जयपुर. राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट के विद्यार्थियों का धरना 30वें दिन भी जारी रहा. वहीं, चार विद्यार्थी तीन दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हैं. विद्यार्थियों के समर्थन में आज सभी एल्युमिनाई भी धरने पर बैठ गए. विद्यार्थी लंबे समय से प्राचार्य को हटाने की मांग और फाइन आर्ट्स विशेषज्ञ लगाने की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि विद्यार्थियों ने कलात्मक अंदाज में सोमवार को कैनवास पर बनी कलाकृतियों को शिक्षा संकुल के मुख्य द्वार पर फेंक दिया गया. वहीं धरने स्थल पर लगे कैनवास को काला कपड़े से ढक दिया गया.
पढ़ेंः गहलोत बताएं 45 साल में किस-किस से काला धन लेकर चुनाव लड़े हैं : गजेंद्र सिंह शेखावत
विद्यार्थियों ने कहा कि जब तक मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तब तक इसी तरह धरना और भूख हड़ताल जारी रहेगा. विद्यार्थियों ने कहा की कलाकार कैनवास को भगवान मानते है और सोमवार को कलाकारों ने उसी कैनवास को रोड पर फेंक दिया. जिसे अधिकारियों ने अपनी गाड़ियों से कुचल दिया.
वहीं एल्युमिनाई 1999 बैच के विद्यार्थी महावीर भारती ने कहा कि विद्यार्थियों की मांग जायज है. 1999 में फैकल्टी से लेकर प्राचार्य इसी फील्ड के थे और अच्छी पढ़ाई का मौका मिला था. लेकिन आज स्थिति उलट है और बच्चों को अन्य स्ट्रीम के शिक्षक पढ़ा रहे है. जिसके चलते बच्चें ना स्केच करना जानते है ना ही उनको फाइन आर्ट्स की जानकारी है.