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Special : जयपुर में लगेंगे स्मार्ट डस्टबिन..FULL होने पर हूपर को देंगे संदेश, सौर ऊर्जा से करेंगे काम

तकनीक के सहारे राजधानी जयपुर को स्मार्ट बनाने की कवायद जारी है. इस क्रम में अब डस्टबिन भी स्मार्ट लगाए जा रहे हैं. ये डस्टबिन गीला और सूखा कचरा अलग-अलग रखने का संदेश देंगे. इसके अलावा कचरा डालने की कैपेसिटी से लेकर फुल होने पर कचरा खाली करने का भी संदेश देंगे. ये स्मार्ट डस्टबिन सोलर ऊर्जा से काम करेंगे.

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Published : Jul 24, 2021, 4:51 PM IST

Updated : Jul 24, 2021, 8:16 PM IST

जयपुर में स्मार्ट डस्टबिन
जयपुर में स्मार्ट डस्टबिन

जयपुर. राजधानी जयपुर में पारंपरिक कचरा पात्र की व्यवस्था को स्मार्ट डस्टबिन से बदलने की कोशिश की जा रही है. अमूमन कचरा पात्र की चोरी होने, जरूरत से ज्यादा भरे होने या उनमें आग लगने की शिकायतें सामने आती हैं. निगम कई बार पारंपरिक कचरा पात्र के लिए टेंडर कर खर्च कर चुका है. इसके बावजूद शहर की सड़कों पर बहुत कम डस्टबिन नजर आते हैं.

इन शिकायतों को दूर करने के लिए स्मार्ट डस्टबिन बनाया गया है. स्मार्ट डस्टबिन के चोरी होने, कचरे से पूरा भरने से पहले ही खाली करने और आग लगने की स्थिति में ऑटो फायर फाइटिंग सिस्टम के जरिए आग बुझाने के साथ-साथ जिम्मेदारों तक मैसेज पहुंचाने का भी सिस्टम जोड़ा गया है.

हेरिटेज नगर निगम में स्मार्ट डस्टबिन का प्रयोग

सीकर के रहने वाले एंटरप्रेन्योर दिनेश फैनिन ने स्मार्ट डस्टबिन इजाद किया है. साथ ही इसे पेटेंट कराने के लिए भी रजिस्ट्रेशन किया है. उन्होंने बताया कि ये अपनी तरह का पहला डस्टबिन है, जो एक बार इंस्टॉलेशन के बाद बिना किसी खर्चे के वर्क करेगा. इस पर लगे सोलर पैनल से सूर्य की रोशनी को कलेक्ट कर डस्टबिन की फंक्शनिंग होगी. इसका बैकअप भी करीब 5 दिन का है.

इसके साथ ही आरएफआईडी लॉक सिस्टम भी लगाया गया है. आग लगने की स्थिति से लड़ने के लिए फायर फाइटिंग सिस्टम इंस्टॉल किया गया है. यदि गीले और सूखे कचरे का कंटेनर 80% फुल हो जाएगा, तो डस्टबिन नजदीकी हूपर के लिये सेल्फ मैसेज जनरेट करेगा. जिसे मौके पर पहुंचकर खाली किया जा सकेगा.

पढ़ें- जयपुर : परकोटे के बाजारों में लगेंगे हेरिटेज लाइट पोल, कार्यालयों में फेस मशीन से लगेगी हाजिरी

ऐसे में डस्टबिन के ओवरफिलिंग की समस्या खत्म हो जाएगी. इस स्मार्ट डस्टबिन को एक स्मार्ट डस्टबिन ऐप के साथ जोड़ा जाएगा. जिसमें आम जनता अपने आसपास के डस्टबिन को गूगल लोकेशन के माध्यम से ट्रैक भी कर सकेगी. इसके साथ ही इस स्मार्ट डस्टबिन में मोबाइल चार्जिंग, नाइट विजन जैसे फीचर भी इंस्टॉल किए गए हैं.

जयपुर में स्मार्ट डस्टबिन
स्मार्ट डस्टबिन की खूबियां

इस डस्टबिन की कीमत करीब 65 हज़ार से 70 हज़ार रुपए पड़ेगी. डस्टबिन का प्रयोग हेरिटेज नगर निगम में शुरू किया गया है. इसके सफल रहने की स्थिति में इसे शुरुआत में शहर के पर्यटन स्थलों पर लगाया जाएगा.

निगम कमिश्नर अवधेश मीणा के अनुसार आईटी बेस्ड स्मार्ट डस्टबिन के माध्यम से कचरे का डाटा बेस एनालिसिस हो सकता है. इसकी शुरुआत निगम परिसर से ही की गई है. अगर ये कारगर सिद्ध होता है, तो शहर में और जगह भी इसे लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि जो फर्म स्मार्ट डस्टबिन को लगाएगी, वही इसकी मॉनिटरिंग भी करेगी.

