जयपुर. ब्रिटेन के नए कोरोना स्ट्रेन की भारत में दस्तक ने चिकित्सा विभाग की नींद उड़ा दी है. केंद्र सरकार ने नए स्ट्रेन की स्टडी यानी जीनोम सर्विलांस के लिए राज्य सरकारों को अलर्ट जारी किया है. जिसके तहत अब प्रत्येक कोरोना टेस्टिंग लैब के पॉजिटिव मरीजों में से पांच फीसदी की डबल जांच होगी. इस क्रास टेस्टिंग के काम के लिए चिकित्सा मंत्रालय ने पूरे देशभर में दस लैब को अधिकृत किया है.
केंद्र से मिले निर्देशों की पालना में बतौर नोडल सेंटर सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज ने सभी लैब से संपर्क साधना शुरू कर दिया है. वहीं राजस्थान के सभी 34 सरकारी लैब के अलावा निजी लैब को निर्देश दिए गए कि वे पॉजिटिव मरीजों के सैंपल में से 5 फीसदी सैंपल जयपुर भेजें, ताकि इन सैंपलों को जीन सीक्वेंसिंग के लिए दिल्ली भेजा जा सके.
अकेले राजस्थान की बात की जाए तो 800 से अधिक यात्री ब्रिटेन से आए हैं. केंद्र की सूची के आधार पर जब यात्रियों की ट्रेसिंग करवाई गई तो इसमें से 7 यात्री कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए, हालांकि इन यात्रियों में कोरोना का नया स्ट्रेन है या नहीं, इसकी अभी पूना लैब से जांच प्रक्रियाधीन है. केंद्र सरकार ने एक तरफ जहां विदेश से लौटे प्रत्येक नागरिक की कोरोना टेस्ट के साथ ही जीन सीक्वेंसी के निर्देश दिए, तो दूसरी ओर यह भी तय किया गया है कि देश की हर लैब में मिल रहे हैं पॉजिटिव केसों में से पांच फीसदी सैंपलो की जिन सिक्वेंसी की जाए. जिससे की यह पता लगाया जा सके कि कहीं भारत में भी कोरोना के नए स्ट्रेन तो नहीं फैल रहा है.