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यूनेस्को के विजिट से पहले जयपुर परकोटा क्षेत्र में गाइड लाइन पर काम कर रही टेक्निकल हेरिटेज कमेटी - वर्ल्ड हेरिटेज में जयपुर परकोटा

दिसंबर 2020 में यूनेस्को की टीम दोबारा जयपुर के विजिट पर आनी है. इस दौरान उनके द्वारा दी गई गाइडलाइन के तहत किए गए कार्यों की जांच की जाएगी, और उसी के आधार पर हेरिटेज रैंक बरकरार रहेगी.

Technical heritage committee working on guide line before UNESCO visit, jaipur news, जयपुर न्यूज
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Published : Oct 23, 2019, 10:58 PM IST

Updated : Oct 23, 2019, 11:03 PM IST

जयपुर. इसी साल 6 जुलाई को जयपुर के परकोटा क्षेत्र को वर्ल्ड हेरिटेज सूची में शामिल किया गया था. यूनेस्को की ओर से जयपुर को ये रैंक जरूर दी गई, लेकिन इसके साथ एक गाइडलाइन भी दी गई, जिसके तहत जयपुर में हेरिटेज बिल्डिंगों के संरक्षण से लेकर उनके मैपिंग का काम भी शामिल है.

यूनेस्को के विजिट से पहले टेक्निकल हेरिटेज कमेटी गाइड लाइन पर कर रही काम

इसके साथ ही प्रशासन की ओर से टेक्निकल हेरिटेज कमेटी बनाकर उसकी रेगुलर मीटिंग करने का भी कमिटमेंट किया गया था. इसे ध्यान में रखते हुए बुधवार को टेक्निकल हेरिटेज कमेटी की मीटिंग हुई. जिसमें यूनेस्को की ओर से दिए गए ऑपरेशनल गाइडलाइन में दिए गए डायरेक्शन कैसे लागू किया जाए, इस पर गहनता से विचार विमर्श किया गया.

पढ़ेंः जयपुर : फुलेरा में अलग-अलग जगहों से 40 लाख का नकली मावा जब्त, पुलिस ने तीन को दबोचा

इस संबंध में चीफ टाउन प्लानर आरके विजयवर्गीय ने बताया कि परकोटे के लिए स्पेशल एरिया हेरिटेज प्लान बनाया जाएगा. जिसमें सभी हेरिटेज बिल्डिंग का इतिहास, उसका मालिकाना, उसका विकास और सभ्यता-संस्कृति सभी का मैपिंग किया जाएगा. इसके अलावा यूनेस्को की गाइड लाइन पर और क्या इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया जा सकता है. इस संबंध में टेक्निकल हेरिटेज कमेटी की मीटिंग में चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि निर्धारित किए गए एक्शन को तुरंत लागू कर यूनेस्को की शिकायतों को दूर किया जाएगा.

पढ़ेंः जयपुर के SMS मेडिकल कॉलेज में Ragging का मामला, 7 छात्र निलंबित

बहरहाल, दिसंबर 2020 में यूनेस्को की टीम एक बार फिर जयपुर का दौरा करेगी. उससे पहले नगर निगम, जेडीए, टाउन प्लानर और अन्य विभागों के सामने कई चुनौतियां मौजूद हैं. इन पर किस हद तक पार पाया जाता है, ये देखने वाली बात होगी.

जयपुर. इसी साल 6 जुलाई को जयपुर के परकोटा क्षेत्र को वर्ल्ड हेरिटेज सूची में शामिल किया गया था. यूनेस्को की ओर से जयपुर को ये रैंक जरूर दी गई, लेकिन इसके साथ एक गाइडलाइन भी दी गई, जिसके तहत जयपुर में हेरिटेज बिल्डिंगों के संरक्षण से लेकर उनके मैपिंग का काम भी शामिल है.

यूनेस्को के विजिट से पहले टेक्निकल हेरिटेज कमेटी गाइड लाइन पर कर रही काम

इसके साथ ही प्रशासन की ओर से टेक्निकल हेरिटेज कमेटी बनाकर उसकी रेगुलर मीटिंग करने का भी कमिटमेंट किया गया था. इसे ध्यान में रखते हुए बुधवार को टेक्निकल हेरिटेज कमेटी की मीटिंग हुई. जिसमें यूनेस्को की ओर से दिए गए ऑपरेशनल गाइडलाइन में दिए गए डायरेक्शन कैसे लागू किया जाए, इस पर गहनता से विचार विमर्श किया गया.

