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जयपुर : कोविड की समीक्षा, डेटा विश्लेषण, माइक्रो प्लानिंग की तैयारी...पाॅजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से कम करने के निर्देश

जयपुर जिले के प्रभारी सचिव एवं जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत ने सोमवार को जिला कलक्ट्रेट मेें बैठक लेकर जयपुर जिले में शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में कोविड संक्रमण के प्रसार की ताजा स्थिति, इसके प्रबन्धन एवं रोकथाम के सम्बन्ध में जिला कलक्टर एवं अन्य अधिकारियों से जानकारी ली.

Sudhansh Pant, Additional Chief Secretary, Water Supply Department
जयपुर : कोविड की समीक्षा
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Published : May 17, 2021, 11:10 PM IST

जयपुर. जिले के प्रभारी सचिव एवं जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत ने सभी अधिकारियों को जिले में पाॅजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से कम करने की दिशा में प्रयास तेज करने को कहा.

पंत ने कहा कि पूरे राज्य में सर्वाधिक संक्रमित जयपुर जिले में हैं. जिले में कोरोना के प्रसार के ग्राफ के जरिए इसके ट्रेंड पर नजर बनाए रखनी होगी. कोरोना की रोकथाम के लिए इसी ट्रेंड के अनुरूप एक्शन लेने होंगे. उन्होंने निर्देश दिए कि रोजाना ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में लिए जा रहे आरटीपीसीआर या रेपिड टैस्ट सैम्पल में से पाॅजिटिव आ रहे मरीजों के डेटा के आधार पर क्षेत्र या इलाके विशेष की कोरोना संक्रमण पाॅजिटिविटी निकाली जाए.

उन्होंने निर्देशित किया कि इस डेटा में सरकारी एवं निजी सभी स्तरों पर हो रही सैम्पलिंग का डेटा शामिल किए जाए. इससे ग्रामीण अथवा शहरी एवं जयपुर शहर में भी अधिक प्रसार वाले स्थान चिन्हित कर संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए माइक्रो प्लानिंग की जाए.

प्रभारी सचिव पंत ने निर्देश दिए कि हर स्थिति में सम्पूर्ण जयपुर जिले में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में आईएलआई एवं कोरोना के लक्षणों वाले मरीजों का पता लगाने के लिए अगले 10-12 दिन में डोर टू डोर सर्वे का एक दौर पूरा कर लिया जाए. इस दौरान संभावित रोगियों को मेडिकल किट देकर त्वरित उपचार शुरू कर सीएचसी पर स्थापित कोविड कन्सल्टलेशन एवं केयर सेंटर पर जाने के लिए प्रेरित करें. पंत ने शहरी क्षेत्र में हर पीएचसी पर सर्वे टीमों की संख्या दो गुनी करते हुए 12 से 15 टीमें इस कार्य के लिए लगाने के निर्देश दिए. उन्होंने सीएमएचओ को मंगलवार तक इन टीमों के गठन और कार्य शुरू करने की सूचना देने को कहा.

पढ़ें- SPECIAL : कोरोना का प्रकोप बढ़ा लेकिन कम हुए BJP के सेवा कार्य...हावी हुई बयानबाजी

पंत ने जिले में विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्थापित कोविड कन्सल्टेशन एण्ड केयर सेंटर की स्थितियों की समीक्षा करते हुए चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को हर सेंटर पर 24 घंटे एक एम्बुलेंस तैनात रखने के निर्देश दिए. साथ ही आक्सीजन कन्सन्ट्रेटर भी जल्द से जल्द स्थापित करने को कहा. हर सेंटर पर 10-10 आक्सीजन सिलेण्डर की व्यवस्था के लिए भी निर्देशित किया. इन सेंटर्स पर विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में जेनरेटर की व्यवस्था के भी निर्देश दिए.

जिला कलक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने बताया कि इन सभी सर्वे टीमों की रिपोर्टिंग की पूरी व्यवस्था कर ली गई है और 23 अधिकारियों को माॅनिटरिंग के लिए लगाया गया है. ग्रामीण क्षेत्र में यह सर्वे एसडीओ की निगरानी में किया जा रहा है. पंत ने लॉकडाउन में जनता द्वारा अनुशासन की पालना की भी समीक्षा की. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अजय पाल सिंह लाम्बा ने बताया कि हर थाना क्षेत्र में 5-5 नाकों के जरिए लोगों के बेवजह आवगमन को रोका जा रहा है, यातायात पुलिस द्वारा भी 163 नाकों पर बेवजह चलते वाहनों पर कार्यवाही की जा रही है.

