जयपुर. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कथित समर्थकों की ओर से सोशल मीडिया पर चल रहा ग्रुप टीम वसुंधरा राजे पिछले दिनों काफी चर्चाओं में था. लेकिन अब यह ग्रुप धरातल पर भी दिखने लगा है. जयपुर के सांगानेर इलाके में टीम वसुंधरा राजे राजस्थान के कार्यालय का सोमवार को उद्घाटन किया गया. हालांकि इसमें भाजपा का कोई जनप्रतिनिधि या पदाधिकारी नहीं था, बल्कि खुद को राजे समर्थक बताने वाले कार्यकर्ता मौजूद थे.
इस कार्यालय का उद्घाटन एक छोटी बच्ची से करवाया गया. सोमवार को इस कार्यालय के उद्घाटन से जुड़ा कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल होता रहा. देर शाम इसका प्रेस नोट भी जारी कर दिया गया. प्रेस नोट टीम वसुंधरा राजे राजस्थान एससी मोर्चा अध्यक्ष संदीप वर्मा ने जारी किया. इसके जरिए टीम वसुंधरा राजे राजस्थान के गठन का मकसद पिछली वसुंधरा राजे सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता के बीच ले जाना और अगले विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे के नेतृत्व में सरकार बनाना बताया गया.
पहले सोशल मीडिया पर था ग्रुप 'टीम वसुंधरा'
दरअसल पिछले दिनों वसुंधरा राजे को अगला मुख्यमंत्री बनाने को लेकर ये टीम सोशल मीडिया के जरिए काम कर रही थी. सोशल मीडिया पर टीम वसुंधरा के नाम से चले इस मिशन को लेकर काफी विवाद हुआ था. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया सहित कई नेताओं ने इस तरह की टीम को लेकर आपत्ति भी दर्ज कराई थी. इतना ही नहीं, यह पूरा मामला आलाकमान तक भेजा गया था. लेकिन अब यह टीम सोशल मीडिया के साथ-साथ अब धरातल पर भी आ गई है, माना जा रहा है कि एक बार फिर भाजपा में इसको लेकर विवाद गहरा सकता है.
टीम वसुंधरा कार्यालय उद्घाटन में ये रहे मौजूद
टीम वसुंधरा राजे के राज्य संयोजक गौरव जिंगर, राज्य कार्यालय प्रमुख अशोक, प्रदेश अध्यक्ष एससी मोर्चा संदीप वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा अनिल चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष संजय पटसारिया, प्रदेश उपाध्यक्ष युवा विंग नवनीत, प्रदेश महामंत्री एससी मोर्चा रोहित महावर, डीवाईएसपी सुरेश मीणा, निशांत गुप्ता, सुभाष बजिया, जयपुर के अध्यक्ष सवाई सिंह,विकास कुमार, रामवीर फौजदार, प्रदेश प्रवक्ता कीर्ति रजवट और प्रदेश प्रवक्ता परमिला जैन, OBC प्रदेश मोर्चा अध्यक्ष प्रभुजोत सोनी, मनोज रायका व अन्य मौजूद रहे.
फोटो में मोदी और विजय राजे सिंधिया भी, भाजपा का झंडा-बैनर नहीं
कार्यक्रम में जो पोस्टर लगाया गया उसमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पूर्व राजमाता विजयराजे सिंधिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोटो था. लेकिन बीजेपी का झंडा नहीं था. वहीं कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने भी बीजेपी का कोई दुपट्टा नहीं पहन रखा था.