पढ़ेंः जयपुर : फुलेरा में अलग-अलग जगहों से 40 लाख का नकली मावा जब्त, पुलिस ने तीन को दबोचा

इस संबंध में चीफ टाउन प्लानर आरके विजयवर्गीय ने बताया कि परकोटे के लिए स्पेशल एरिया हेरिटेज प्लान बनाया जाएगा. जिसमें सभी हेरिटेज बिल्डिंग का इतिहास, उसका मालिकाना, उसका विकास और सभ्यता-संस्कृति सभी का मैपिंग किया जाएगा. इसके अलावा यूनेस्को की गाइड लाइन पर और क्या इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया जा सकता है. इस संबंध में टेक्निकल हेरिटेज कमेटी की मीटिंग में चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि निर्धारित किए गए एक्शन को तुरंत लागू कर यूनेस्को की शिकायतों को दूर किया जाएगा.

पढ़ेंः जयपुर के SMS मेडिकल कॉलेज में Ragging का मामला, 7 छात्र निलंबित

बहरहाल, दिसंबर 2020 में यूनेस्को की टीम एक बार फिर जयपुर का दौरा करेगी. उससे पहले नगर निगम, जेडीए, टाउन प्लानर और अन्य विभागों के सामने कई चुनौतियां मौजूद हैं. इन पर किस हद तक पार पाया जाता है, ये देखने वाली बात होगी.

Intro:जयपुर - दिसंबर 2020 में यूनेस्को की टीम दोबारा जयपुर के विजिट पर आनी है। इस दौरान उनके द्वारा दी गई गाइडलाइन के तहत किए गए कार्यों की जांच की जाएगी, और उसी के आधार पर हेरिटेज रैंक बरकरार रहेगी। इसी के मद्देनजर आज टेक्निकल हेरिटेज कमेटी की मीटिंग हुई। जिसमें हेरिटेज बिल्डिंगों की हिस्ट्री, ऑनरशिप, डेवलपमेंट और कल्चर के मैपिंग को लेकर प्लान तैयार किया गया।


Body:इसी साल 6 जुलाई को जयपुर के परकोटा क्षेत्र को वर्ल्ड हेरिटेज सूची में शामिल किया गया था। यूनेस्को की ओर से जयपुर को ये रैंक जरूर दी गई। लेकिन इसके साथ एक गाइडलाइन भी दी गई, जिसके तहत जयपुर में हेरिटेज बिल्डिंगों के संरक्षण से लेकर उनके मैपिंग का काम भी शामिल है। इसके साथ ही प्रशासन की ओर से टेक्निकल हेरिटेज कमेटी बनाकर उसकी रेगुलर मीटिंग करने का भी कमिटमेंट किया गया था। इसे ध्यान में रखते हुए आज टेक्निकल हेरिटेज कमेटी की मीटिंग हुई। जिसमें यूनेस्को की ओर से दिए गए ऑपरेशनल गाइडलाइन में दिए गए डायरेक्शन कैसे लागू किया जाए, इस पर गहनता से विचार विमर्श किया गया। इस संबंध में चीफ टाउन प्लानर आरके विजयवर्गीय ने बताया कि परकोटे के लिए स्पेशल एरिया हेरिटेज प्लान बनाया जाएगा। जिसमें सभी हेरिटेज बिल्डिंग का इतिहास, उसका मालिकाना, उसका विकास और सभ्यता-संस्कृति सभी का मैपिंग किया जाएगा। इसके अलावा यूनेस्को की गाइड लाइन पर और क्या इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलप किया जा सकता है, इस संबंध में टेक्निकल हेरिटेज कमेटी की मीटिंग में चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि निर्धारित किए गए एक्शन को तुरंत लागू कर यूनेस्को की शिकायतों को दूर किया जाएगा।
बाईट - आरके विजयवर्गीय, चीफ टाउन प्लानर


Conclusion:बहरहाल, दिसंबर 2020 में यूनेस्को की टीम एक बार फिर जयपुर का दौरा करेगी। उससे पहले नगर निगम, जेडीए, टाउन प्लानर और अन्य विभागों के सामने कई चुनौतियां मौजूद हैं। इन पर किस हद तक पार पाया जाता है, ये देखने वाली बात होगी।
Last Updated : Oct 23, 2019, 11:03 PM IST
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