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ACB की गिरफ्त में रिश्वतखोर कांस्टेबल...पूछताछ में सामने आए कई चौंकाने वाले खुलासे

जयपुर में एसीबी की टीम ने मंगलवार को श्रीगंगानगर के एक कांस्टेबल को 10 लाख रुपये की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. इसके बाद कांस्टेबल से एसीबी मुख्यालय में पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में अनेक चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं.

Action of Jodhpur ACB in Jaipur,   Sriganganagar constable arrested
छताछ में अनेक चौंकाने वाले खुलासे
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Published : Oct 27, 2020, 3:45 PM IST

जयपुर. राजधानी जयपुर के एक फाइव स्टार होटल में 10 लाख रुपये की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए श्रीगंगानगर जिले के जवाहर नगर थाने के कांस्टेबल नरेश चंद्र मीणा से एसीबी मुख्यालय में पूछताछ की जा रही है.

पूछताछ में अनेक चौंकाने वाले खुलासे...

साथ ही रिश्वतखोरी के इस पूरे प्रकरण में फरार हुए जवाहर नगर थानाधिकारी राजेश कुमार सियाग के झुंझुनू स्थित पैतृक आवास और श्रीगंगानगर से सरकारी आवास और कार्यालय में भी छापेमारी की जा रही है. एसीबी के हत्थे चढ़े आरोपी कांस्टेबल से हो रही पूछताछ में अनेक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. आरोपी कांस्टेबल की ओर से परिवादी के अलावा कानपुर और लखनऊ के कुछ अन्य व्यापारियों से भी रिश्वत राशि ली गई है.

पढ़ें- जयपुर में नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, पंजाब पुलिस ने जब्त की 6 करोड़ की दवाइयां

एसीबी डीजी बीएल सोनी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले एक फार्म व्यापारी को एनडीपीएस एक्ट में कार्रवाई करने और गिरफ्तार करने का डर दिखाकर रिश्वतखोरी का यह पूरा खेल खेला गया. श्रीगंगानगर जिले के सदर थाना पुलिस की ओर से एनडीपीएस एक्ट में कार्रवाई करते हुए एक प्रकरण दर्ज किया गया, जिसकी जांच जवाहर नगर थानाधिकारी राजेश कुमार सियाग को दी गई.

नशीली गोलियों के कारोबार में कानपुर व्यवसाई की फार्मा फर्म की भूमिका सामने नहीं आने के बावजूद भी थानाधिकारी सियाग ने व्यापारी को नोटिस दे दिया. उसके बाद 18 सितंबर को जवाहर नगर थाने से कांस्टेबल नरेश चंद मीणा और एक एएसआई सोहन लाल परिवादी की कानपुर स्थित दुकान पर पहुंचे और एनडीपीएस एक्ट के प्रकरण में गिरफ्तार करने का डर दिखाकर 15 लाख रुपये वसूल लिए.

इसके कुछ समय बाद कांस्टेबल नरेश चंद मीणा ने फिर से कानपुर पहुंच कर फार्मा व्यापारी से 25 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की, जिस पर फार्मा व्यापारी ने 1 लाख रुपए देकर कांस्टेबल को शेष राशि कुछ ही दिनों में देने की बात कह कर फिर से श्रीगंगानगर के लिए रवाना किया.

फार्मा व्यापारी के कोरोना संक्रमित होने के बावजूद दिल्ली पहुंचा कांस्टेबल...

जब फार्मा व्यापारी की ओर से 25 लाख रुपये की रिश्वत राशि समय पर नहीं दी गई तो एक बार फिर से आरोपी कांस्टेबल नरेश चंद मीणा कानपुर पहुंच गया. कानपुर पहुंच कर फार्मा व्यापारी को सोशल मीडिया के जरिए कॉल कर 25 लाख रुपये की रिश्वत राशि देने को कहा. इस पर फार्मा व्यापारी ने स्वयं के कोरोना संक्रमित होने की बात बताई और दिल्ली में उपचार लेने होने की बात बताई.

इस पर आरोपी कांस्टेबल ने फार्मा व्यापारी को एनडीपीएस एक्ट के प्रकरण में गिरफ्तार करने का भय दिखा कर व्यापारी से स्वयं की दिल्ली की फ्लाइट बुक करवाई और व्यापारी से मिलने दिल्ली पहुंच गया. जहां व्यापारी के कोरोना संक्रमित होने पर सौदा 25 लाख की बजाय 10 लाख रुपये में तय किया गया.

पढ़ें- ACB ने 10 लाख की रिश्वत लेते श्रीगंगानगर के कांस्टेबल को किया ट्रैप, थानाधिकारी फरार

रिश्वत के 10 लाख रुपये व्यापारी के चाचा द्वारा जयपुर लाए गए और आरोपी कांस्टेबल को दिए गए. इस पर एसीबी टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी कांस्टेबल नरेश चंद मीणा को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी कांस्टेबल नरेश मीणा के मोबाइल से थानाधिकारी राजेश सियाग से की गई सोशल मीडिया चैट के आधार पर यह बात सामने आई कि थानाधिकारी द्वारा ही कांस्टेबल के मार्फत व्यापारी से रिश्वत राशि की मांग की गई. हालांकि, आरोपी थानाधिकारी राजेश सियाग फरार हो गया, जिसकी तलाश की जा रही है.

