जयपुर. कोरोना काल में जिन स्ट्रीट वेंडर्स का काम पूरी तरह ठप हो गया था, उन्हें दोबारा अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए निगम द्वारा सर्वे कर 10 हजार तक का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा. पीएम स्वयं निधि योजना के तहत पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर स्ट्रीट वेंडर्स जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज में ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना के तहत लॉकडाउन से प्रभावित स्ट्रीट वेंडर्स को अब नगर निगम जयपुर ग्रेटर और हेरिटेज की 24 मार्च 2020 से पूर्व की सर्वे सूची में शामिल किया गया है. ऐसे स्ट्रीट वेंडर्स 10 हजार तक के ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं. योजना के तहत सर्वे में शामिल स्ट्रीट वेंडर्स प्रारंभिक कार्य के लिए बैंक के माध्यम से 10 हजार तक के लिए पीएम सेवा निधि वेब पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं.
इस संबंध में ग्रेटर नगर निगम कमिश्नर दिनेश यादव ने बताया कि योजना के तहत प्राप्त होने वाले 10 हजार ऋण की वापसी स्ट्रीट वेंडर्स 12 मासिक किश्तों में कर सकते हैं. समय पर ऋण वापसी करने पर 7 प्रतिशत ब्याज अनुदान का फायदा भी मिलेगा. उन्होंने कहा कि निगम स्तर पर सर्वे का काम पूरा कर संबंधित कंपनी और सरकार को भेजा जा चुका है. इसका लाभ शहर के तकरीबन 10 से 20 हजार स्ट्रीट वेंडर को मिलेगा और राज्य सरकार ने लोन के लिए अभी भी आवेदन का रास्ता खोल रखा है.
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स्ट्रीट वेंडर द्वारा डिजिटल लेनदेन की प्रक्रिया अपनाई जाती है, तो उन्हें 50 से 100 का कैशबैक तक का प्रोत्साहन दिए जाने का भी योजना में प्रावधान है. इसके साथ ही समय पर ऋण अदायगी कर स्ट्रीट वेंडर बैंक से अधिक ऋण भी प्राप्त कर सकता है.