जयपुर. प्रदेश में लागू किए गए रेड अलर्ट अनुशासन पखवाड़े के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज मंत्रिमंडल समूह की बैठक बुलाई है. मुख्यमंत्री आवास पर शाम 5 बजे कैबिनेट की बैठक होगी, उसके बाद शाम 5:15 बजे मंत्री परिषद की बैठक होगी. तमाम मंत्री वर्चुअल तौर पर बैठक में शामिल होंगे.
पढ़ें : फ्री वैक्सीनेशन के लिए विधायक कोष से 600 करोड़ लेगी गहलोत सरकार, आज कैबिनेट बैठक में निर्णय संभव
सूत्रों की मानें तो बैठक में संपूर्ण लॉकडाउन सहित कई मुद्दों पर मंथन होगा. इसके साथ ही शादी-विवाहों पर सख्ती बरतने के साथ ही निजी और सरकारी बसों के संचालन पर रोक का फैसला भी कैबिनेट की बैठक में हो सकता है.
सीएम सहित जन प्रतिनिधियों, कर्मचारी और अधिकारियों का वेतन किया जा सकता है स्थगित...
ऐसा माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल और मंत्रिपरिषद की बैठक में अधिकारियों-कर्मचारियों के वेतन कटौती के प्रस्ताव भी लाया जा सकता है. निःशुल्क वैक्सीनेशन के कारण सरकार पर अतिरिक्त भार के चलते सरकार वेतन कटौती का फैसला ले सकती है. इसके अलावा वैक्सीनेशन खरीद को लेकर भी कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक में चर्चा होगी.
राहुल गांधी के ट्वीट के बाद सरकार में मंथन...
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से कोरोना की चेन तोड़ने के लिए संपूर्ण लॉकडाउन की मांग के बाद माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी राहुल गांधी के सुझाव पर अमल कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी के संपूर्ण लॉकडाउन के सुझाव पर आज कैबिनेट में चर्चा होगी. इस बारे में मुख्यमंत्री गहलोत कैबिनेट और मंत्रिपरिषद के सभी सदस्यों से राय मशवरा करेंगे. इसके साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत कई और अहम मुद्दों पर कैबिनेट में आज चर्चा कर सकते हैं.
हर जिलों में स्थापित होंगे ऑक्सीजन प्लांट...
सूत्रों की मानें तो सरकार की मंशा है कि हर जिले में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएं. ऑक्सीजन प्लांट को लेकर आज कैबिनेट में मुहर लग सकती हैं. इसके लिए सरकार कई कंपनियों से वार्ता भी कर रही है. साथ ही रेड अलर्ट अनुशासन पखवाड़े की गाइडलाइन की सख्ती से पालना को लेकर चर्चा होगी. संक्रमण पर काबू पाने के लिए क्या कड़े कदम उठाए जाएं, इस पर भी कैबिनेट की बैठक में चर्चा होनी है.
निजी और सरकारी बसों पर रोक लगाने का फैसला...
विश्वस्त सूत्रों की मानें तो कैबिनेट और राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में सरकार निजी, सरकारी बसों और टैक्सियों पर रोक लगाने का फैसला ले सकती है. इसके पीछे वजह ये है कि सरकार शादी-विवाहों पर चाहकर भी रोक नहीं लगा सकती है. लेकिन शादी-विवाहों में लोगों की आवाजाही रोकने के लिए निजी, सरकारी बसों और टैक्सियों पर रोक लगाने का फैसला ले सकती है. प्राइवेट वाहनों पर तक सरकार पहले रोक लगा चुकी है. अगर निजी, सरकारी बसों और टैक्सियों पर रोक लगती है तो शादी-विवाहों में लोगों की आवाजाही पर रोक लगेगी.