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आपत्तिकर्ताओं ने किया विद्युत दरें बढ़ाने का विरोध, बिजली चोरी के लिए अधिकारियों को बताया जिम्मेदार - Public hearing on the petition of Jaipur Discom

प्रदेश के तीनों डिस्कॉम में विद्युत दरें बढ़ाने के लिए दायर की गई याचिका पर विद्युत विनियामक आयोग ने बुधवार से जयपुर डिस्कॉम की याचिका पर जनसुनवाई शुरू की. डिस्कॉम्स ने एक दरें बढ़ाने के मामले में दलील दी है कि लगातार घाटा बढ़ रहा है, लिहाजा घाटे को कम करने के लिए दरें बढ़ाना जरूरी है. वहीं दरें बढ़ाने के विरोध में आपत्तिकर्ताओं ने कहा कि बिजली चोरी के मामले में अधिकारी जिम्मेदार है.

जयपुर डिस्कॉम की याचिका पर जनसुनवाई , Public hearing on the petition of Jaipur Discom
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Published : Nov 20, 2019, 8:27 PM IST

जयपुर. प्रदेश के तीनों डिस्कॉम में विद्युत दरें बढ़ाने के लिए दायर की गई याचिका पर विद्युत विनियामक आयोग ने बुधवार से जयपुर डिस्कॉम की याचिका पर जनसुनवाई शुरू की. डिस्कॉम्स ने एक दरें बढ़ाने के मामले में दलील दी है कि लगातार घाटा बढ़ रहा है, लिहाजा घाटे को कम करने के लिए दरें बढ़ाना जरूरी है. वहीं दरें बढ़ाने के विरोध में आपत्तिकर्ताओं ने कहा कि बिजली चोरी के मामले में अधिकारी जिम्मेदार है. आयोग आपत्तिकर्ताओं और डिस्कॉम्स की दलीलों को सुनने के बाद दरों के मामले में निर्णय देने वाला है.

आपत्तिकर्ताओं ने किया दरें बढ़ाने का विरोध

प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण निगमों ने घाटे का रोना रोकर एक बार फिर से राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग के सामने विद्युत दरें बढ़ाने की याचिका प्रस्तुत की. जिस पर आयोग ने पहले जोधपुर फिर अजमेर डिस्कॉम में जन सुनवाई के बाद अब जयपुर डिस्कॉम में बुधवार से जनसुनवाई शुरू की. दुर्गापुरा कृषि अनुसंधान केंद्र स्थित सभागार में आयोग के अध्यक्ष और दो सदस्यों के सामने पहले जयपुर डिस्कॉम की ओर से दरें बढ़ाने की याचिका के संबंध में एमडी एके गुप्ता ने पूरा ब्यौरा रखा.

पढ़ें- बिजली की नई दरों के विरोध में जनता ने दी आपत्तियां, आयोग ने की सुनवाई

वहीं, डिस्कॉम्स चेयरमैन कुंजी लाल मीणा ने बताया कि 18-19 की विद्युत दरें बढ़ाने की याचिका पर सुनवाई हो रही है. मीणा ने बताया कि डिस्कॉम्स में 89 हजार करोड़ के घाटे में है और 54 हजार करोड़ का घाटा है. लिहाजा इसे कम करने के लिए दरें बढ़ाए जाने की याचिका दायर की है.

आयोग के समक्ष आपत्तिकर्ताओं ने दरें नहीं बढ़ाने की बात कही और डिस्कॉम्स के कुप्रबंधन को घाटे का कारण बताया. पब्लिक एगेनंस्ट करप्शन के महासचिव एडवोकेट पूनम चंद भंडारी ने आरोप लगाया की 36 फीसदी बिजली की चोरी डिस्कॉम्स के अधिकारियों और कर्मचारियों से ली जाने चाहिए क्योंकि वो चोरी रोकने में नाकामयाब रहे. उन्होंने कहा कि बिजली की दरें बढ़ाई गई तो हाईकोर्ट में जाएंगे और जन आंदोलन चलाया जाएगा.

