जयपुर. राजस्थान बोर्ड की 10 वीं और 12वीं कक्षा की शेष परीक्षाएं गुरुवार से प्रारंभ हो गई है. लेकिन परीक्षा के शुरुआत वाले दिन ही परीक्षार्थियों ने जान जोखिम में डालकर परीक्षा दी. कई परीक्षा केंद्र पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था नहीं थी. ऐसे में बिना टेम्परेचर नापे ही स्टूडेंट्स को परीक्षा केंद्र में एंट्री दी गई.
जयपुर में 567 परीक्षा केंद्र और 40 उपकेंद्र बनाए गए है. जहां पर गुरुवार को 12 वीं विज्ञान वर्ग के गणित विषय का पेपर शुरू हुआ. परीक्षार्थियों ने खुद तो सोशल डिस्टेंसिग और मास्क लगाकर नियमों का पालन किया, लेकिन परीक्षा केंद्र पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था नहीं थी. जिसकी स्टूडेंट्स ने मांग भी की, लेकिन परीक्षा होने तक कई केंद्रों तक थर्मल स्क्रीनिंग मशीनें नहीं पहुंची. जिसको लेकर अभिभावकों ने भी कड़ी नाराजगी जाहिर की है.
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वहीं कुछ परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थी सोशल डिस्टेंसिग की भी धज्जियां उड़ाते नजर आएं. कई स्टूडेंट्स तो हाथ मिलाते गले मिलकर लॉकडाउन की दूरियां मिटा रहे थे. ऐसे में मीडिया के कैमरे देख आनन-फानन में परीक्षा केंद्र की इंचार्ज मौके पर पहुंची और सभी को दूर किया और टीचर्स को फटकार लगाई.
वहीं गांधीनगर परीक्षा केंद्र इंचार्ज अनसूया शर्मा ने बताया कि, थर्मल स्क्रीनिंग के लिए बुधवार को हेल्थ डिपार्टमेंट को भेजा था. जिसके बाद कोई ऐसी व्यवस्था नहीं हुई है, ना ही पास की डिस्पेंसरी से कोई परीक्षा केंद्रों तक थर्मल स्क्रीनिंग के लिए पहुंचा. लेकिन यदि कोई व्यवस्था नहीं होती है, तो स्कूल प्रबंधन अपनी और से व्यवस्था करेंगा.
कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते बोर्ड ने 19 मार्च को परीक्षाएं रद्द कर दी थी. इसके 3 माह बाद परीक्षाएं गुरुवार से शुरू हुई. हालांकि परीक्षार्थियों के साथ यह बोर्ड की भी परीक्षा थी, क्योंकि कोरोना पॉजिटिव के बढ़ते मामलों के बीच बोर्ड और राज्य सरकार ने परीक्षा आयोजित करने का बड़ा रिस्क उठाया है. लेकिन कई परीक्षा केंद्रों पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था नहीं होने से लाखों स्टूडेंट्स की जान खतरे में रही.