जयपुर. राजस्थान में अब 3 सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनाव का मतदान 26 मार्च को होगा. इससे पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि भाजपा अपने दूसरे प्रत्याशी ओंकार सिंह लखावत का नाम बहुमत न होने के चलते वापस ले लेगी. लेकिन भाजपा ने ऐसा नहीं किया.
ऐसे में अब राजस्थान में 3 राज्यसभा सीटों पर 4 प्रत्याशी मैदान में हैं. वैसे तो कांग्रेस के पास अपने दो राज्यसभा प्रत्याशियों को जिताने के लिए पर्याप्त विधायकों की संख्या है, लेकिन जिस तरीके से मध्य प्रदेश में राजनीतिक हालात बने. उसके बाद से भाजपा के नेता लगातार राजस्थान में भी ये कहते नजर आ रहे हैं कि यहां भी कांग्रेस में फूट है. इसका फायदा भाजपा को राज्यसभा चुनाव में मिलेगा.
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इस मामले पर बोलते हुए महेश जोशी ने कहा कि वो चाहते थे कि भाजपा अपने प्रत्याशी का नाम वापस लेकर सर्व सम्मति से चुनाव करवाए. लेकिन चुनाव होने पर भी भाजपा को सिवाय हार के कुछ हासिल नहीं होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कभी विधायकों की बाड़ाबंदी नहीं करती है. कांग्रेस के विधायकों को केवल चुनाव से पहले मॉक पोल करवाकर यह बताया जाएगा कि राज्यसभा में वोट कैसे दिया जाता है. जो हर बार कांग्रेस पार्टी करती है.
भाजपा के कांग्रेस विधायकों के नाराज होने की बात पर जोशी ने कहा कि कांग्रेस का कोई विधायक नाराज नहीं है. भाजपा खुद अपने विधायकों की बड़ाबंदी करने के लिए तैयार रहे. नहीं तो ऐसा न हो कि उनके विधायक इन राज्यसभा चुनाव में कोई गलती कर जाएं.