जयपुर. राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट)-2021 में गड़बड़ियों को लेकर बेरोजगारों के 5 अक्टूबर को प्रस्तावित आंदोलन से एक दिन पहले सोमवार को राजस्थान बेरोजगार (एकीकृत) महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान बेरोजगारों की विभिन्न मांगों पर वार्ता हुई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से ठोस आश्वासन नहीं मिलने के बाद उपेन यादव ने आंदोलन जारी रखने का एलान किया है.
राजस्थान बेरोजगार (एकीकृत) महसंघ के बैनर तले 5 अक्टूबर को शहीद स्मारक पर आंदोलन प्रस्तावित है. उपेन यादव ने बताया कि रीट, एसआई और जेईएन भर्ती परीक्षाओं का पेपर लीक, पेपर के लिफाफों की सील खुली मिलने जैसे मामलों को लेकर सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी. इसके साथ ही 6 बेरोजगारों पर दर्ज मुकदमें वापस लेने और रीट परीक्षा देने से वंचित बेटियों को न्याय दिलाने, नकल और पेपर लीक जैसे मामलों में सख्त कानून बनाने की भी मांग की जाएगी.
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कल आंदोलन यथावत रखने का फैसला
मीटिंग के बाद उपेन यादव ने बताया कि रीट, एसआई और जेईएन भर्ती में गड़बड़ियों सहित अन्य मुद्दों पर बेरोजगारों की मांगें सीएम गहलोत के सामने रखी हैं. मुख्यमंत्री ने एसओजी के अधिकारियों से बात कर जल्द बेरोजगारों के हित में फैसला लेने की बात कही है. उन्होंने कहा कि बेरोजगारों की मांगों पर अमल नहीं होने पर 5 अक्टूबर का आंदोलन यथावत रखने का फैसला लिया गया है.
सीएम ने किया रीट परीक्षा फिर से करवाने से इंकार
रीट परीक्षा में धांधली को लेकर विपक्ष के आरोपों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार किया. सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी आरोप लगाने से पहले यह बताए कि क्या उनके शासन में पेपर लीक नहीं हुए. सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान में जिस तरह से इतने बड़े स्केल पर पहली बार परीक्षा आयोजित हुई, जिसमें लोगों ने आगे बढ़कर सहयोग किया है. अन्य राज्य से आए बेरोजगारों ने सरकार की व्यवस्थाओं की तारीफ की और सरकार के जिंदाबाद के नारे लगाए. यह सब चीजें हमारे विपक्ष में बैठे साथियों को रास नहीं आ रही है. इसलिए अब वह अफवाह फैला कर भड़काने की कोशिश कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमने पूरी शक्ति के साथ इस परीक्षा को बेहतर मैनेजमेंट के साथ संपन्न कराया. विपक्ष बहुत आसानी से यह आरोप लगा रही है लेकिन उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि पेपर लीक पहले भी होते रहे हैं, चाहे बीजेपी सरकार रही हो या कांग्रेस की रही हो किसने बेहतर मैनेजमेंट के साथ में परीक्षा संपन्न कराई यह बड़ी बात है.
भाजपा के कंधे पर बंदूक रखकर बेरोजगार युवाओं को भ्रमित कर रहे हैं सीएम : राजेंद्र राठौड़
सीएम गहलोत ने कहा कि अगर भर्तियां अटकाएंगे तो फिर नौकरी कैसे मिलेगी? कोई बात है तो फिर SOG को सबूत दें, किसी को नहीं बख्शा जाएगा. अगर किसी सेंटर पर पेपर आउट की बात है तो हम उन सेंटर पर फिर से परीक्षा करवा देंगे. लेकिन लाखों बच्चों का भविष्य अधर में नहीं डाल सकते हैं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत ने फिर से REET परीक्षा करवाने से इनकार किया है.
रीट भर्ती परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़ ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि रीट भर्ती में धांधली और पेपर लीक प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री राज्य सरकार की प्रशासनिक विफलताओं पर पर्दा डालकर पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर आरोप लगाकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला नहीं झाड़ सकते.
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राठौड़ ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री भाजपा के कंधे पर बंदूक रखकर रीट परीक्षा में हुई धांधली के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले बेरोजगार युवाओं को भ्रमित कर रहे हैं. जिससे रीट पेपर लीक प्रकरण में संलिप्त दोषियों को बचाया जा सके. सीएम अगर रीट परीक्षा की निष्पक्ष और पारदर्शी उच्चस्तरीय जांच करवाएं तो यह सिद्ध हो जाएगा कि आरोपी बत्तीलाल मीणा के कांग्रेस सरकार में बैठे राजनीतिक आकाओं के साथ घनिष्ठ संबंध है.
सरकार बताए व्हाट्सएप पर पेपर कैसे आया
प्रतिपक्ष के उपनेता राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री के दावों के मुताबिक जब राज्य सरकार ने रीट परीक्षा को बेहतर ढंग से मैनेज किया है तो फिर परीक्षा से कुछ घंटे पहले ही वाट्सएप पर पेपर कैसे सामने आ गया ? यदि रीट का पेपर आउट ही नहीं हुआ तो 2 दर्जन सरकारी अधिकारियो और सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों की गई.
राठौड़ ने कहा कि राज्य में प्रत्येक भर्ती परीक्षा में पेपर आउट करवाने वाला संगठित गिरोह पनप गया है. सरकारी अधिकारियों-कार्मिकों के साथ गठजोड़ करके पेपर आयोजित होने से कुछ घंटे पहले ही उसे लीक कर बेरोजगार युवाओं के सपने को चकनाचूर कर रहे हैं.