ETV Bharat / city

राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स के विद्यार्थियों ने किया प्रैक्टिकल का बहिष्कार, जमीन पर पेंटिंग्स बिछाकर किया प्रदर्शन - protest by laying paintings on the road

विषय से जुड़े शिक्षक लगाने की मांग को लेकर करीब 14 दिन से आंदोलन कर रहे राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स के विद्यार्थियों ने शनिवार को प्रायोगिक परीक्षा का बहिष्कार किया. हालांकि, कॉलेज प्रशासन का कहना है कि उन्हें लिखित में किसी ने बहिष्कार की सूचना नहीं दी है. जिन्हें परीक्षा देनी थी, वे विद्यार्थी कॉलेज आए हैं.

राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स समाचार , जयपुर समाचार,  Rajasthan School of Arts News
विद्यार्थियों ने प्रायोगिक परीक्षा का बहिष्कार किया
author img

By

Published : Apr 3, 2021, 3:28 PM IST

जयपुर. विषय से जुड़े अध्यापक लगाने की मांग को लेकर करीब 14 दिन से आंदोलन कर रहे राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स के विद्यार्थियों ने शनिवार से शुरू हुई प्रायोगिक परीक्षाओं का बहिष्कार किया. सुबह राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स के परिसर के बाहर एकत्र हुए विद्यार्थियों ने जमीन पर पेंटिंग्स बिछाकर प्रदर्शन भी किया. हालांकि इस मामले में कॉलेज प्रशासन का कहना है कि उन्हें किसी भी विद्यार्थी ने प्रायोगिक परीक्षा के बहिष्कार की लिखित या मौखिक सूचना नहीं दी है. ऐसे में काफी संख्या में विद्यार्थी परीक्षा देने भी आए.

विद्यार्थियों ने प्रायोगिक परीक्षा का बहिष्कार किया

राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स के विद्यार्थी नितिन बलवारा का कहना है कि विषय से जुड़े शिक्षकों को ही कॉलेज में लगाने की मांग को लेकर विद्यार्थी 14 दिन से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन मांगों पर कॉलेज प्रशासन और सरकार ने गौर नहीं किया है. ऐसे में विद्यार्थियों ने प्रायोगिक परीक्षा का बहिष्कार कर दिया. उनका आरोप है कि कुछ विद्यार्थियों को डरा-धमकाकर कॉलेज प्रशासन ने जबरदस्ती परीक्षा दिलवाई है.

पढ़ें: धौलपुर: पेयजल समस्या से परेशान ग्रामीणों ने जलदाय विभाग के खिलाफ किया प्रदर्शन, दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स की छात्रा महिमा चौधरी का कहना है कि विषय से जुड़े अध्यापक लगाने की उनकी जायज मांग है, लेकिन न तो कॉलेज प्रशासन और न ही सरकार उनकी मांगों की तरफ गौर कर रही है. इसके विरोध में आज प्रायोगिक परीक्षाओं का बहिष्कार किया गया. उनका कहना है कि कॉलेज प्रशासन और पुलिस मिलकर उन पर जबरदस्ती परीक्षा देने के लिए दबाव बना रही है.
एक अन्य विद्यार्थी पीयूष पांडे का कहना है कि उन पर आंदोलन खत्म करने का दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन जब तक सरकार और कॉलेज प्रशासन उनकी मांगों पर समुचित कार्रवाई नहीं करता है, उनका आंदोलन जारी रहेगा.

हालांकि, स्कूल प्रशासन प्रायोगिक परीक्षा के बहिष्कार की बात से इनकार कर रहा है. कॉलेज की प्राचार्या डॉ. आशा बागोटिया का कहना है कि उन्हें किसी भी विद्यार्थी ने लिखित या मौखिक रूप से प्रायोगिक परीक्षा का बहिष्कार करने की सूचना नहीं दी है. इस पूरे मामले को लेकर प्राचार्या डॉ. आशा बागोटिया का कहना है कि प्रायोगिक परीक्षाओं के बहिष्कार को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है. उन्हें विद्यार्थियों ने लिखित या मौखिक रूप से इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी है. उनका कहना है कि बच्चे प्रायोगिक परीक्षा देने आ रहे हैं और अपनी कक्षाओं में परीक्षा देने पहुंच रहे हैं.

जयपुर. विषय से जुड़े अध्यापक लगाने की मांग को लेकर करीब 14 दिन से आंदोलन कर रहे राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स के विद्यार्थियों ने शनिवार से शुरू हुई प्रायोगिक परीक्षाओं का बहिष्कार किया. सुबह राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स के परिसर के बाहर एकत्र हुए विद्यार्थियों ने जमीन पर पेंटिंग्स बिछाकर प्रदर्शन भी किया. हालांकि इस मामले में कॉलेज प्रशासन का कहना है कि उन्हें किसी भी विद्यार्थी ने प्रायोगिक परीक्षा के बहिष्कार की लिखित या मौखिक सूचना नहीं दी है. ऐसे में काफी संख्या में विद्यार्थी परीक्षा देने भी आए.

विद्यार्थियों ने प्रायोगिक परीक्षा का बहिष्कार किया

राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स के विद्यार्थी नितिन बलवारा का कहना है कि विषय से जुड़े शिक्षकों को ही कॉलेज में लगाने की मांग को लेकर विद्यार्थी 14 दिन से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन मांगों पर कॉलेज प्रशासन और सरकार ने गौर नहीं किया है. ऐसे में विद्यार्थियों ने प्रायोगिक परीक्षा का बहिष्कार कर दिया. उनका आरोप है कि कुछ विद्यार्थियों को डरा-धमकाकर कॉलेज प्रशासन ने जबरदस्ती परीक्षा दिलवाई है.

पढ़ें: धौलपुर: पेयजल समस्या से परेशान ग्रामीणों ने जलदाय विभाग के खिलाफ किया प्रदर्शन, दी उग्र आंदोलन की चेतावनी

राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स की छात्रा महिमा चौधरी का कहना है कि विषय से जुड़े अध्यापक लगाने की उनकी जायज मांग है, लेकिन न तो कॉलेज प्रशासन और न ही सरकार उनकी मांगों की तरफ गौर कर रही है. इसके विरोध में आज प्रायोगिक परीक्षाओं का बहिष्कार किया गया. उनका कहना है कि कॉलेज प्रशासन और पुलिस मिलकर उन पर जबरदस्ती परीक्षा देने के लिए दबाव बना रही है.
एक अन्य विद्यार्थी पीयूष पांडे का कहना है कि उन पर आंदोलन खत्म करने का दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन जब तक सरकार और कॉलेज प्रशासन उनकी मांगों पर समुचित कार्रवाई नहीं करता है, उनका आंदोलन जारी रहेगा.

हालांकि, स्कूल प्रशासन प्रायोगिक परीक्षा के बहिष्कार की बात से इनकार कर रहा है. कॉलेज की प्राचार्या डॉ. आशा बागोटिया का कहना है कि उन्हें किसी भी विद्यार्थी ने लिखित या मौखिक रूप से प्रायोगिक परीक्षा का बहिष्कार करने की सूचना नहीं दी है. इस पूरे मामले को लेकर प्राचार्या डॉ. आशा बागोटिया का कहना है कि प्रायोगिक परीक्षाओं के बहिष्कार को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है. उन्हें विद्यार्थियों ने लिखित या मौखिक रूप से इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी है. उनका कहना है कि बच्चे प्रायोगिक परीक्षा देने आ रहे हैं और अपनी कक्षाओं में परीक्षा देने पहुंच रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.