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'आमेर कोर्ट लाओ जयपुर बचाओ' आंदोलन के तहत वकीलों का 43वें दिन भी हड़ताल जारी, नहीं हुए न्यायिक कार्य

जयपुर में 'आमेर कोर्ट लाओ जयपुर बचाओ' के तहत वकीलों का आंदोलन शुक्रवार को 43वें दिन भी जारी रहा. शुक्रवार को वकीलों ने हड़ताल की और हड़ताल के तहत नए कार्यों का बहिष्कार किया. रजिस्ट्रियों का काम बंद होने से जनता को प्रमाण पत्र बनाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ा.

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Published : Jan 31, 2020, 6:28 PM IST

वकीलों का 43वें दिन भी हड़ताल जारी, Strike continues for lawyers on 43rd day
वकीलों का 43वें दिन भी हड़ताल जारी

जयपुर. आमेंर एसडीम कोर्ट को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट से स्थानांतरित कर आमेर तहसील में स्थापित करने के बाद से वकीलों में आक्रोश है और वह लगातार आमेंर कोर्ट को वापस कलेक्ट्रेट परिसर में लाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. ऐसे में आक्रोशित वकीलों का आंदोलन शुक्रवार को 43वें दिन भी जारी रहा.

वकीलों का 43वें दिन भी हड़ताल जारी

बता दें कि वकील पिछली 8 जनवरी से क्रमिक अनशन कर रहे हैं. वकील मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, राजस्व मंत्री और जिला कलेक्टर को कई बार इस मामले को लेकर ज्ञापन दे चुके हैं. साथ ही संभागीय आयुक्त ने भी अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी है. जिसमें कहा गया है कि एसडीएम कोर्ट को कलेक्ट्रेट परिसर में ही रखना चाहिए.

इन सब के बावजूद भी अभी तक वकीलों की सुनवाई नहीं हो रही है और इसे लेकर वकीलों में आक्रोश व्याप्त है. वकीलों ने शुक्रवार को पूरा कलेक्ट्रेट का चक्कर लगाकर अपनी मांग दोहराई.

पढ़ेंः 'आमेर कोर्ट लाओ जयपुर बचाओ' आंदोलन के तहत वकील कल करेंगे हड़ताल, नहीं होंगे न्यायिक कार्य

वकीलों के हड़ताल पर रहने से एक बार फिर जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में न्यायिक काम बंद रहा. यहां तक की रजिस्ट्री काम भी नहीं हुआ. उपपंजीयक कार्यालय में सभी रजिस्ट्री काउंटर सूने पड़े रहे. रजिस्ट्री नहीं होंने से सरकार को राजस्व का भी नुकसान हुआ.

स्टांप वेंडरों ने भी अपना समर्थन हड़ताल को दिया. जिसके कारण लोगों को स्टाम्प भी नहीं मिलें. ई-स्टाम्प भी बंद रहा. नोटरी भी नहीं हुई और इसके कारण शपथ पत्र और मूल निवास का काम भी बंद रहा. डीड राइटर भी अपना काम बंद रखा.

पढ़ेंः विभिन्न न्यायालयों में 38 पदों के सृजन को मंजूरी, पावर प्लांट्स के लिए भूमि की मूल्यांकन दर कृषि भूमि से होगी दोगुनी

डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने बताया कि सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है और ऐसे में हम हमारे आंदोलन में और तेजी लेकर आएंगे. शनिवार को हम सेशन कोर्ट के वकीलों को अपने साथ में लेंगे और वहां न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह लड़ाई हम जनता की भलाई के लिए ही लड़ रहे हैं. जनता को 20 किलोमीटर चक्कर काटकर आमेंर एसडीएम कोर्ट में जाना पड़ेगा.

जयपुर. आमेंर एसडीम कोर्ट को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट से स्थानांतरित कर आमेर तहसील में स्थापित करने के बाद से वकीलों में आक्रोश है और वह लगातार आमेंर कोर्ट को वापस कलेक्ट्रेट परिसर में लाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. ऐसे में आक्रोशित वकीलों का आंदोलन शुक्रवार को 43वें दिन भी जारी रहा.

वकीलों का 43वें दिन भी हड़ताल जारी

बता दें कि वकील पिछली 8 जनवरी से क्रमिक अनशन कर रहे हैं. वकील मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, राजस्व मंत्री और जिला कलेक्टर को कई बार इस मामले को लेकर ज्ञापन दे चुके हैं. साथ ही संभागीय आयुक्त ने भी अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी है. जिसमें कहा गया है कि एसडीएम कोर्ट को कलेक्ट्रेट परिसर में ही रखना चाहिए.

इन सब के बावजूद भी अभी तक वकीलों की सुनवाई नहीं हो रही है और इसे लेकर वकीलों में आक्रोश व्याप्त है. वकीलों ने शुक्रवार को पूरा कलेक्ट्रेट का चक्कर लगाकर अपनी मांग दोहराई.

