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अब सरकार के पास पूर्व मुख्यमंत्रियों से बंगला खाली करवाने के अलावा और कोई चारा नहीं : घनश्याम तिवाड़ी - Ghanshyam Tiwari News

राजनीति के मैदान में पेंच लड़ाने वाले वरिष्ठ राजनेता घनश्याम तिवाड़ी मंगलवार को अपने घर की छत पर पतंगों के जरिए आसमान में पेंच लड़ाते दिखे. इस दौरान मंगलवार को घनश्याम तिवाड़ी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. बातचीत के दौरान तिवाड़ी ने पूर्व मुख्यमंत्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट में खारिज हुई प्रदेश सरकार की याचिका के मामले में भी खुलकर अपने विचार रखें.

घनश्याम तिवाड़ी ने की पतंगबाजी, Jaipur News
वरिष्ठ राजनेता घनश्याम तिवाड़ी
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Published : Jan 14, 2020, 4:20 PM IST

जयपुर. मकर संक्रांति पर पतंगबाजी का जुनून आम के साथ खास में भी देखने को मिला. अब तक राजनीति के मैदान में पेंच लड़ाने वाले घनश्याम तिवाड़ी मंगलवार को अपने घर की छत पर पतंगों के जरिए आसमान में पेंच लड़ाते दिखे. इस दौरान वरिष्ठ राजनेता घनश्याम तिवाड़ी ने पतंग उड़ाने के लिए मंजे का नहीं बल्कि सद्दे का प्रयोग कर आमजन को पक्षियों को बचाने का संदेश भी दिया.

वरिष्ठ राजनेता घनश्याम तिवाड़ी की ईटीवी भारत से खास बातचीत...

पतंगबाजी के दौरान घनश्याम तिवाड़ी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट में खारिज हुई प्रदेश सरकार की याचिका के मामले में भी खुलकर अपने विचार रखें. उन्होंने कहा कि अब इस मामले में सरकार के पास पूर्व मुख्यमंत्रियों को दी जाने वाली कैबिनेट दर्जे की सुविधाएं और आवास वापस लेने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है.

पढ़ें- Exclusive: संक्रांति पर मस्त मौला 'PK मस्त' का संदेश- 'जिसने पी शराब न उभरा जिंदगानी में, हजारों बह गईं बोतलें इस बंद पानी में'

तिवाड़ी ने कहा कि सबसे पहले उन्होंने ही विधानसभा में प्रदेश सरकार की ओर से पूर्व मुख्यमंत्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर बनाए गए कानून का विरोध किया था. उन्होंने कहा कि अब कोर्ट ने भी इस मामले में अपनी मंशा साफ कर दी है. ऐसे में सरकार यदि चाहे तो पूर्व मुख्यमंत्रियों को विधायक के नाते जो सुविधाएं मिलती है वह दे सकती है, लेकिन कैबिनेट मंत्री के दर्जे की सुविधाएं और आवास देने पर कोर्ट की अवमानना होगी.

जयपुर. मकर संक्रांति पर पतंगबाजी का जुनून आम के साथ खास में भी देखने को मिला. अब तक राजनीति के मैदान में पेंच लड़ाने वाले घनश्याम तिवाड़ी मंगलवार को अपने घर की छत पर पतंगों के जरिए आसमान में पेंच लड़ाते दिखे. इस दौरान वरिष्ठ राजनेता घनश्याम तिवाड़ी ने पतंग उड़ाने के लिए मंजे का नहीं बल्कि सद्दे का प्रयोग कर आमजन को पक्षियों को बचाने का संदेश भी दिया.

वरिष्ठ राजनेता घनश्याम तिवाड़ी की ईटीवी भारत से खास बातचीत...

पतंगबाजी के दौरान घनश्याम तिवाड़ी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट में खारिज हुई प्रदेश सरकार की याचिका के मामले में भी खुलकर अपने विचार रखें. उन्होंने कहा कि अब इस मामले में सरकार के पास पूर्व मुख्यमंत्रियों को दी जाने वाली कैबिनेट दर्जे की सुविधाएं और आवास वापस लेने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है.

पढ़ें- Exclusive: संक्रांति पर मस्त मौला 'PK मस्त' का संदेश- 'जिसने पी शराब न उभरा जिंदगानी में, हजारों बह गईं बोतलें इस बंद पानी में'

तिवाड़ी ने कहा कि सबसे पहले उन्होंने ही विधानसभा में प्रदेश सरकार की ओर से पूर्व मुख्यमंत्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर बनाए गए कानून का विरोध किया था. उन्होंने कहा कि अब कोर्ट ने भी इस मामले में अपनी मंशा साफ कर दी है. ऐसे में सरकार यदि चाहे तो पूर्व मुख्यमंत्रियों को विधायक के नाते जो सुविधाएं मिलती है वह दे सकती है, लेकिन कैबिनेट मंत्री के दर्जे की सुविधाएं और आवास देने पर कोर्ट की अवमानना होगी.

Intro:अब सरकार के पास पूर्व मुख्यमंत्रियों से बंगला खाली करवाने के अलावा और कोई चारा नहीं -घनश्याम तिवाडी
मंझे से नहीं सद्दे से पतंग उड़ाई घनश्याम तिवाडी ने,दिया पक्षियों को बचाने का संदेश

जयपुर (इंट्रो)
मकर सक्रांति पर पतंगबाजी का जुनून आम के साथ खास में भी देखने को मिला। अब तक राजनीति कि मैदान में पेच लड़ाने वाले घनश्याम तिवाड़ी मंगलवार को अपने घर की छत पर पतंगों के जरिए आसमान में पेच लड़ाते दिखे। इस दौरान वरिष्ठ राजनेता घनश्याम तिवाडी ने मंजे का नहीं बल्कि सद्दे का प्रयोग कर आमजन को पक्षियों को बचाने का संदेश भी दिया। पतंगबाजी के दौरान घनश्याम तिवारी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट में खारिज हुई प्रदेश सरकार की याचिका के मामले में भी खुलकर अपने विचार रखें।

घनश्याम तिवाडी ने कहा कि अब इस मामले में सरकार के पास पूर्व मुख्यमंत्रियों को दी जाने वाली कैबिनेट दर्जे की सुविधाए व आवास वापस लेने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा। तिवाडी ने कहा सबसे पहले उन्होंने ही विधानसभा में प्रदेश सरकार द्वारा पूर्व मुख्यमंत्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर बनाए गए कानून का विरोध किया था। और अब कोर्ट ने भी इस मामले में अपनी मंशा साफ कर दी है । ऐसे में सरकार यदि चाहे तो पूर्व मुख्यमंत्रियों को विधायक के नाते जो सुविधाएं मिलती है वह दे सकती है लेकिन कैबिनेट मंत्री के दर्जे की सुविधाएं और आवास देने पर कोर्ट की अवमानना होगी।

इंटरव्यू- घनश्याम तिवारी वरिष्ठ राजनेता


Body:इंटरव्यू- घनश्याम तिवारी वरिष्ठ राजनेता


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