जयपुर. राजस्थान के विधानसभा में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने राज्यसभा चुनाव से पहले खरीद-फरोख्त को लेकर जो शिकायत एसओजी को दी थी. अब एसओजी ने अपने स्तर पर ही शिकायत को दर्ज कर लिया है और इस मामले में वो जल्द ही मुख्य सचेतक महेश जोशी के बयान भी दर्ज करेगी. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत से महेश जोशी ने खास बात की.
सवाल- एसओजी ने मामला दर्ज किया है
- जवाब- हमने जो शक जाहिर किया था एसओजी ने उसे सही माना है. आज जो एसओजी की जांच में खुलासे हुए हैं वो खुलासे इस बात को सिद्ध करते हैं कि जो हमने कहा था वो सही था. भाजपा की ओर से इस तरीके की बातें हुई थी जो छोटे स्तर पर नहीं हो सकती है. जिस तरीके से करोड़ों की रकम देने की बात हुई है और लेन-देन की बात सामने आई है. इसी का शक हमने जाहिर किया था. इस मामले में एसओजी ने जांच शुरू कर दी है और जो निष्कर्ष निकलेगा वो सबके सामने आएगा और भाजपा इसमें बेनकाब होगी.
सवाल- कांग्रेस में आपसी मतभेद हैं इसके चलते यह सब आरोप लग रहे हैं
- जवाब- इस मामले में SOG मुझसे पूछताछ करेगी तो मैं जवाब दूंगा मेरा नाम इस FIR में है या नहीं ये महत्वपूर्ण नहीं है. महत्वपूर्ण ये है कि सच्चाई प्रदेश की जनता के सामने आनी चाहिए. लोकतंत्र में खरीद फरोख्त की कोई जगह नहीं होनी चाहिए. कांग्रेस ईमानदार पॉलिटिक्स करती है और हम 26 विधायकों ने जो बात रखी है इसमें हस्ताक्षर केवल 26 लोगों के हैं, लेकिन भावना इसमें कांग्रेस के हर कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि की है. कांग्रेस के लोगों को प्रबंध देने की राज्यसभा के समय भी कोशिश हुई थी, लेकिन उसका निर्णय क्या निकला एक भी कांग्रेस का विधायक टूटा नहीं उल्टे भाजपा के विधायक क्रॉस वोटिंग कर गया कॉन्ग्रेस पूरी तरीके से एकजुट है जो बयान हम लोगों ने दिया है वो कांग्रेस की भावना के अनुरूप है कांग्रेस अपने हाईकमान के नेतृत्व में पूरे तरीके से एकजुट है. छोटे-मोटे मतभेद हर पार्टी में होते हैं. हमारी पार्टी में भी हो सकते हैं, लेकिन हम एक हैं ये राज्यसभा चुनाव में भी दिखा दिया है.
सवाल- क्या यह केवल राज्य सभा चुनाव तक सीमित था या फिर कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का प्रयास
- जवाब- खरीद-फरोख्त का प्रयास केवल राज्यसभा चुनाव के लिए नहीं हुआ था, इसकी लंबी प्लानिंग थी. लोकतंत्र को जहां भी कमजोर किया जा सकता है. वहां भाजपा प्रयास करती है. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार मजबूत है. भाजपा लगातार इसमें प्रयास कर रही है, लेकिन वो इसमें कामयाब नहीं होगी और 5 साल तक राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रहेगी.
सवाल- रमिला खड़िया इंकार कर रही है कि उन्हें किसी ने लेनदेन के लिए संपर्क किया था
- जवाब- हम लोग एसओजी की जांच के बारे में कुछ नहीं कह रहे हैं. रमिला खड़िया जी या महेंद्रजीत मालवीय जी को अप्रोच करने की कोशिश की. इसके बारे में हमने अखबार में ही पढ़ा है. कांग्रेस पार्टी को हमारे दोनों नेताओं पर कोई शक नहीं है. उन तक क्या बात पहुंची क्या नहीं पहुंची इसका हमें नहीं पता. एसओजी ने इन दोनों नेताओं का नाम लिखा है हमें इस बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन एसओजी ने जो बातें सामने रखी है उससे यह बात प्रमाणित हो गई है कि अब तक जो केवल हमारी तरफ से कहा जा रहा था वह आरोप थे और अब वह आरोप एसओजी ने प्रमाणित कर दिए हैं और हमारे आरोप अब आरोप नहीं रहे हैं बल्कि यह प्रमाणित हो गए हैं.
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सवाल- इस मामले की जांच एसओजी से जांच क्यों करवाई जा रही है, सीबीआई से क्यों नहीं
- जवाब- केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई से इस मामले की जांच करवाने पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियां क्या कर रही है, देश में यह सबके सामने है. इस मामले में फिर वह एक नया विवाद करना चाहते हैं. जब तक प्रदेश में उनकी सरकार थी तब तक राजस्थान की पुलिस पर उनको विश्वास था. आज उनको इस पर विश्वास नहीं है. पूरी भाजपा घबरा चुकी है सतीश पूनिया, गुलाबचंद कटारिया घबरा गए हैं कि कहीं ऐसा ना हो कि जांच हो और नए तथ्य सामने आ जाए. भाजपा नए तथ्यों को सामने आने से रोकने के लिए साजिश कर रही है. हमें एसओजी, एटीएस और राजस्थान पुलिस पर पूरा भरोसा है और हम उनकी जांच में कोई भी दखल नहीं करते हैं, लेकिन जो निष्कर्ष आएगा वह पूरी जनता देखेगी.
सवाल- मुख्यमंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन मामले के बाद फिर से एक्टिव हुई कांग्रेस
- जवाब- विशेषाधिकार हनन का मामला पहले भाजपा की ओर से नहीं बल्कि निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा की ओर से दिया गया था. अब भाजपा कह रही है कि वो मुझ पर विशेषाधिकार हनन का मामला रखेंगे. मैं इस बात का स्वागत करता हूं. कटारिया जी ने जो कहा है कि मेरे खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला लेकर आएंगे मैं तो चाहता हूं कि वो मेरे खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला लेकर आएं ताकि जो बात मैं रखूं वो पूरी जनता के सामने पहुंचे.