जयपुर. तबादले नहीं होने से गुस्साए वरिष्ठ शिक्षकों ने सोमवार को एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आक्रोशित वरिष्ठ शिक्षकों ने अन्य विभागों में और शिक्षा विभाग में भी तबादलों के बावजूद खुद के तबादले नहीं होने सिविल लाइन फाटक के पास प्रदर्शन किया, जहां पहले से तैनात पुलिस ने आंदोलनकारी शिक्षकों को शहीद स्मारक पहुंचाया. आंदोलनकारी शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पर भेदभाव का आरोप लगाया है.
राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ के बैनर तले जुटे शिक्षकों ने सिविल लाइन में प्रदर्शन और मुख्यमंत्री आवास के घेराव की चेतावनी दी थी. इसके चलते सिविल लाइन फाटक पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया. जैसे ही आंदोलनकारी शिक्षक वहां पहुंचे, उन्हें पुलिस जाब्ते के साथ पैदल ही शहीद स्मारक ले जाया गया. इस बीच आंदोलनकारी शिक्षक नारेबाजी करते हुए चल रहे थे.
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आंदोलनकारी वरिष्ठ शिक्षकों का कहना है कि वे कई साल से एक ही जगह ड्यूटी दे रहे हैं. अभी सरकार ने दो-तीन बार तबादले के लिए आवेदन लिए. दूसरे विभागों के साथ ही शिक्षा विभाग में भी तबादले हुए लेकिन वरिष्ठ शिक्षकों के तबादले नहीं किए गए. आंदोलनकारी शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा पर भेदभाव करने के भी आरोप लगाए. उनका कहना है कि शिक्षा मंत्री के गृह जिले सीकर में ही वरिष्ठ अध्यापकों के तबादले किए गए हैं. जबकि प्रदेशभर के वरिष्ठ शिक्षक अभी भी तबादलों का इंतजार कर रहे हैं.
रेस्टा के प्रदेशाध्यक्ष भैरुराम चौधरी का कहना है कि अब वरिष्ठ शिक्षक अपने हितों की अनदेखी नहीं होने देंगे और जब तक सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती है. आंदोलन जारी रहेगा. फिलहाल, आंदोलन कर रहे वरिष्ठ शिक्षक शहीद स्मारक पर धरना दे रहे हैं.