पढ़ेंः 'आमेर कोर्ट लाओ जयपुर बचाओ' आंदोलन के तहत वकील कल करेंगे हड़ताल, नहीं होंगे न्यायिक कार्य

वकीलों के हड़ताल पर रहने से एक बार फिर जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में न्यायिक काम बंद रहा. यहां तक की रजिस्ट्री काम भी नहीं हुआ. उपपंजीयक कार्यालय में सभी रजिस्ट्री काउंटर सूने पड़े रहे. रजिस्ट्री नहीं होंने से सरकार को राजस्व का भी नुकसान हुआ.

स्टांप वेंडरों ने भी अपना समर्थन हड़ताल को दिया. जिसके कारण लोगों को स्टाम्प भी नहीं मिलें. ई-स्टाम्प भी बंद रहा. नोटरी भी नहीं हुई और इसके कारण शपथ पत्र और मूल निवास का काम भी बंद रहा. डीड राइटर भी अपना काम बंद रखा.

पढ़ेंः विभिन्न न्यायालयों में 38 पदों के सृजन को मंजूरी, पावर प्लांट्स के लिए भूमि की मूल्यांकन दर कृषि भूमि से होगी दोगुनी

डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने बताया कि सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है और ऐसे में हम हमारे आंदोलन में और तेजी लेकर आएंगे. शनिवार को हम सेशन कोर्ट के वकीलों को अपने साथ में लेंगे और वहां न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह लड़ाई हम जनता की भलाई के लिए ही लड़ रहे हैं. जनता को 20 किलोमीटर चक्कर काटकर आमेंर एसडीएम कोर्ट में जाना पड़ेगा.

Intro:जयपुर 'आमेर कोर्ट लाओ जयपुर बचाओ' के तहत वकीलों का आंदोलन शुक्रवार को 43 वे दिन भी जारी रहा। शुक्रवार को वकीलों ने हड़ताल की और हड़ताल के तहत नए कार्यों का बहिष्कार किया रजिस्ट्रियों का काम भी बंद रहा साथ ही जनता को प्रमाण पत्र बनाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ा। वकीलों ने चेतावनी दी है कि हमारी मांग नही मानी तो कल से सेशन कोर्ट के वकीलों को साथ लेकर वहां का न्यायिक कार्य ठप किया जाएगा।


Body:आमेंर एसडीम कोर्ट को जयपुर जिला कलेक्ट्रेट से स्थानांतरित कर आमेर तहसील में स्थापित कर दिया गया है उसके बाद से ही वकीलों में आक्रोश है और वे लगातार आमेंर कोर्ट को वापस कलेक्ट्रेट परिसर में लाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। पिछली 8 जनवरी से वकील क्रमिक अनशन कर रहे हैं। वकील मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, राजस्व मंत्री व जिला कलेक्टर को भी कई बार इस मामले को लेकर ज्ञापन दे चुके हैं। साथ ही संभागीय आयुक्त ने भी अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी है जिसमें कहा गया है कि एसडीएम कोर्ट को कलेक्ट्रेट परिसर में ही रखने रखना चाहिए। इन सब के बावजूद भी अभी तक वकीलों की सुनवाई नहीं हो रही है और इसे लेकर वकीलों में आक्रोश व्याप्त है। वकीलों ने पूरी कलेक्ट्रेट का चक्कर लगाकर अपनी मांग दोहराई।
वकीलों के हड़ताल पर रहने से एक बार फिर जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में न्यायिक काम बंद रहा। रजिस्ट्री काम भी नही हुआ। उपपंजीयक कार्यालय में सभी रजिस्ट्री काउंटर सूने पड़े रहे। रजिस्ट्री नही होंने से सरकार को राजस्व का भी नुकसान हुआ।
स्टांप वेंडरों ने भी अपना समर्थन हड़ताल को दिया जिसके कारण लोगों को स्टाम्प भी नहीं मिलें। ई-स्टाम्प भी बंद रहा। नोटरी भी नहीं हुई और इसके कारण शपथ पत्र व मूल निवास का काम भी बंद रहा। डीड राइटर भी अपना काम बंद रखा।
दी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने बताया कि सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है और हम हमारे आंदोलन में और तेजी लेकर आएंगे। कल हम सेशन कोर्ट के वकीलों को भी अपने साथ में लेंगे और वहां न्यायिक कार्य का बहिष्कार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई हम जनता की भलाई के लिए ही लड़ रहे हैं जनता को 20 किलोमीटर चक्कर काटकर आमेंर एसडीएम कोर्ट में जाना पड़ेगा।


बाईट डॉ सुनील शर्मा, दी डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन जयपुर के अध्यक्ष


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