जयपुर. कोरोना महामारी के चलते 18 मई से शुरू हुए लॉकडाउन पार्ट 4 में वायरस से बचाव के लिए धार्मिकस्थल 31 मई तक बंद रहेंगे. ऐसे में राज्य के सभी धर्म स्थल दर्शनार्थ, अरदास और प्रार्थना के लिए बंद रहेंगे. प्रदेश के 60 हजार मंदिर, 4 हजार चर्च और 1 हजार गुरुद्वारों में दर्शनार्थियों का प्रवेश नहीं हो सकेगा.
ऐसे में मंदिर के पट, मस्जिद की सीढ़ियां, चर्च के गेट और गुरुद्वारों के द्वार कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए 31 मई तक बंद रहेंगे. वहीं आराध्य देव गोविंददेवजी मंदिर प्रबंधक मानस गोस्वामी ने बताया कि सभी श्रदालु मंदिर की वेबसाइट पर ठाकुरजी के ऑनलाइन दर्शन कर सकेंगे. ऐसे ही प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी मंदिर में भी 31 मई तक मंदिर की साइट पर गणपति बप्पा दर्शन देंगे. वहीं मस्जिदों में भी लॉकडाउन 4.0 के तहत खुदा की इबादत का सबसे माकूल महीना माहे ए रमजान में भी समाजबंधु इबादत के साथ तरावीह की नमाज घरों में अदा कर रहे हैं.
पढ़ेंः जेलों में कोरोना विस्फोट के बाद सख्त हुई सरकार, गृह विभाग ने कोविड-19 अवधि के लिए जारी की गाइडलाइन
इसके अलावा सिख समाज के अध्यक्ष अजयपाल सिंह ने बताया कि, जयपुर के 32 गुरुद्वारों सहित राज्यभर में 1हजार गुरुद्वारे हैं. इन सभी में जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है तब से ही लोग माथा टेकने नहीं जा रहे हैं. वहीं गुरुद्वारों में भी 31 मई तक लोगों का प्रवेश बंद रहेगा. सिख बंधु अपने-अपने घरों में ही गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश कर रहे हैं. वही लिविंग क्रिश्चन मूवमेंट फैलोशिप चर्च के फादर विजयपाल सिंह का कहना है कि जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है तब से ही राज्य में 4 हजार से अधिक चर्च प्रार्थनाओं के लिए बंद है. जयपुर के 170 चर्चओं में भी लोगों को प्रार्थना के लिए प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.