क्रेडाई के अध्यक्ष गोपाल गुप्ता ने कहा कि सरकार की विभिन्न आवासीय योजना के लिए काम किया जा रहा है. लेकिन रियायती दर पर बिजली नहीं दी जा रही है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में आर्थिक मंदी चल रही है, ऐसे में दरें नहीं बढ़ानी चाहिए. विद्युत विनियामक आयोग आपत्तिकर्ताओं से 22 नवंबर तक जनसुनवाई करेगा और माना जा रहा है कि सुनवाई पूरी होने के बाद इस माह के अंत तक आयोग की ओर से दरें निर्धारित कर दी जाएगी.

जयपुर. प्रदेश के तीनों डिस्कॉम में विद्युत दरें बढ़ाने के लिए दायर की गई याचिका पर विद्युत विनियामक आयोग ने बुधवार से जयपुर डिस्कॉम की याचिका पर जनसुनवाई शुरू की. डिस्कॉम्स ने एक दरें बढ़ाने के मामले में दलील दी है कि लगातार घाटा बढ़ रहा है, लिहाजा घाटे को कम करने के लिए दरें बढ़ाना जरूरी है. वहीं दरें बढ़ाने के विरोध में आपत्तिकर्ताओं ने कहा कि बिजली चोरी के मामले में अधिकारी जिम्मेदार है. आयोग आपत्तिकर्ताओं और डिस्कॉम्स की दलीलों को सुनने के बाद दरों के मामले में निर्णय देने वाला है.

आपत्तिकर्ताओं ने किया दरें बढ़ाने का विरोध

प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण निगमों ने घाटे का रोना रोकर एक बार फिर से राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग के सामने विद्युत दरें बढ़ाने की याचिका प्रस्तुत की. जिस पर आयोग ने पहले जोधपुर फिर अजमेर डिस्कॉम में जन सुनवाई के बाद अब जयपुर डिस्कॉम में बुधवार से जनसुनवाई शुरू की. दुर्गापुरा कृषि अनुसंधान केंद्र स्थित सभागार में आयोग के अध्यक्ष और दो सदस्यों के सामने पहले जयपुर डिस्कॉम की ओर से दरें बढ़ाने की याचिका के संबंध में एमडी एके गुप्ता ने पूरा ब्यौरा रखा.

पढ़ें- बिजली की नई दरों के विरोध में जनता ने दी आपत्तियां, आयोग ने की सुनवाई

वहीं, डिस्कॉम्स चेयरमैन कुंजी लाल मीणा ने बताया कि 18-19 की विद्युत दरें बढ़ाने की याचिका पर सुनवाई हो रही है. मीणा ने बताया कि डिस्कॉम्स में 89 हजार करोड़ के घाटे में है और 54 हजार करोड़ का घाटा है. लिहाजा इसे कम करने के लिए दरें बढ़ाए जाने की याचिका दायर की है.

आयोग के समक्ष आपत्तिकर्ताओं ने दरें नहीं बढ़ाने की बात कही और डिस्कॉम्स के कुप्रबंधन को घाटे का कारण बताया. पब्लिक एगेनंस्ट करप्शन के महासचिव एडवोकेट पूनम चंद भंडारी ने आरोप लगाया की 36 फीसदी बिजली की चोरी डिस्कॉम्स के अधिकारियों और कर्मचारियों से ली जाने चाहिए क्योंकि वो चोरी रोकने में नाकामयाब रहे. उन्होंने कहा कि बिजली की दरें बढ़ाई गई तो हाईकोर्ट में जाएंगे और जन आंदोलन चलाया जाएगा.

क्रेडाई के अध्यक्ष गोपाल गुप्ता ने कहा कि सरकार की विभिन्न आवासीय योजना के लिए काम किया जा रहा है. लेकिन रियायती दर पर बिजली नहीं दी जा रही है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में आर्थिक मंदी चल रही है, ऐसे में दरें नहीं बढ़ानी चाहिए. विद्युत विनियामक आयोग आपत्तिकर्ताओं से 22 नवंबर तक जनसुनवाई करेगा और माना जा रहा है कि सुनवाई पूरी होने के बाद इस माह के अंत तक आयोग की ओर से दरें निर्धारित कर दी जाएगी.

