जयपुर. राजधानी जयपुर के लाल कोठी इलाके में दहशत फैलाने वाले पैंथर को वन विभाग की टीम ने 22 घंटे बाद काबू में किया. पैंथर गुरुवार को जयपुर शहर के आबादी क्षेत्र में आया था. सबसे पहले उसे तख्ते शाही रोड पर एक मकान में देखा गया था. जिसके बाद उसने रात को अपनी जगह बदल ली और तख्ते शाही रोड से निकलकर लाल कोठी इलाके में चल गया.
पैंथर मकान में घुसा
पैंथर छत के रास्ते से एक डॉक्टर के मकान में घुस गया. वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची.रेस्क्यू करने का प्रयास किया गया. शहर के आबादी इलाके में पिछले 22 घंटे से पेंथर का खौफ लगातार जारी था. जिसके चलते परिवार के लोगों में भी दहशत का माहौल बना हुआ था और आमजन अपने घरों से बाहर भी नहीं निकल पा रहे थे.
पैंथर का रेस्क्यू ऑपरेशन
वन विभाग की टीम लाल कोठी इलाके के उस घर में पहुंची, जहां पर पैंथर पिछले कई घंटों से बैठा हुआ था. वन विभाग की टीम ने पैंथर का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पैंथर ने फॉरेस्टर गौरव राठी पर हमला कर दिया. गौरव राठी के साथ एक वनकर्मी राजकिशोर भी घायल हो गया. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं वन मंत्री सुखराम विश्नोई ने घायल वनकर्मियों का हाल-चाल पूछा.
पैंथर को ट्रेंकुलाइज किया
पुलिस के अधिकारी भी जाप्ते के साथ मौके पर तैनात रहे. वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद पैंथर को ट्रेंकुलाइज किया. इसके बाद वन विभाग की टीम ने पैंथर को रेस्क्यू कर अपने कब्जे में ले लिया है. पैंथर का रेस्क्यू होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली. जब वन विभाग की टीम ने पैंथर को अपने कब्जे में लिया तो वहां पर लोगों का जमावड़ा लग गया. भारी संख्या में लोग पैंथर को देखने के लिए पहुंचे. जिसकी वजह से वन विभाग के अधिकारियों को काफी परेशानी भी हुई. इसके बाद वन अधिकारी पैंथर को लेकर पशु चिकित्सालय पहुंचे.
पैंथर को जंगल में छोड़ा जाएगा
पैंथर को नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के रेस्क्यू सेंटर में भेजा गया है. जहां पर मेडिकल मुआयना करने के बाद उसे वापस जंगल में छोड़ दिया जाएगा. जिस मकान में पैंथर घुसा था, उस परिवार के सदस्यों का कहना है, कि पैंथर पास वाले मकान की छत से छलांग लगाकर मकान के अंदर घुसा था. मकान मालिक डॉक्टर रामजीलाल ने सबसे पहले पैंथर को देखा और वन विभाग की टीम को सूचना दी. सूचना मिलते ही विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा. परिवार की सुरक्षा को लेकर इंतजाम किए गए. कई सदस्यों को मकान से बाहर सुरक्षित निकाला गया और मकान के अंदर मौजूद लोगों को अपने कमरे में सुरक्षित बंद कर दिया गया.
लोगों ने ली राहत की सांस
पैंथर को रेस्क्यू करने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली. राजधानी जयपुर में 22 घंटे तक पैंथर की दहशत रही. लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पाए. पैंथर के खौफ से कई शिक्षण संस्थानों ने तो अवकाश घोषित कर दिया. फिलहाल पैंथर का ख़ौफ खत्म हो गया है. वन विभाग के अधिकारियों की मानें तो पैंथर भोजन-पानी की तलाश में आबादी क्षेत्रों की तरफ आ जाते है.
पैंथर की दहशत का पूरा घटनाक्रम
जयपुर में गुरुवार को शहर के तख्ते शाही रोड पर एक घर में पैंथर को देखने के बाद लोगों में दहशत फैल गई थी. सूचना मिलने पर पुलिस और वन विभाग की टीमें लगातार पैंथर को पकड़ने के प्रयासों में जुटी हुईं थीं, लेकिन पैंथर लगातार इलाके में इधर-उधर दौड़ता रहा. देर रात पैंथर रामबाग इलाके के एसएमएस स्कूल में जा घुसा. जिसके बाद पैंथर ने एक युवक को घायल कर दिया.
पैंथर की तलाशी के लिए ली ड्रोन की मदद
पैंथर को तलाशने के लिए ड्रोन कैमरे की मदद ली गई, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. जिसके बाद देर रात में पैंथर सुबोध स्कूल में जा घुसा. पुलिस और वन विभाग की टीमों ने सीसीटीवी खंगाले, लेकिन पैंथर को पकड़ने में कोई सफलता नहीं मिली. इसके बाद पैंथर का मूवमेंट सुबोध स्कूल में भी देखा गया. शुक्रवार अल सुबह पैंथर को लाल कोठी इलाके के एक कैफे हाउस के बाहर देखा गया, लेकिन जैसे ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, पैंथर आंखों से ओझल हो गया. जिसके बाद टीम इलाके में पैंथर को तलाशने लगी.
एक वनकर्मी घायल
इसी दौरान लालकोठी इलाके की ग्रेटर कैलाश कॉलोनी में पैंथर के घर में घुसने की सूचना मिली. पैंथर ने रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक वनकर्मी को घायल कर दिया. इलाज के लिए फॉरेस्टर गौरव राठी को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिसके बाद वन विभाग की टीम ने घर में घुसकर पैंथर को कमरे में कैद कर कड़ी मशक्कत के बाद ट्रेंकुलाइज किया और शहर में करीब 22 घंटे तक फैला पैंथर का खौफ खत्म हो गया.