जयपुर. राज्य निर्वाचन आयोग ने आदेश जारी करते हुए 20 अक्टूबर, 2020 तक 129 नगर निकायों के चुनाव को स्थगित कर दिया है. आयोग ने यह निणर्य प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए लिया है. आयोग ने अपने आदेश में यह भी कहा है कि समय-समय पर कोविड 19 की समीक्षा करेंगे, अगर इस बीच में हालात सामान्य हुए तो चुनाव बीच में भी कराए जा सकते हैं. यह आदेश बाड़मेर और भरतपुर को छोड़ कर सभी जिला कटेक्टर को जारी किए गए हैं. इन दोनों जिलों में पहले ही चुनाव हो चुके हैं.
राज्य की 129 नगर निकायों में 21 अगस्त को समाप्त हो रहे कार्यकाल के बाद अब यहां पर प्रशासक लगना तय हो गया है. राज्य निर्वाचन आयोग ने बुधवार को 129 नगर निकायों में चुनाव नहीं कराने को लेकर निर्णय ले लिया है. इससे पहले राज्य सरकार की ओर से स्वायत्त शासन विभाग ने करीब 1 महीने पहले राज्य निर्वाचन आयोग को चिट्ठी लिखकर इस कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए चुनाव टालने के लिए चिट्ठी लिखी थी.
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स्वायत्त शासन विभाग की ओर से लिखी चिट्ठी में कहा गया था कि नगर निकाय चुनाव आम मतदाताओं से जुड़े होते हैं. इन छोटे चुनाव में एक-एक वोट का बड़ा असर होता है. ऐसे में चुनाव में मतदाता का बड़ा उत्साह रहता है. ऐसे में कोरोना संक्रमण के इस माहौल में चुनाव संपन्न करना ठीक नहीं है. इसलिए आयोग इन चुनाव को अक्टूबर माह तक स्थगित करे. सरकार की ओर से मिली छुट्टी के बाद में राज्य निर्वाचन आयोग ने स्वास्थ विभाग, गृह विभाग सहित संबंधित विभागों के साथ में उच्च स्तरीय बैठक कर चुनाव से जुड़े बिंदुओं पर चर्चा की थी.
इतना ही नहीं आयोग ने सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ भी उच्च स्तरीय बैठक कर चुनाव को लेकर उनसे उनकी राय मांगी थी. राजनीतिक दलों ने भी इस बात की सहमति दी थी कि किसी की जान पर भारी चुनाव नहीं हो सकता. विभागीय अधिकारियों और राजनीतिक दलों के सुझाव के बाद आयोग ने चुनाव को 20 अक्टूबर 2020 तक स्थगित करने का निणर्य लिया है.
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21 अगस्त को 129 नगर निकायों का कार्यकाल समाप्त
राज्य की 129 नगर निकायों के चुनाव अगस्त में प्रस्तावित थे. लेकिन प्रदेश में कोविड-19 के चलते यह चुनाव संपन्न नहीं कराए जा रहे हैं. वहीं, 129 नगर निकायों के कार्यकाल 21 अगस्त को समाप्त हो रहे हैं. ऐसे में अब 3 दिन में राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव संपन्न नहीं करा सकता. लिहाजा नगर निकायों में भी नगर पालिका, ग्राम पंचायत, पंचायत समिति, जिला परिषद की तरह प्रशासक लगना तय माना जा रहा है.
पहले से स्थगित हो चुके हैं चुनाव
राज्य की 3860 ग्राम पंचायतें, 352 पंचायत समितियों, 7027 पंचायत समिति सदस्यों, 1014 जिला परिषद सदस्य, 33 जिला प्रमुख, 6 नवगठित नगर निगमों में पहले से ही चुनाव स्थगित किए जा चुके हैं.