Intro:टैरिफ पीटिशन पर जनसुनवाई ।
विद्युत विनियामक आयोग कर रहा है जनसुनवाई
ARS दुर्गापुरा स्थित सभागार में जनसुनवाई।
जयपुर डिस्कॉम एमडी ए के गुप्ता ने रखा ब्यौरा।
जनसुनवाई में है सुरक्षा के इंतजाम।
टैरिफ़ पिटीशन पर जनसुनवाई में आपत्तिकर्ता ही ले सकते है भाग।
आपत्तिकर्ताओं ने किया दरें बढाने का विरोध
आपत्तिकर्ताओ ने बिजली चोरी के लिए अधिकारियों को बताया जिम्मेदार


जयपुर (इंट्रो)
प्रदेश के तीनों डिस्कॉम्स में विद्युत दरे बढाने के लिए दायर की गई विद्युत विनियामक आयोग ने याचिका पर बुधवार से जयपुर डिस्कॉम की
याचिका पर जनसुनवाई शुरू हुई। डिस्काम्स ने एक दरे बढ़ाने के मामले में दलील दी है कि लगातार घाटा बढ़ रहा है, लिहाजा घाटे को कम करने के लिए दरे बढ़ाना जरूरी है ,वही दरे बढ़ाने के विरोध में आपत्तिकर्ताओं ने कहा की बिजली चोरी के मामले में अधिकारी जिम्मेदार है। आयोग आपत्तिकर्ताओं और डिस्काम्स की दलीलों को सुनने के बाद दरों के मामले में निर्णय देने वाला है।

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प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण निगमों मे घाटे को रोना रोकर एक बार फिर से राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग के सामने विद्युत दरे बढ़ाने की याचिका प्रस्तुत की जिस पर आयोग ने पहले जोधपुर फिर अजमेर डिस्काम मे जन सुनवाई के बाद अब जयपुर डिस्काम में बुधवार से जनसुनवाई शुरू की। दुर्गापुरा कृषि अनुसंधान के्द्र स्थित सभागार में आयोग के अध्यक्ष और दो सदस्यों के सामने पहले जयपुर डिस्काम की ओर से दरे बढ़ाने की याचिका के सम्बन्ध में एमडी एके गुप्ता ने पूरा ब्यौरा रखा वहीं डिस्कॉम्स चेयरमैन कुंजी लालमीणा ने बताया कि 18-19 की विद्युत दरें बढाने की
य़ाचिका पर सुनवाई हो रही है। मीणा ने बताया कि डिस्काम्स में 89 हजार करोड के लास में है और 54 हजार करोड का घाटा है लिहाजा इस कम करने के लिए दरे बढाए जाने की याचिका दायर की है।

बाईट- कुंजी लाल मीणा,अध्यक्ष विद्युत वितरण निगम

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वही आयोग के समक्ष आपत्तीकर्ताओं ने दरे नही बढ़ाने की बात कही और डिस्कॉम्स के कुप्रबन्धन को घाटे का कारण बताया। पब्लिक एगेनंस्ट करप्शन के महा सचिव एडवोकेट पूनम चंद भंडारी ने आरोप लगाया की 36 फीसदी बिजली की चोरी डिस्काम्स के अधिकारियों और कर्मचारियों से ली जाने चाहिए क्योकि वो चोरी रोकने मे नाकामयाब
रहे ..उन्होने कहा की बिजली की दरे बढाई गई तो हाईकोर्ट में जाएंगें और जनआन्दोलन चलाया जाएगा ..वही क्रेडाई के अध्यक्ष गोपाल गुप्ता ने कहा कि सरकार की विभिन्न आवासीय योजना के लिए काम किया जा रहा है लेकिन रियायती दर पर बिजली नही दी जा रही है वर्तमान में आर्थिक मंदी चल रही है
ऐसे में दरें नही बढ़ानी चाहिए।

बाईट-एडवोकेट पूनम चंद भंडारी,महासचिव पब्लिक एगेनंस्ट करप्शन
बाईट- गोपाल गुप्ता,अध्यक्ष क्रेडाई

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विद्युत विनियामक आयोग आपत्तिकर्ताओ से 22 नवम्बर तक जनसुनवाई करेंगा और माना जा रहा है कि सुनवाई पूरी होने के बाद इस माह के अन्त तक आयोग की से दरे निर्धारित कर दी जाएगी।

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