जयपुर. जिला कलेक्टर डॉ. जोगाराम ने गुरुवार को आटा, दाल, दूध, तेल जैसी खाद्य सामग्री से जुड़े व्यापारियों, रिटेलर्स, कृषि मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों अन्य ऑनलाइन व्यापार करने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. जिला कलेक्टर ने बताया कि खाद्य सामग्री की सप्लाई लाइन को सुचारु रखने के लिए और कोई भी समस्या सामने आते ही निराकरण के लिए ऐसी सेवा देने वाले लोगों का एक व्हाटसअप ग्रुप तैयार कर दिया गया है.
वहीं ज्यादा दाम वसूली की शिकायत पर जल्द कार्रवाई के लिए दलों का गठन भी किया गया है. इसके संबंध में जिला कलेक्ट्रेट में भी शिकायत की जा सकती है. जिला कलेक्टर ने आटा मिल संचालक को पूरी क्षमता से मिल संचालन जारी रखने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि गेहूं खरीदने वाले व्यापारी को वांछित मात्रा में गेहूं प्राप्त करने के लिए जिला कलेक्टर का आवेदन करना होगा. जिला कलेक्टर की अनुशंसा पर 10 मेट्रिक टन तक गेहूं 23 रुपए किलों के भाव से FCI द्वारा व्यापारी को उपलब्ध करा दिया जाएगा.
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साथ ही जिला कलेक्टर ने बताया कि खाद्य एवं आवश्यक वस्तु और उनसे जुड़े सामान की आपूर्ति, उत्पादन आदि से जुड़े वाहनों, श्रमिकों आदि को आवश्यक सेवा में रखा होने के कारण उन्हें अपने प्रतिष्ठान कंपनी तक जाने की छूट है. पुलिस भी आवश्यक पहचान पत्र के आधार पर उनका सहयोग कर रही है. श्रमिकों को जहां समस्या आ रही हो, प्रतिष्ठान संचालक द्वारा संबंधित थाने में मजदूरों की सूची सौंपी जा सकती है. बैठक में राज्य कृषि मार्केटिंग बोर्ड के निदेशक ताराचंद मीणा, डीसीपी नॉर्थ राजीव पचार, डीसीपी साउथ योगेश दाधिच, डीसीपी ईस्ट राहुल जैन, एडिशनल डीसीपी वेस्ट बजरंग सिंह, एडीएम द्वितीय पुरुषोत्तम शर्मा, एफसीआई के प्रबंधक बृजेन्द्र सिंह भी मौजूद रहे.
खाद्य एवं दवा की होम डिलीवरी जारी
कलेक्टर जोगाराम ने जानकारी दी कि कई ऑनलाइन खाद्य एवं दवा कारोबार करने वाली कंपनियों ने होम डिलीवरी शुरू कर दी है. बैठक में ऐसी कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे. कंपनी के प्रतिनिधियों ने कहा कि लेबर पास जारी होने पर ये सेवाएं सुचारू रहेंगी. इस पर जिला कलेक्टर ने थानों में पहचान पत्र और सूची दिए जाने पर पास जारी करने का आश्वासन दिया है.