जयपुर. राजस्थान में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच कोविड मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने 3 मई तक सभी शिक्षण संस्थाओं को बंद करने का आदेश जारी किया है. इसके बाद भी स्कूल खुलने को लेकर संशय बना हुआ है. इसे देखते हुए निजी स्कूलों ने अपने स्तर पर ही गत 31 मई तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिया है.
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स्कूल शिक्षा परिवार से जुड़े राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और सीबीएसई के स्कूलों का कहना है कि यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि कोरोना के मामले घटने की स्थिति में 1 जून से स्कूल खोले जा सके और नियमित कार्य किया जा सके. स्कूल शिक्षा परिवार के प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया कि इस अवधि के दौरान लाइव और रिकॉर्डेड कक्षाएं संचालित होती रहेंगी.
सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए शिक्षण व्यवस्था को सुचारू करने का प्रयास किया जाएगा.निजी स्कूलों ने भले ही अपने स्तर पर ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा कर दी है. लेकिन शिक्षा विभाग ग्रीष्मकालीन अवकाश को लेकर अलग से तिथि जारी करेगा.
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विभाग की ओर से तय ग्रीष्मकालीन अवकाश की अवधि में शिविरा पंचांग का पालन करने वाले निजी स्कूलों को अवकाश रखना होगा. ऐसा नहीं करने पर विभागीय कार्रवाई भी की जा सकती है, लेकिन निजी स्कूल संचालकों का कहना है कि वर्तमान में स्कूल बंद हैं और पढ़ाई नहीं हो रही है. ऐसे में अगर इस अवधि को ही ग्रीष्मकालीन अवकाश में तब्दील कर दिया जाए तो आगे बच्चों की पढ़ाई को लेकर अतिरिक्त समय निकाला जा सकता है.