जयपुर. ज्योतिषाचार्य पंडित दिनेश मिश्रा ने बताया कि ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या यानी 10 जून को सूर्यग्रहण लगेगा. यह ग्रहण भारत में सिर्फ लद्दाख क्षेत्र में दिखाई देगा. बाकी विदेशों में दिखाई देगा. साथ ही ग्रहण का सूतक भी हमारे यहां मान्य नहीं होगा. ग्रहण का सूतक काल लद्दाख क्षेत्र में सुबह 5.50 बजे प्रारंभ होगा. वहीं ग्रहण का समय विदेशों में भारतीय समयानुसार दोपहर 1.42 बजे से लेकर शाम 6.41 बजे तक रहेगा.
यह सूर्यग्रहण वलयाकार आकृति जैसा होगा. साथ ही इस ग्रहण का प्रभाव राजनीति पर भी पड़ेगा. जिससे राजनीति क्षेत्र में उथल-पुथल होगी. वहीं प्राकृतिक आपदाएं भी आएंगी और महंगाई चरम पर होगी. सोना-खाद्य-तेल-वस्तुएं सभी महंगी हो जायेंगी.
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बता दें कि, जहां 15 दिन पहले चंद्रग्रहण आया था, उसके 15 दिन बाद सूर्यग्रहण आ रहा है. ऐसा पिछली दफा कोरोना काल में भी हुआ था, लेकिन राजस्थान में इसका कोई भी प्रभाव नहीं है. वहीं शनि ढय्या से पीड़ित जातकों सहित अन्य राशियों वाले लोगों को ग्रहण पर दान-पुण्य करना चाहिए, इससे कष्ट दूर होंगे.
इसके अलावा यह सूर्यग्रहण अमेरिका के उत्तरी भाग, यूरोप, एशिया में भी आंशिक रूप से ग्रहण होगा. जबकि ग्रीनलैंड और रूस में पूर्ण ग्रहण होगा. वहीं इस दिन सूर्य, बुध, राहु और चंद्रमा- वृषभ राशि में रहेंगे. जबकि शुक्र- मिथुन राशि, मंगल-कर्क राशि, केतु- वृश्चिक राशि, शनि- मकर राशि और गुरु- कुंभ राशि में रहेगा.