जयपुर. अतिरिक्त मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट क्रम-16 ने सदर थाना पुलिस से पूछा है कि पानीपत फिल्म में राजा सूरजमल के चरित्र हनन का आरोप लगाते हुए दिए गए परिवाद पर पुलिस ने क्या कार्रवाई की है. अदालत ने यह आदेश परिवादी दले सिंह की ओर से पेश परिवाद पर दिए.
परिवाद में कहा गया कि फिल्म में जो दृश्य दिखाए गए हैं, उनमें राजा सूरजमल को लालची छवि का दिखाया गया है. इसके अलावा मराठाओं की ओर से उन्हें भरतपुर में शरण देना भी बताया गया है. जबकि, ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार सूरजमल उदार व्यक्तित्व वाले थे और किसी भी युद्ध में पराजित नहीं हुए थे.
परिवाद में कहा गया कि इस संबंध में पुलिस को रिपोर्ट दी गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. साथ ही परिवाद में गुहार की गई है कि फिल्म निदेशक आशुतोष गोवारिकर, निर्माता सुनिता गोवारिकर और शेलतकर सहित लेखक अशोक चक्रधर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए. वहीं, अब इस मामले में अदालत 17 दिसंबर को सुनवाई करेगी.