जयपुर. तौकते चक्रवाती तूफान को देखते हुए राजस्थान पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. पुलिस मुख्यालय से उन तमाम जिलों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है जो इस चक्रवाती तूफान से प्रभावित हो रहे हैं. इसके साथ ही आमजन को किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े इसे मद्देनजर रखते हुए SDRF के लगभग 300 जवानों को चक्रवाती तूफान से प्रभावित होने वाले जिलों में तैनात किया गया है.
इसके साथ ही गुजरात से सड़क मार्ग के जरिए राजधानी जयपुर में ऑक्सीजन की सप्लाई लगातार बनी रहे इसका भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. ऑक्सीजन टैंकर्स के साथ पुलिस एस्कॉर्ट के अलावा अब एसडीआरएफ के जवान भी चल रहे हैं जो चक्रवाती तूफान के चलते सड़क मार्ग अवरुद्ध होने पर मार्ग पर आए अवरोध को हटाने के लिए तैनात किए गए हैं.
एसडीआरएफ कमांडेंट डीडी सिंह ने बताया कि हिंद महासागर से उठे तौकते चक्रवात को देखते हुए मौसम विभाग की ओर से जो अलर्ट जारी किया गया है उसके आधार पर राजस्थान के पश्चिमी और दक्षिणी बॉर्डर उदयपुर, जोधपुर, सिरोही, जालौर डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिले के लिए एसडीआरएफ की कंपनी को भेजा गया है. जिसके तहत एसडीआरएफ की दो कंपनियां उदयपुर आईजी और दो कंपनियां जोधपुर आईजी के पास भेजी गई है.
आईजी ऑफिस से एसडीआरएफ कि इन कंपनियों को अलग-अलग टुकड़ों में रानीवाड़ा, जालौर, भीनमाल, मंडार, आबू रोड, माउंट आबू, लोहिया, बांसवाड़ा, बिछिपुर और बिछीवाड़ा में तैनात किया गया है. साथ ही गुजरात में भी पांच से 6 स्थानों पर एसडीआरएफ की एक टुकड़ी के जवानों को भेजा गया है.
ऑक्सीजन टैंकर्स के साथ चल रहे एसडीआरएफ के जवान
एसडीआरएफ कमांडेंट डीडी सिंह ने बताया कि गुजरात से राजधानी जयपुर तक ऑक्सीजन की सप्लाई निर्बाध बनी रहे इसे ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन लेकर आ रहे टैंकर्स के साथ पुलिस एस्कॉर्ट के अलावा एसडीआरएफ के दो जवान और पुलिस के दो जवान अलग से तैनात किए गए हैं. रास्ते में यदि कोई पेड़ गिरने से रास्ता अवरुद्ध होता है तो एसडीआरएफ के जवान उस पेड़ को काटकर या जो भी संभव होगा उस तरीके का इस्तेमाल कर सड़क पर आए अवरुद्ध को हटाने का काम करेंगे. इसके साथ ही मार्ग पर आने वाले तमाम अवरोध को एसडीआरएफ के जवान की ओर से हटाया जाएगा ताकि ऑक्सीजन टैंकर का परिवहन लगातार बिना किसी बाधा के हो सके.