जयपुर. जिले से 20 किलोमीटर दूर नींदड़ गांव में किसानों ने एक बार फिर जमीन समाधि सत्याग्रह शुरू किया है. यहां जेडीए प्रशासन नींदड़ आवासीय योजना के तहत किसानों की जमीन पुराने भूमि अधिग्रहण बिल के आधार पर अवाप्त कर रहा है. लेकिन नींदड़ के किसान इस पर रजामंद नहीं हैं.
जानकारी के अनुसार किसान अपनी जमीन का मुआवजा नए भूमि अधिग्रहण बिल या विकसित भूमि का 35% मुआवजा चाहते हैं. यही वजह है कि 54 दिन से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और मंगलवार को जमीन समाधि सत्याग्रह का चौथा दिन है. जिसमें 51 किसान भूमि समाधि लिए हुए हैं. इनमें 16 महिलाएं भी शामिल हैं.
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सत्याग्रह की अगुवाई कर रहे डॉ नगेंद्र सिंह शेखावत ने उम्मीद जताई है कि सरकार गतिरोध दूर करने के लिए पहल करेगी. उन्होंने कहा कि सरकार के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता को तैयार हैं, लेकिन जयपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ वार्ता नहीं करेंगे. उन्होंने सीएम की ओर से जेडीए को भ्रष्ट बताने के बयान को दोहराते हुए कहा कि सीएम खुद नींदड़ के किसानों के दर्द को समझेंगे. उन्होंने चेताया कि जब तक सरकार उनसे वार्ता कर समस्या का समाधान नहीं निकालेगी, तब तक जमीन समाधि सत्याग्रह जारी रहेगा.
आपको बता दें कि किसानों और जेडीए के बीच तीन दौर की वार्ता के बाद किसानों ने जेडीए से वार्ता का बायकॉट किया है. जेडीए किसानों से चौथी वार्ता का दबाव बना रहा है. लेकिन अब किसान सरकार के प्रतिनिधियों से ही वार्ता करना चाहते हैं.