद्दारी कर रहा है. ऐसे व्यक्ति पर टेक्निकल सर्विलांस के जरिए लगातार निगरानी रखी जाती है और बिना देरी किए पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले गद्दार को दबोचा जाता है.

राजस्थान से गिरफ्तार किए गए पाकिस्तानी जासूसों का विवरण

वर्ष 2019

Rajasthan Police Intelligence Wing, Pakistani spy in Rajasthan, Rajasthan Police Intelligence Unit Special Branch
2019 में पकड़े गए जासूस

वर्ष 2020

Rajasthan Police Intelligence Wing, Pakistani spy in Rajasthan, Rajasthan Police Intelligence Unit Special Branch
2020 में गिरफ्तार जासूस

वर्ष 2021

Rajasthan Police Intelligence Wing, Pakistani spy in Rajasthan, Rajasthan Police Intelligence Unit Special Branch
2021 में गिरफ्तार जासूस

जयपुर. देश के साथ गद्दारी करने वाले पाकिस्तान के जासूसों को राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस यूनिट की स्टेट स्पेशल ब्रांच गिरफ्तार करती है. ऐसे व्यक्ति जो देश के साथ गद्दारी करते हुए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट का काम करते हैं. उन्हें चिन्हित कर उन पर निगरानी रखना और उनके खिलाफ सख्त सबूत जुटाने के बाद ही इंटेलिजेंस यूनिट की स्टेट स्पेशल ब्रांच पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार करती है. देखिये यह खास रिपोर्ट...

देश के गद्दार हनीट्रैप का शिकार

ऐसे देशद्रोहियों को दबोचने के लिए बकायदा राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग की ओर से अन्य सुरक्षा एजेंसियों से भी मदद ली जाती है. राजस्थान में गिरफ्तार हुए पाक जासूसों के बारे में अधिकतर जानकारी मिलिट्री की इंटेलिजेंस शाखा की ओर से ही राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग को दी जाती है.

Rajasthan Police Intelligence Wing, Pakistani spy in Rajasthan, Rajasthan Police Intelligence Unit Special Branch
हनीट्रैप का शिकार जवान पुलिस की गिरफ्त में

राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग की स्टेट स्पेशल ब्रांच की ओर से पिछले 2 वर्षों में 11 पाकिस्तानी जासूस गिरफ्तार किए गए हैं. गिरफ्त में आए जासूसों में सेना के जवान, मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज के कर्मचारी और सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले लोग शामिल हैं. पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार करने के बाद उनसे पूछताछ में जो खुलासे होते हैं, उसके आधार पर प्रकरण में जांच को आगे बढ़ाया जाता है.

पढ़ें- अलवर रेप मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान, DGP को पत्र लिख मांगा जवाब

इसके साथ ही जासूसी के प्रकरणों में और कितने लोग लिंक हैं उसके जानकारी जुटाई जाती है. पुलिस मुख्यालय की स्टेट स्पेशल ब्रांच के डीएसपी हरिचरण मीणा ने बताया कि पाक जासूस की ओर से भारतीय सेना से जुड़ी हुई सामरिक महत्व की सूचनाएं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई तक पहुंचाई जाती है.

Rajasthan Police Intelligence Wing, Pakistani spy in Rajasthan, Rajasthan Police Intelligence Unit Special Branch
पड़ोसी दुश्मन देश हनीट्रैप से बना रहे जवानों को निशाना

हनीट्रैप का शिकार कर बनाए जाते हैं जासूस

जासूसों को गिरफ्तार करने वाली स्टेट स्पेशल ब्रांच के जांच अधिकारी डीएसपी हरिचरण मीणा ने बताया कि भारतीय सेना के जवान और अन्य लोगों को हनीट्रैप के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी अपने जाल में फंसाती हैं. इसके लिए बकायदा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने महिलाओं की स्पेशल विंग बनाई है. जो विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट्स के माध्यम से उन लोगों को अपना निशाना बनाती हैं जिनसे भारतीय सेना से जुड़ी हुई सामरिक महत्व की सूचनाएं उन्हें हासिल करनी होती हैं.

Rajasthan Police Intelligence Wing, Pakistani spy in Rajasthan, Rajasthan Police Intelligence Unit Special Branch
व्हाट्सएप के जरिए लीक होती हैं खुफिया सूचनाएं

हनीट्रैप के जाल में फंसाने के बाद भारतीय सेना से जुड़ी हुई सामरिक महत्व की सूचनाएं भेजने वाले पाक जासूस को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की ओर से धनराशि भी उपलब्ध करवाई जाती है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी धनराशि सीधा पाक जासूस के बैंक खाते में जमा न कराकर उनके रिश्तेदारों या दोस्तों के खाते में जमा कराती है.

व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए भेजी जाती हैं सूचनाएं

डीएसपी हरिचरण मीणा ने बताया कि जितने भी पाक जासूस गिरफ्तार किए गए हैं. उनके जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी तक भारतीय सेना से जुड़ी हुई जितनी भी सामरिक महत्व की सूचनाएं भेजी गई हैं वह तमाम सूचनाएं व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए भेजा जाना पाया गया है. पाक जासूस व्हाट्सएप कॉल और फेसबुक मैसेंजर के जरिए सेना से जुड़ी हुई सामरिक महत्व की सूचनाएं, जिनमें फोटो, नक्शे और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज शामिल हैं, उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के साथ साझा करते हैं.

Rajasthan Police Intelligence Wing, Pakistani spy in Rajasthan, Rajasthan Police Intelligence Unit Special Branch
युद्ध के मैदान में हारा दुश्मन कर रहा छल

पुलिस मुख्यालय की इंटेलिजेंस विंग की तकनीकी शाखा ऐसे तमाम सोशल मीडिया अकाउंट पर निगरानी रखती है. ऐसे अकाउंट को वेरीफाई करने के बाद उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाता है जो देश के साथ गद्दारी कर रहा है. ऐसे व्यक्ति पर टेक्निकल सर्विलांस के जरिए लगातार निगरानी रखी जाती है और बिना देरी किए पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले गद्दार को दबोचा जाता है.

राजस्थान से गिरफ्तार किए गए पाकिस्तानी जासूसों का विवरण

वर्ष 2019

Rajasthan Police Intelligence Wing, Pakistani spy in Rajasthan, Rajasthan Police Intelligence Unit Special Branch
2019 में पकड़े गए जासूस

वर्ष 2020

Rajasthan Police Intelligence Wing, Pakistani spy in Rajasthan, Rajasthan Police Intelligence Unit Special Branch
2020 में गिरफ्तार जासूस

वर्ष 2021

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2021 में गिरफ्तार जासूस
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