जयपुर. राजधानी जयपुर के एक फाइव स्टार होटल में 10 लाख रुपये की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए श्रीगंगानगर जिले के जवाहर नगर थाने के कांस्टेबल नरेश चंद्र मीणा से एसीबी मुख्यालय में पूछताछ की जा रही है.

पूछताछ में अनेक चौंकाने वाले खुलासे...

साथ ही रिश्वतखोरी के इस पूरे प्रकरण में फरार हुए जवाहर नगर थानाधिकारी राजेश कुमार सियाग के झुंझुनू स्थित पैतृक आवास और श्रीगंगानगर से सरकारी आवास और कार्यालय में भी छापेमारी की जा रही है. एसीबी के हत्थे चढ़े आरोपी कांस्टेबल से हो रही पूछताछ में अनेक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. आरोपी कांस्टेबल की ओर से परिवादी के अलावा कानपुर और लखनऊ के कुछ अन्य व्यापारियों से भी रिश्वत राशि ली गई है.

पढ़ें- जयपुर में नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, पंजाब पुलिस ने जब्त की 6 करोड़ की दवाइयां

एसीबी डीजी बीएल सोनी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले एक फार्म व्यापारी को एनडीपीएस एक्ट में कार्रवाई करने और गिरफ्तार करने का डर दिखाकर रिश्वतखोरी का यह पूरा खेल खेला गया. श्रीगंगानगर जिले के सदर थाना पुलिस की ओर से एनडीपीएस एक्ट में कार्रवाई करते हुए एक प्रकरण दर्ज किया गया, जिसकी जांच जवाहर नगर थानाधिकारी राजेश कुमार सियाग को दी गई.

नशीली गोलियों के कारोबार में कानपुर व्यवसाई की फार्मा फर्म की भूमिका सामने नहीं आने के बावजूद भी थानाधिकारी सियाग ने व्यापारी को नोटिस दे दिया. उसके बाद 18 सितंबर को जवाहर नगर थाने से कांस्टेबल नरेश चंद मीणा और एक एएसआई सोहन लाल परिवादी की कानपुर स्थित दुकान पर पहुंचे और एनडीपीएस एक्ट के प्रकरण में गिरफ्तार करने का डर दिखाकर 15 लाख रुपये वसूल लिए.

इसके कुछ समय बाद कांस्टेबल नरेश चंद मीणा ने फिर से कानपुर पहुंच कर फार्मा व्यापारी से 25 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की, जिस पर फार्मा व्यापारी ने 1 लाख रुपए देकर कांस्टेबल को शेष राशि कुछ ही दिनों में देने की बात कह कर फिर से श्रीगंगानगर के लिए रवाना किया.

फार्मा व्यापारी के कोरोना संक्रमित होने के बावजूद दिल्ली पहुंचा कांस्टेबल...

जब फार्मा व्यापारी की ओर से 25 लाख रुपये की रिश्वत राशि समय पर नहीं दी गई तो एक बार फिर से आरोपी कांस्टेबल नरेश चंद मीणा कानपुर पहुंच गया. कानपुर पहुंच कर फार्मा व्यापारी को सोशल मीडिया के जरिए कॉल कर 25 लाख रुपये की रिश्वत राशि देने को कहा. इस पर फार्मा व्यापारी ने स्वयं के कोरोना संक्रमित होने की बात बताई और दिल्ली में उपचार लेने होने की बात बताई.

इस पर आरोपी कांस्टेबल ने फार्मा व्यापारी को एनडीपीएस एक्ट के प्रकरण में गिरफ्तार करने का भय दिखा कर व्यापारी से स्वयं की दिल्ली की फ्लाइट बुक करवाई और व्यापारी से मिलने दिल्ली पहुंच गया. जहां व्यापारी के कोरोना संक्रमित होने पर सौदा 25 लाख की बजाय 10 लाख रुपये में तय किया गया.

पढ़ें- ACB ने 10 लाख की रिश्वत लेते श्रीगंगानगर के कांस्टेबल को किया ट्रैप, थानाधिकारी फरार

रिश्वत के 10 लाख रुपये व्यापारी के चाचा द्वारा जयपुर लाए गए और आरोपी कांस्टेबल को दिए गए. इस पर एसीबी टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी कांस्टेबल नरेश चंद मीणा को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी कांस्टेबल नरेश मीणा के मोबाइल से थानाधिकारी राजेश सियाग से की गई सोशल मीडिया चैट के आधार पर यह बात सामने आई कि थानाधिकारी द्वारा ही कांस्टेबल के मार्फत व्यापारी से रिश्वत राशि की मांग की गई. हालांकि, आरोपी थानाधिकारी राजेश सियाग फरार हो गया, जिसकी तलाश की जा रही है.

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