जयपुर. जिला परिषद चुनाव में भाजपा पार्टी में रहकर बगावत और पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम करने वाले बूंदी के 4 भाजपा नेताओं को प्रदेश नेतृत्व ने भाजपा से 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया है. निष्कासित किए गए नेताओं में बूंदी जिला प्रमुख चंद्रावती, बूंदी जिला परिषद सदस्य शक्ति सिंह रावत, बूंदी के पूर्व जिला अध्यक्ष महिपाल सिंह और हिंडोली विधानसभा से भाजपा के पूर्व विधायक प्रत्याशी ओमेंद्र सिंह हाडा के नाम शामिल है.
इस संबंध में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के निर्देश पर महामंत्री भजनलाल शर्मा ने निष्कासन के आदेश जारी कर दिए हैं. आदेश में बताया गया कि बूंदी के भाजपा जिला अध्यक्ष छीतरमल राणा, पंचायत राज चुनाव के लिए बूंदी संभाग के प्रभारी सांसद सीपी जोशी और जिले के सह प्रभारी ऋषि बंसल द्वारा इन चारों नेताओं के खिलाफ शिकायत प्राप्त हुई थी कि पूर्व जिला अध्यक्ष बूंदी महिपाल सिंह हाडा और विधायक प्रत्याशी हिंडोली ओमेंद्र सिंह हाडा के साथ ही नवनिर्वाचित जिला परिषद सदस्य शक्ति सिंह आसवत ने मिलकर चंद्रावती कंवर, जो कि भाजपा की जिला पार्षद भी थी, उनको जिला प्रमुख बूंदी के भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी पुरुषोत्तम शर्मा के खिलाफ निर्दलीय जिला प्रमुख प्रत्याशी बनाकर नामांकन प्रस्तुत कराया गया. इसमें भाजपा जिला पार्षद शक्ति सिंह रावत ने उसके नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर कर समर्थन किया.
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वहीं, महिपाल सिंह हाडा, ओमेंद्र सिंह हाडा, शक्ति सिंह रावत और चंद्रावती कंवर ने भाजपा के पार्षदों को षडयंत्र पूर्वक भाजपा के जिला अध्यक्ष के मना करने के बावजूद जबरदस्ती अपने साथ ले गए और कांग्रेस से मिलकर भाजपा के खिलाफ षड्यंत्र भी किया. ऐसी स्थिति में चंद्रावती कवंर के नामांकन भरवा कर विजय बनवाने के लिए भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी को हराने और कांग्रेस के जिला पार्षदों का समर्थन प्राप्त कर मतदान भी करवाया गया और जीत के बाद चंद्रावती कंवर को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की. पार्टी ने इसे गंभीरता से लेते हुए इस एक पार्टी के खिलाफ अनुशासनहीनता माना और इन नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखाया.