कोटा. शहर के काला तालाब इलाके रंग तालाब में सोमवार को सीवरेज लाइन डालने के दौरान बड़ा हादसा हो गया. मिट्टी ढहने से दो मजदूर दब गए. जिनको मौके पर मौजूद अन्य मजदूरों और मशीनरी की मदद से बाहर निकालने का काम शुरू किया गया. दोनों लोगों को निकालकर निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने एक मजदूर को मृत घोषित कर (One worker dies due to soil collapse) दिया, वहीं दूसरे का उपचार किया जा रहा है. मृतक मध्यप्रदेश के झाबुआ जिला निवासी 34 वर्षीय तौलया है. वहीं 32 वर्षीय राकेश घायल हुआ है.
रेलवे कॉलोनी थानाधिकारी मुनीन्द्र सिंह ने बताया कि राजस्थान अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट (आरयूआईडीपी) की ओर से बड़ी सीवर लाइन लाइन डाली जा रही थी. इसी पाइप से मिट्टी निकालने का काम मजदूर कर रहे थे. इसी दौरान सीवरेज लाइन के गड्ढे के ऊपर की तरफ बड़ी मात्रा में मिट्टी अचानक से ढहते हुए नीचे गड्ढे में गिर गई. जिसमें दोनों मजदूर दब गए. यह घटना सुबह 11 बजे हुई. घटना के करीब 15 मिनट की मशक्कत के बाद मजदूरों को बाहर निकाला गया. इसके बाद मजदूरों को अस्पताल ले जाया गया. घटनास्थल पर करीब 10 से 15 मजदूर कार्यरत थे. हादसे को लेकर पुलिस का कहना है कि यह घटना लापरवाही के कारण हुई है या किसी अन्य वजह से इसकी जांच की जाएगी. मजदूरों को अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने एक मजदूर को मृत घोषित कर दिया. मृतक के शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है. यहां पर उसके परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया होगी. परिजन जिस भी तरह की रिपोर्ट देंगे, वैसी कार्रवाई भी की जाएगी.
पढ़े:कोटा : रेलवे अंडरपास के निर्माण के दौरान हादसा, मिट्टी ढहने से 4 मजदूर दबे, 1 की मौत
बता दें कि इसके पहले भी नगर विकास न्यास और आरयूआईडीपी की सीवरेज लाइन डालते समय हादसे हुए हैं. जिनमें मजदूरों की मौत होती रही है, लेकिन दोनों ही विभागों ने कोई सावधानी निर्माण के दौरान नहीं बरती है. इससे पहले बोरखेड़ा इलाके में यूआईटी की डल रही सीवरेज लाइन के चलते हादसा हुआ था, जिसमें एक मजदूर की मौत हो गई थी. पहले काला तालाब इलाके में ही सीवरेज लाइन के दौरान मेनहोल में एक 14 वर्षीय किशोर की गिर जाने के चलते मौत हुई थी.