जयपुर में स्मार्ट डस्टबिन
हेरिटेज नगर निगम में लगाया स्मार्ट डस्टबिन

बहरहाल, ये प्रयोग अगर सफल होता है, तो स्मार्ट सिटी जयपुर के नाम के साथ स्मार्ट डस्टबिन का नाम भी जुड़ जाएगा. लेकिन फिलहाल कैपेसिटी और प्रबंधन पर निर्भर करेगा कि ये राजधानी में इस्तेमाल किया जाएगा भी या नहीं.

जयपुर. राजधानी जयपुर में पारंपरिक कचरा पात्र की व्यवस्था को स्मार्ट डस्टबिन से बदलने की कोशिश की जा रही है. अमूमन कचरा पात्र की चोरी होने, जरूरत से ज्यादा भरे होने या उनमें आग लगने की शिकायतें सामने आती हैं. निगम कई बार पारंपरिक कचरा पात्र के लिए टेंडर कर खर्च कर चुका है. इसके बावजूद शहर की सड़कों पर बहुत कम डस्टबिन नजर आते हैं.

इन शिकायतों को दूर करने के लिए स्मार्ट डस्टबिन बनाया गया है. स्मार्ट डस्टबिन के चोरी होने, कचरे से पूरा भरने से पहले ही खाली करने और आग लगने की स्थिति में ऑटो फायर फाइटिंग सिस्टम के जरिए आग बुझाने के साथ-साथ जिम्मेदारों तक मैसेज पहुंचाने का भी सिस्टम जोड़ा गया है.

हेरिटेज नगर निगम में स्मार्ट डस्टबिन का प्रयोग

सीकर के रहने वाले एंटरप्रेन्योर दिनेश फैनिन ने स्मार्ट डस्टबिन इजाद किया है. साथ ही इसे पेटेंट कराने के लिए भी रजिस्ट्रेशन किया है. उन्होंने बताया कि ये अपनी तरह का पहला डस्टबिन है, जो एक बार इंस्टॉलेशन के बाद बिना किसी खर्चे के वर्क करेगा. इस पर लगे सोलर पैनल से सूर्य की रोशनी को कलेक्ट कर डस्टबिन की फंक्शनिंग होगी. इसका बैकअप भी करीब 5 दिन का है.

इसके साथ ही आरएफआईडी लॉक सिस्टम भी लगाया गया है. आग लगने की स्थिति से लड़ने के लिए फायर फाइटिंग सिस्टम इंस्टॉल किया गया है. यदि गीले और सूखे कचरे का कंटेनर 80% फुल हो जाएगा, तो डस्टबिन नजदीकी हूपर के लिये सेल्फ मैसेज जनरेट करेगा. जिसे मौके पर पहुंचकर खाली किया जा सकेगा.

पढ़ें- जयपुर : परकोटे के बाजारों में लगेंगे हेरिटेज लाइट पोल, कार्यालयों में फेस मशीन से लगेगी हाजिरी

ऐसे में डस्टबिन के ओवरफिलिंग की समस्या खत्म हो जाएगी. इस स्मार्ट डस्टबिन को एक स्मार्ट डस्टबिन ऐप के साथ जोड़ा जाएगा. जिसमें आम जनता अपने आसपास के डस्टबिन को गूगल लोकेशन के माध्यम से ट्रैक भी कर सकेगी. इसके साथ ही इस स्मार्ट डस्टबिन में मोबाइल चार्जिंग, नाइट विजन जैसे फीचर भी इंस्टॉल किए गए हैं.

जयपुर में स्मार्ट डस्टबिन
स्मार्ट डस्टबिन की खूबियां

इस डस्टबिन की कीमत करीब 65 हज़ार से 70 हज़ार रुपए पड़ेगी. डस्टबिन का प्रयोग हेरिटेज नगर निगम में शुरू किया गया है. इसके सफल रहने की स्थिति में इसे शुरुआत में शहर के पर्यटन स्थलों पर लगाया जाएगा.

निगम कमिश्नर अवधेश मीणा के अनुसार आईटी बेस्ड स्मार्ट डस्टबिन के माध्यम से कचरे का डाटा बेस एनालिसिस हो सकता है. इसकी शुरुआत निगम परिसर से ही की गई है. अगर ये कारगर सिद्ध होता है, तो शहर में और जगह भी इसे लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि जो फर्म स्मार्ट डस्टबिन को लगाएगी, वही इसकी मॉनिटरिंग भी करेगी.

जयपुर में स्मार्ट डस्टबिन
हेरिटेज नगर निगम में लगाया स्मार्ट डस्टबिन

बहरहाल, ये प्रयोग अगर सफल होता है, तो स्मार्ट सिटी जयपुर के नाम के साथ स्मार्ट डस्टबिन का नाम भी जुड़ जाएगा. लेकिन फिलहाल कैपेसिटी और प्रबंधन पर निर्भर करेगा कि ये राजधानी में इस्तेमाल किया जाएगा भी या नहीं.

Last Updated : Jul 24, 2021, 8:16 PM IST
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