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बेटे के जन्म के बाद भी खुश नहीं परिवार, जाने क्यों?

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Published : Sep 3, 2022, 10:51 PM IST

शिवपुरी में एक परिवार बेटे के जन्म के बाद भी दुखी है, दरअसल महिला ने 4 बच्चों के बाद राजस्थान में नसबंदी करवाई थी जो कि फेल हो गई. फिलहाल बच्चों का पिता परिवार का खर्च उठाने में असमर्थ है, जिसके कारण बेटा पैदा होने के बाद भी परिवार में खुशी नहीं है. shivpuri woman sterilization operation failed

Shivpuri woman sterilization failed
Shivpuri woman sterilization failed

शिवपुरी/जयपुर. जिले के तेंदुआ थाना अंतर्गत ग्राम चिलावद में एक महिला को बीते रोज जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने एक पुत्र को जन्म दिया. पुत्र प्राप्ति के बाद भी परिवार में खुशी नहीं देखी गई, बल्कि प्रसूता सहित परिजन स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को कोसते हुए देखे गए. महिला के परिजनों का कहना था कि यह बच्चा नसबंदी कराने के बाद भी पैदा हो गया. shivpuri woman sterilization operation failed

नहीं हो पाया अबॉर्शन, करना पड़ा गर्भधारण: जानकारी के अनुसार ग्राम चिलावद की रहने वाली ममता जाटव और उसके पति के पहले से ही दो बेटे और दो बेटियां थीं, दोनों पति-पत्नी ने मिलकर फैसला लिया था कि वह अब और बच्चे पैदा नहीं करेंगे. जिसके बाद ममता का मायका पास ही राजस्थान के कस्बाथाना में था, जहां जाकर ममता ने अपना नसबंदी का ऑपरेशन करा लिया था. कुछ दिनों मायके में रहने के बाद ममता ससुराल भी आ गई थी, इसके बावजूद ममता का गर्भधारण हो गया और ममता को पता नहीं लग सका. कुछ माह बीतने के बाद ममता ने अपना परीक्षण कराया तो ममता गर्भवती (woman pregnant for fifth time in Shivpuri) पाई गई. कुछ माह बीत जाने के कारण अबॉर्शन की स्थिति नहीं बन सकी, इसी के चलते ममता को गर्भधारण करना ही पड़ा.

बेटे के जन्म के बाद भी खुश नहीं परिवार

अस्पताल में अमानवीयता: नसबंदी के बाद महिलाओं को जमीन पर लेटाया, मेडिकल ऑफिसर बोले यह महिलाओं की ही गलती

5 बच्चों का खर्च उठाने में असमर्थ है पिता: ममता को बीते रोज शिवपुरी जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसने आज एक पुत्र को जन्म दिया. ममता की सास कमलेश का कहना है कि "पहले से ही राकेश के चार बच्चे थे और अब पांचवा भी आ गया है, जबकि वो मजदूरी से इतना पैसा नहीं कमा पाता है कि 5 बच्चों का बोझ उठा सके. यह सब स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते हुआ है, लेकिन हम शिकायत भी दर्ज नहीं करा सकते क्योंकि बहू ने नसबंदी का ऑपरेशन राजस्थान के कस्बा थाना में करवाया था." woman pregnant for fifth time in Shivpuri

शिवपुरी/जयपुर. जिले के तेंदुआ थाना अंतर्गत ग्राम चिलावद में एक महिला को बीते रोज जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने एक पुत्र को जन्म दिया. पुत्र प्राप्ति के बाद भी परिवार में खुशी नहीं देखी गई, बल्कि प्रसूता सहित परिजन स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को कोसते हुए देखे गए. महिला के परिजनों का कहना था कि यह बच्चा नसबंदी कराने के बाद भी पैदा हो गया. shivpuri woman sterilization operation failed

नहीं हो पाया अबॉर्शन, करना पड़ा गर्भधारण: जानकारी के अनुसार ग्राम चिलावद की रहने वाली ममता जाटव और उसके पति के पहले से ही दो बेटे और दो बेटियां थीं, दोनों पति-पत्नी ने मिलकर फैसला लिया था कि वह अब और बच्चे पैदा नहीं करेंगे. जिसके बाद ममता का मायका पास ही राजस्थान के कस्बाथाना में था, जहां जाकर ममता ने अपना नसबंदी का ऑपरेशन करा लिया था. कुछ दिनों मायके में रहने के बाद ममता ससुराल भी आ गई थी, इसके बावजूद ममता का गर्भधारण हो गया और ममता को पता नहीं लग सका. कुछ माह बीतने के बाद ममता ने अपना परीक्षण कराया तो ममता गर्भवती (woman pregnant for fifth time in Shivpuri) पाई गई. कुछ माह बीत जाने के कारण अबॉर्शन की स्थिति नहीं बन सकी, इसी के चलते ममता को गर्भधारण करना ही पड़ा.

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5 बच्चों का खर्च उठाने में असमर्थ है पिता: ममता को बीते रोज शिवपुरी जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसने आज एक पुत्र को जन्म दिया. ममता की सास कमलेश का कहना है कि "पहले से ही राकेश के चार बच्चे थे और अब पांचवा भी आ गया है, जबकि वो मजदूरी से इतना पैसा नहीं कमा पाता है कि 5 बच्चों का बोझ उठा सके. यह सब स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते हुआ है, लेकिन हम शिकायत भी दर्ज नहीं करा सकते क्योंकि बहू ने नसबंदी का ऑपरेशन राजस्थान के कस्बा थाना में करवाया था." woman pregnant for fifth time in Shivpuri

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