जयपुर. राजधानी जयपुर की करीब 45 दिन पहले गुमशुदा हुई दो नाबालिक बहनों के मामले में राजस्थान राज्य मानव अधिकार आयोग ने भी संज्ञान लिया है. आयोग ने परिवादी एसएन वोहरा व अन्य अधिवक्तागण द्वारा लगाए गए परिवाद पर आयोग अध्यक्ष जस्टिस जी के व्यास ने जयपुर पुलिस कमिश्नर को नोटिस जारी कर 28 मार्च तक इस मामले में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.
आयोग अध्यक्ष ने जयपुर पुलिस कमिश्नर को इस पूरे प्रकरण की जांच किसी विधि अधिकारी से करवाने और विधि अधिकारी संपूर्ण जांच रिपोर्ट के साथ 28 मार्च को 12 बजे तक आयोग के समक्ष उपस्थित करने के भी निर्देश दिए हैं. परिवाद में बताया गया है कि अधिवक्ता की दो नाबालिग बेटियां 3 फरवरी को करतारपुरा स्थित एक स्कूल में पढ़ने गई थीं. दोनों वहां से बीमारी का बहाना करके निकलीं लेकिन घर नहीं पहुंची.
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परिजन ने दोनों बच्चों को ढूंढने का प्रयास किया लेकिन पता नहीं चल सका. जिसके बाद महेश नगर थाना पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई. रिपोर्ट दर्ज कराए डेढ़ महीने से अधिक का समय हो गया, लेकिन उनका अब तक कोई पता नहीं चल पाया और ना ही पुलिस ने बच्चियों को अब तक बरामद किया है जो पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा करते हैं.
वकीलों का सड़क पर विरोध : 45 दिन पहले एक अधिवक्ता की दो बेटियों की गुमशुदगी के मामले में पुलिस को अब तक कोई (Lawyer Daughters Missing For 45 Days in jaipur) सुराग नहीं मिला है. वहीं, इतने दिनों में पुलिस ने कोई प्रभावी एक्शन भी नहीं लिया है. इस बात से नाराज वकीलों के समुदाय ने शहर में जाम लगा दिया. 'द बार असोसिएशन' के बैनर तले वकील प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि लापता बेटियों को जल्द से जल्द बरामद किया जाए.
डेढ़ माह में पुलिस ने नहीं लिया कोई एक्शन : वकीलों ने सेशन कोर्ट के बाहर एमआई रोड को जाने वाली सड़क (Jaipur lawyers jammed the road) पर और हाइकोर्ट बार एसोसिएशन ने स्टैच्यू सर्किल से अंबेडकर सर्किल के बीच हाइकोर्ट के बाहर रास्ते पर टेंट लगाकर जाम लगा दिया. एक ही समय दो मुख्य मार्ग जाम होने के चलते शहर का यातायात अव्यवस्थित हो गया. दोनों बार एसोसिएशन ने तीन दिन पूर्व मुख्यमंत्री सहित प्रशासन को इस संबंध में लिखित में अल्टीमेटम दे दिया था.
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हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के महासचिव गिर्राज शर्मा ने बताया कि अधिवक्ता अवधेश कुमार पुरोहित की 16 और 17 साल की दो बेटियां करतारपुरा स्थित लाईसीएम सीनियर सैकण्डरी स्कूल से गत तीन फरवरी को लापता हो गईं थी. इसे लेकर महेश नगर थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई, लेकिन दोनों बच्चियों को अब तक बरामद नहीं किया गया है. दोनों की आखिरी लोकेशन लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन और निशातगंज पेपर मिल कॉलोनी की आई थी. इसके बावजूद पुलिस मामले में प्रभावी कदम नहीं उठा रही है. बार एसोसिएशन ने दोनों बच्चियों की सूचना देने पर 51 हजार रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा भी की है.
सीसीटीवी में भी रिकार्ड हुईं थी दोनों : 'द बार एसोसिएशन' के अध्यक्ष कमल किशोर शर्मा और डिस्ट्रिक्ट एडवोकेट्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने बताया कि दोनों बच्चियों को लापता हुए डेढ़ माह से ज्यादा समय बीत चुका है. यदि अब भी लापता बेटियां बरामद नहीं हुईं तो आंदोलन उग्र किया जाएगा.
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गौरतलब है कि एक अधिवक्ता की 17 और 16 साल की दो पुत्रियां 3 फरवरी को बीमारी की बात कहकर स्कूल से निकली थीं. इसके बाद दोनों लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन और फिर निशातगंज पेपर मिल कॉलोनी में भी अकेली घूमते सीसीटीवी फुटेज में रिकॉर्ड हुई हैं. मामले में राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखकर त्वरित कार्रवाई करने की बात कही है.
पुलिस मुख्यालय ने एसआईटी टीम का किया गठन : राजधानी जयपुर के महेश नगर इलाके से दो बालिकाओं के लापता होने के मामले में राजस्थान पुलिस मुख्यालय की ओर से एसआईटी टीम का गठन किया गया है. 17 सदस्यीय टीम मामले का अनुसंधान करेगी. एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया है. एटीएस और एसओजी भी जांच टीम का सहयोग करेगी. जांच टीम रोजाना जयपुर पुलिस कमिश्नर को अपडेट करेगी. डीजीपी एमएल लाठर ने आदेश जारी किए हैं.
डीसीपी साउथ मृदुल कच्छावा, आरपीएस करण शर्मा, गोपाल सिंह, चिरंजीलाल, दुर्गा प्रसाद, मनोज गुप्ता, इंस्पेक्टर अनिल मूड, सज्जन सिंह, ओमप्रकाश, खलील अहमद, सुरेंद्र सिंह को टीम में शामिल किया गया है. करीब डेढ़ महीने पहले जयपुर के महेश नगर इलाके से दो बहनें लापता हुई थीं. लापता दोनों बहनों की आखिरी लोकेशन लखनऊ मिली थी. पुलिस और परिवार के लोगों ने लखनऊ में कई दिन तक कैंप किया, लेकिन बेटियां नहीं मिल पाई.