जयपुर. वैशाख शुक्ल पक्ष तृतीया रविवार को अक्षय तृतीया का पर्व विशेष संयोग के बीच मनाया गया. लॉकडाउन होने के चलते पहली बार अक्षय तृतीया का पर्व सुना रहा. शहर में हजारों शादियां रद्द रही. वहीं आमजन ने जरूरतमंदों की मदद के लिए दान पुण्य किया. जप, हवन करने के साथ ही भगवान विष्णु और लक्ष्मी की आराधना भी की गई.
वहीं मंदिर में भगवान को शीतल ऋतु फल आम, संतरा, तरबूज, खरबूज, ककड़ी मटके में सत्तू, आम चीनी और बिझणी रखी ठाकुर जी के समक्ष अर्पित किए गए. साथ ही विशेष झांकियां सजाई गई. इसके साथ ही सेवा पूजा में भी बदलाव हुआ.
गर्भगृह में ठाकुरजी को गर्मी से बचाने के लिए कूलर, खस की टाटी और AC लगाए गए. आराध्य देव गोविंद देव जी मंदिर में ठाकुर जी का अभिषेक किया गया. इसके बाद चंदन का लेपन कर पीले रंग की नई धोती-दुपट्टा धारण करवाई गई. वहीं विशेष अलंकार श्रृंगार भी किया गया.
प्रबंधक मानस गोस्वामी ने बताया कि फल, पंच मेवा, भीगी हुई दाल, सतू भोग, शर्बत, लड्डू का भोग अर्पण किया गया. शीतलता प्रदान करने के लिए जल का फव्वारा और कूलर लगाया गया. इसके अलावा जाट के कुएं का रास्ता स्थित महादेव मंदिर में जलयात्रा झांकी हुई.
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वहीं पहली बार ऐसा हुआ कि जहां हजारों श्रद्धालुओं के जगह पर वहां सिर्फ लॉकडाउन की पालना के लिए मंदिर प्रबंधन के सदस्य और महंत ही मौजूद रहे. इसके लिए श्रद्धालुओं ने घर बैठे ऑनलाइन दर्शन किए.