जयपुर. प्रदेश में 2 साल बाद फिर से छात्र संघ चुनाव होंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने छात्र संघ (student union election to restart in Rajasthan) चुनाव कराने को लेकर हरी झंडी दे दी है. कोरोना काल की वजह से 2 साल से कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव नहीं हो रहे थे. लेकिन अब सीएम गहलोत की ओर से मिली अनुमति के बाद कॉलेजों में एक बार फिर राजनीति का अखाड़ा शुरू होगा.
सीएम गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि आज के विद्यार्थी ही देश का भविष्य हैं. विद्यार्थी संगठनों की मांग को देखते हुए और विद्यार्थियों में लोकतांत्रिक प्रक्रिया की समझ बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव करवाने के लिए विभाग को निर्देश दिए गए हैं. सभी विद्यार्थी संगठन संबंधित कॉलेज और यूनिवर्सिटी की गाइडलाइंस की पालना करते हुए उत्साह से चुनावों में भाग लें. सीएम गहलोत छात्र संघ चुनाव में भाग लेने वाले सभी छात्र नेताओं को शुभका मनाएं दी.
कोरोना काल ने रोक छात्र संघ चुनावः बता दें कि प्रदेश में कोरोना काल के चलते पिछले 2 साल से छात्र संघ चुनाव नहीं हो पा रहे थे. लेकिन अब कोरोना संक्रमण कम होने और सब कुछ सामान्य होने के बाद से छात्र संघ चुनाव कराने की मांग तेज हो रही थी. हाल ही में राजस्थान यूनिवर्सिटी में एनएसयूआई और एबीवीपी ने छात्र चनाव को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया था. इस दौरान छात्र नेताओं और पुलिस के बीच में हल्की झड़प भी हुई थी. लगातार प्रदेश भर में छात्र संघ चुनाव को लेकर उठ रही मांग के बीच सरकार ने चुनाव कराने को लेकर हरी झंडी दी है.
अगस्त में चुनाव संभवः राजस्थान में विश्वविद्यालयों के एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार तो छात्रसंघ चुनाव अगस्त-सितंबर में कराए जाएंगे. हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा जुलाई के आखरी सप्ताह में संभव है. राज्य सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद रास्ता खुल गया है. कोरोना के कारण प्रदेश में दो साल से चुनाव नहीं हो सके थे. जयपुर, जोधपुर सहित अन्य विश्वविद्यालयों में लाखों छात्र चुनावों से जुड़ते हैं. राजस्थान यूनिवर्सिटी में ही 30 हजार के करीब वोटर हैं.