ETV Bharat / city

विधायकों की समानांतर बैठक मामले में महेश जोशी को अब मिला नोटिस, धारीवाल और राठौड़ ने भेजा जवाब

कांग्रेस आलाकमान की ओर से बुलाई गई विधायक दल की बैठक के समानांतर बैठक बुलाने के मामले में मुख्य सचेतक महेश जोशी, मंत्री शांति धारीवाल और विधायक धर्मेंद्र राठौड़ को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे. हालांकि जोशी को गुरुवार को यह नोटिस मिला (Show cause notice to Mahesh Joshi) है. इस पर जोशी का कहना है वे इसका अगले 10 दिन में जवाब देंगे.

Show cause notice to Mahesh Joshi in Congress Legislature Meeting, know his reply
विधायकों की समानांतर बैठक मामले में महेश जोशी को कारण बताओ नोटिस, 10 दिन में देंगे जवाब
author img

By

Published : Oct 6, 2022, 6:43 PM IST

Updated : Oct 7, 2022, 10:19 AM IST

जयपुर. कांग्रेस आलाकमान की ओर से गत 25 सितंबर को बुलाई गई विधायक दल की बैठक से पहले समानांतर बैठक के लिए विधायकों को फोन करने के चलते मुख्य सचेतक महेश जोशी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. जोशी के अलावा मंत्री शांति धारीवाल और धर्मेंद्र राठौड़ को 27 सितंबर को मिले नोटिस के जवाब देने का 6 अक्टूबर को अंतिम दिन था. इस बारे में जोशी का कहना है​ कि उन्हें कारण बताओ नोटिस (Show cause notice to Mahesh Joshi) आज (6 अक्टूबर) मिला है, इसलिए वे इसका जवाब 10 दिन में देंगे. वहीं इस मामले में अनुशासन समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर ने कहा कि नोटिस दिए गए नेताओं में से अभी तक किसी का भी जवाब नहीं मिला है.

27 सितंबर को महेश जोशी के साथ ही मंत्री शांति धारीवाल और धर्मेंद्र राठौड़ को भी नोटिस दिए गए थे. इनका जवाब इन तीनों नेताओं को 10 दिन में देना था. ऐसे में आज 6 अक्टूबर को आलाकमान को कारण बताओ नोटिस का जवाब देने का अंतिम दिन था. संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कारण बताओ नोटिस का जवाब अनुशासन समिति को भिजवा दिया है. लेकिन मुख्य सचेतक महेश जोशी को अब तक यह नोटिस नहीं मिला था.

अनुशासन समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर.

पढ़ें: Rajasthan Political Crisis: धारीवाल, जोशी और राठौड़ को नोटिस की मियाद पूरी, कांग्रेस आलाकमान के एक्शन पर नजर

ऐसे में मुख्य सचेतक ने वायरल हुए नोटिस के आधार पर कोई जवाब देना उचित नहीं समझा. लेकिन जैसे ही यह खबरें सामने आई कि महेश जोशी को अब तक नोटिस नहीं मिला है. आलाकमान हरकत में आया और आज महेश जोशी को कांग्रेस अनुशासन समिति की ओर से कारण बताओ नोटिस भिजवा दिया गया है. अब महेश जोशी का कहना है कि भले ही उन्हें आज नोटिस मिला हो और उनके पास 10 दिनों का समय है.

वहीं इस मामले में अनुशासन समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर ने कहा कि नोटिस दिए गए नेताओं में से अभी तक किसी का भी जवाब नहीं मिला है. जवाब आने के बाद अनुशासन कमेटी की बैठक होगी. फिर देखेंगे जवाब संतोषजनक है या नहीं, अगर उनका जवाब संतोषजनक होगा तो "माफ"भी किया जा सकता है.

जयपुर. कांग्रेस आलाकमान की ओर से गत 25 सितंबर को बुलाई गई विधायक दल की बैठक से पहले समानांतर बैठक के लिए विधायकों को फोन करने के चलते मुख्य सचेतक महेश जोशी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. जोशी के अलावा मंत्री शांति धारीवाल और धर्मेंद्र राठौड़ को 27 सितंबर को मिले नोटिस के जवाब देने का 6 अक्टूबर को अंतिम दिन था. इस बारे में जोशी का कहना है​ कि उन्हें कारण बताओ नोटिस (Show cause notice to Mahesh Joshi) आज (6 अक्टूबर) मिला है, इसलिए वे इसका जवाब 10 दिन में देंगे. वहीं इस मामले में अनुशासन समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर ने कहा कि नोटिस दिए गए नेताओं में से अभी तक किसी का भी जवाब नहीं मिला है.

27 सितंबर को महेश जोशी के साथ ही मंत्री शांति धारीवाल और धर्मेंद्र राठौड़ को भी नोटिस दिए गए थे. इनका जवाब इन तीनों नेताओं को 10 दिन में देना था. ऐसे में आज 6 अक्टूबर को आलाकमान को कारण बताओ नोटिस का जवाब देने का अंतिम दिन था. संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कारण बताओ नोटिस का जवाब अनुशासन समिति को भिजवा दिया है. लेकिन मुख्य सचेतक महेश जोशी को अब तक यह नोटिस नहीं मिला था.

अनुशासन समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर.

पढ़ें: Rajasthan Political Crisis: धारीवाल, जोशी और राठौड़ को नोटिस की मियाद पूरी, कांग्रेस आलाकमान के एक्शन पर नजर

ऐसे में मुख्य सचेतक ने वायरल हुए नोटिस के आधार पर कोई जवाब देना उचित नहीं समझा. लेकिन जैसे ही यह खबरें सामने आई कि महेश जोशी को अब तक नोटिस नहीं मिला है. आलाकमान हरकत में आया और आज महेश जोशी को कांग्रेस अनुशासन समिति की ओर से कारण बताओ नोटिस भिजवा दिया गया है. अब महेश जोशी का कहना है कि भले ही उन्हें आज नोटिस मिला हो और उनके पास 10 दिनों का समय है.

वहीं इस मामले में अनुशासन समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर ने कहा कि नोटिस दिए गए नेताओं में से अभी तक किसी का भी जवाब नहीं मिला है. जवाब आने के बाद अनुशासन कमेटी की बैठक होगी. फिर देखेंगे जवाब संतोषजनक है या नहीं, अगर उनका जवाब संतोषजनक होगा तो "माफ"भी किया जा सकता है.

Last Updated : Oct 7, 2022, 10:19 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.