जयपुर. राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट के विद्यार्थियों ने शिक्षा संकुल में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. विद्यार्थियों ने मांग की है कि दृश्य कला के व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में व्याख्याताओं की भर्ती और प्रोफेशनल स्ट्रीम के लिए अप्रशिक्षित व्यख्याताओं कि ओर से अध्यापन कराए जाने से विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में जा रहा है.
स्कूल ऑफ फाइन आर्ट में अनियमिताओं के कारण विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में जा रहा है. महाविद्यालय में व्यावहारिक कला में शैक्षणिक कार्यभार के अनुसार कुल आठ व्याख्याताओं की आवश्यकता है, तो वहीं वर्तमान में दो व्यख्याता अध्ययन करवा रहे हैं, जो आने वाले एक-दो वर्ष में सेवानिवृत्त हो जाएंगे.
व्याख्याताओं की भारी कमी
इसेक अतिरिक्त मूर्तिकला में 6 व्याख्याताओं के स्थान पर किसी भी व्याख्याताओं द्वारा अध्यापन नहीं कराया जा रहा है. चित्रकला विभाग में भी व्याख्याताओं को भारी कमी और प्रोफेशन स्ट्रीम के लिए अप्रशिक्षित व्याख्याताओं द्वारा अध्यापन कराए जाने के कारण बच्चों का भविष्य अंधकार में रहा है.
बीए योग्यता के शिक्षक ही बने हुए है टीचर
विद्यार्थियों ने शिक्षकों की डिग्री पर सवाल खड़े किए है और कहा ही कि जो शिक्षक पढ़ा रहे है उनके पास प्रोफेशनल कोर्स की डिग्री ही नहीं है. साथ ही कई शिक्षक तो सिर्फ बीए किए हुए है. उन्होंने कहा कि राजस्थान स्कूल ऑफ़ आर्ट का भवन भी यूजीसी नॉर्म्स के अनुसार नहीं है. विद्यार्थियों ने आगे की रणनीति तय करते हुए कहा कि गुरुवार से स्कूल ऑफ आर्ट में ताले लगाए जाएंगे.