जयपुर. राजधानी जयपुर के खोनागोरियां थाना इलाके में हॉकर की हत्या के बाद उपजे विवाद के मामले में थाना अधिकारी पर गाज गिरी है. पुलिस प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों पर लाठीचार्ज करने वाले एसएचओ वीरेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया है.
थाना अधिकारी को सस्पेंड करने के बाद धरने पर बैठे बीजेपी नेताओं ने मांगे पूरी होने का आश्वासन मिलने के बाद धरना समाप्त कर दिया. बीजेपी नेता दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए थे. वहीं पुलिस के आला अधिकारियों ने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से वार्ता कर धरना समाप्त करने की अपील की. लेकिन बीजेपी नेता अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे.
प्रशासन ने मांगे मानी, धरना समाप्त
आखिरकार पुलिस प्रशासन को जनप्रतिनिधियों के आगे झुकना ही पड़ा. पुलिस प्रशासन ने थाना अधिकारी को सस्पेंड कर पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए मुआवजा देने का आश्वासन दिया. इसके बाद बीजेपी नेताओं ने धरना समाप्त किया. धरने में बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए. बीजेपी के जयपुर शहर सांसद रामचरण बौहरा, राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा, विधायक अशोक लाहोटी, नरपत सिंह राजवी, रामलाल शर्मा, सतीश पूनिया, कालीचरण सराफ और पूर्व विधायक सुरेंद्र पारीक, जगदीश मीणा, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, कन्हैया लाल मीणा, प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज, पूर्व राज्य महिला आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा सहित भाजपा के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता धरने में शामिल हुए.
दरअसल सुबह एक होकर की हत्या के बाद माहौल तनावपूर्ण बन गया था हत्यारे को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता खोनागोरियां थाने पर धरना प्रदर्शन करने पहुंचे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया इस दौरान बीजेपी के पूर्व संसदीय सचिव कैलाश वर्मा सहित कई कार्यकर्ता घायल हो गए. वही पूर्व मंत्री कन्हैया लाल मीणा घायल कैलाश वर्मा को अपनी गाड़ी में बैठाकर अस्पताल लेकर जाने लगे तो पुलिसकर्मियों ने उनके साथ भी बदसलूकी की और घसीटते हुए थाने में बैठा दिया. साथ ही मौके पर घटनाक्रम का कवरेज कर रहे पत्रकारों के साथ पी पुलिस ने मारपीट की.
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जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों पर लाठी चार्ज होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. मामले की जानकारी मिलते ही बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता थाने पर पहुचे. और दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने के साथ पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की. मांगों पर सकारात्मक जवाब नहीं मिलने पर बीजेपी नेताओं ने थाने के बाहर धरना शुरू कर दिया इसके बाद देर शाम को पुलिस के आला अधिकारियों ने बीजेपी नेताओं से वार्ता की और उनकी मांगों पर सकारात्मक आश्वासन दिया. तब जाकर बीजेपी नेताओं ने धरना समाप्त किया.
राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने बताया कि प्रशासन की ओर से मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. इसके अलावा 5 लाख रुपये और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने का पत्र राज्य सरकार को लिखा जाएगा. उन्होंने बताया कि जिन बीजेपी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने अरेस्ट किया है उनको रात को ही छोड़ा जाएगा. इसके अलावा थाना अधिकारी को सस्पेंड कर पुलिस कमिश्नरेट से बाहर कर दिया जाएगा. पूर्व राज्य महिला आयोग अध्यक्ष सुमन शर्मा ने बताया कि आज जो घटना हुई है वह काफी निंदनीय है यहां के थानाधिकारी ने भाजपा के दो पूर्व मंत्रियों के साथ मारपीट की. वह पूरी तरह से एक दादागिरी थी.
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एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा ने बताया कि खो नागोरियां थाना इलाके में सुबह एक हॉकर का मर्डर हुआ था जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. जिसके बाद लोगों ने पुलिस थाने पर विरोध प्रदर्शन किया और इस दौरान हालात बेकाबू हो गए. हालात को काबू करने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से लाठीचार्ज किया गया जिसमें कई लोगों को चोटें भी आ गई. उन्होंने बताया कि जांच होने तक खोह नागोरियां थाना अधिकारी को निलंबित किया गया है. जांच पूर्ण होने तक इंस्पेक्टर वीरेंद्र सिंह का मुख्यालय पुलिस कमिश्नरेट नहीं रहेगा. यानी उन्हें पुलिस कमिश्नर से बाहर कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार मुआवजे के प्रावधानों को देखते हुए पीड़ित परिवार की सहायता की जाएगी. वहीं पुलिस ने मर्डर के साथ ही राज कार्य बाधा का भी मामला दर्ज किया है. जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.