जयपुर. राजस्थान में निकाय, निगम चुनाव में सभापति और मेयर प्रत्यक्ष की जगह अप्रत्यक्ष तौर पर चुने जा सकते हैं. इसे लेकर पहले प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाद अब राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने भी साफ कह दिया है कि कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर अपनी बात रखी है और मंत्री शांति धारीवाल की कमेटी इस पर चर्चा भी कर रही है और कार्यकर्ता की जो राय होगी उसे देखते हुए ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
पायलट ने कहा कि हमने पहले सीधे चुनाव का निर्णय लिया था, लेकिन अब कार्यकर्ताओं की राय को देखते हुए ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा. उसी आधार पर सरकार निर्णय लेगी. हालांकि शैक्षणिक बाध्यता को फिर से लागू करने के सवाल पर उन्होंने बिलकुल साफ कर दिया कि शैक्षणिक बाध्यता की शर्त हटाने का प्रस्ताव उनका ही था और इसे किसी भी आधार पर वापस नहीं लिया जाएगा.
पायलट ने कहा कि देश के सांसद-विधायक तो अनपढ़ होकर भी चुनाव लड़ सकते हैं तो पंच, सरपंच क्यों नहीं. इस बाध्यता को किसी भी हाल में नहीं लागू किया जाएगा.