जयपुर. पीड़िता ने कहा कि वह कई बार पुलिस के आला अधिकारियों से मिल चुकी है और मीडिया के सामने भी कई बार गुहार लगा चुकी है. लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस बीएस तोमर और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर रही है. वहीं आरोपी को बचाने के लिए उसके परिजन राजधानी में प्रेस वार्ता कर मीडिया को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रहे हैं.
पीड़िता द्वारा आमेर थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया गया था. जिसमें पुलिस ने एफआर लगा दी थी. बाद में मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा तो पुलिस मुख्यालय की सीआईडी सीबी ब्रांच ने मामले में जांच करते हुए आरोप प्रमाणित मानते हुए तोमर को गिरफ्तार करने के आदेश आमेर थाना पुलिस को दिए थे. तोमर को गिरफ्तार करने के आदेश जारी होने के बाद से ही तोमर फरार चल रहा है जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है.
क्या कहा दुष्कर्म पीड़िता ने
प्रेस वार्ता करते हुए पीड़िता ने बताया कि साल 2018 में आमेर थाने में बीएस तोमर सहित तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. पुलिस मुख्यालय ने दोबारा जांच करवा कर बीएस तोमर को आरोपी घोषित किया था लेकिन अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. पीड़िता ने कहा कि मैं पहली लड़की नहीं हूं जिसके साथ ऐसा हुआ है बल्कि ऐसी कई लड़कियां यूनिवर्सिटी में है जो बीएस तोमर से पीड़ित है. पीड़िता ने बताया कि आरोपी पक्ष की ओर से प्रेस वार्ता करने के बाद मुझे भी मजबूरन मीडिया के सामने आना पड़ा. बीएस तोमर की तरफ से मामले में राजीनामा करने का दबाव बनाया जा रहा है.
वहीं बीएस तोमर की तरफ से जिस वीडियो के बारे में बताया गया था उस पर पीड़िता ने कहा कि वह वीडियो मैंने नहीं बनाई और ना ही मुझे उसके बारे में कोई जानकारी है. पीड़िता ने दावा किया है कि उसके पास तोमर के खिलाफ कई एविडेंस है. यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली लड़कियों को मजबूर करके उनके साथ गलत काम किया जाता है, इससे पहले भी कई लड़कियों ने तोमर के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था जिसमें भी पुलिस ने सुनवाई नहीं की थी.