पंत ने जिला प्रशासन, नगर निगम एवं पुलिस अधिकारियों को विशेषकर सब्जी मंडी जैसी जगहों पर सख्ती से भीड़ को नियंत्रित करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराने के लिए भी निर्देशित किया. वाणिज्य कर आयुक्त रवि जैन ने बताया कि सभी आक्सीजन प्लांट्स पर भी जेनरेटर की व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने एसीएस पंत को जिले में आक्सीजन आपूर्ति एवं खपत की स्थिति की जानकारी दी. जेडीसी गौरव गोयल ने अस्पतालों में विभिन्न श्रेणियों के बैड की स्थिति के सम्बन्ध में जानकारी दी एवं बताया कि डेटा संग्रहण के लिए जेडीए में एक कन्ट्रोल रूम खोला जा रहा है.

जयपुर नगर निगम ग्रेटर के आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव एवं हेरिटेज के आयुक्त अवधेष मीणा ने बताया कि दोनों निगम क्षेत्र में कचरा परिवहन करने वाले हूपर्स एवं आटो के जरिए कोरोना जन जागरूकता संदेशों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. ग्रेटर में 13 एवं हेरिटेज में 15 फायर बिग्रेड वाहनों से सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है. पार्षदों को भी बेटरी चलित सेनेटाइजेशन किट दिया गया है. कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर प्रतिष्ठानों को सीज भी किया गया है.

जयपुर. जिले के प्रभारी सचिव एवं जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत ने सभी अधिकारियों को जिले में पाॅजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से कम करने की दिशा में प्रयास तेज करने को कहा.

पंत ने कहा कि पूरे राज्य में सर्वाधिक संक्रमित जयपुर जिले में हैं. जिले में कोरोना के प्रसार के ग्राफ के जरिए इसके ट्रेंड पर नजर बनाए रखनी होगी. कोरोना की रोकथाम के लिए इसी ट्रेंड के अनुरूप एक्शन लेने होंगे. उन्होंने निर्देश दिए कि रोजाना ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में लिए जा रहे आरटीपीसीआर या रेपिड टैस्ट सैम्पल में से पाॅजिटिव आ रहे मरीजों के डेटा के आधार पर क्षेत्र या इलाके विशेष की कोरोना संक्रमण पाॅजिटिविटी निकाली जाए.

उन्होंने निर्देशित किया कि इस डेटा में सरकारी एवं निजी सभी स्तरों पर हो रही सैम्पलिंग का डेटा शामिल किए जाए. इससे ग्रामीण अथवा शहरी एवं जयपुर शहर में भी अधिक प्रसार वाले स्थान चिन्हित कर संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए माइक्रो प्लानिंग की जाए.

प्रभारी सचिव पंत ने निर्देश दिए कि हर स्थिति में सम्पूर्ण जयपुर जिले में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में आईएलआई एवं कोरोना के लक्षणों वाले मरीजों का पता लगाने के लिए अगले 10-12 दिन में डोर टू डोर सर्वे का एक दौर पूरा कर लिया जाए. इस दौरान संभावित रोगियों को मेडिकल किट देकर त्वरित उपचार शुरू कर सीएचसी पर स्थापित कोविड कन्सल्टलेशन एवं केयर सेंटर पर जाने के लिए प्रेरित करें. पंत ने शहरी क्षेत्र में हर पीएचसी पर सर्वे टीमों की संख्या दो गुनी करते हुए 12 से 15 टीमें इस कार्य के लिए लगाने के निर्देश दिए. उन्होंने सीएमएचओ को मंगलवार तक इन टीमों के गठन और कार्य शुरू करने की सूचना देने को कहा.

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पंत ने जिले में विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्थापित कोविड कन्सल्टेशन एण्ड केयर सेंटर की स्थितियों की समीक्षा करते हुए चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को हर सेंटर पर 24 घंटे एक एम्बुलेंस तैनात रखने के निर्देश दिए. साथ ही आक्सीजन कन्सन्ट्रेटर भी जल्द से जल्द स्थापित करने को कहा. हर सेंटर पर 10-10 आक्सीजन सिलेण्डर की व्यवस्था के लिए भी निर्देशित किया. इन सेंटर्स पर विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में जेनरेटर की व्यवस्था के भी निर्देश दिए.

जिला कलक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने बताया कि इन सभी सर्वे टीमों की रिपोर्टिंग की पूरी व्यवस्था कर ली गई है और 23 अधिकारियों को माॅनिटरिंग के लिए लगाया गया है. ग्रामीण क्षेत्र में यह सर्वे एसडीओ की निगरानी में किया जा रहा है. पंत ने लॉकडाउन में जनता द्वारा अनुशासन की पालना की भी समीक्षा की. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अजय पाल सिंह लाम्बा ने बताया कि हर थाना क्षेत्र में 5-5 नाकों के जरिए लोगों के बेवजह आवगमन को रोका जा रहा है, यातायात पुलिस द्वारा भी 163 नाकों पर बेवजह चलते वाहनों पर कार्यवाही की जा रही है.

पंत ने जिला प्रशासन, नगर निगम एवं पुलिस अधिकारियों को विशेषकर सब्जी मंडी जैसी जगहों पर सख्ती से भीड़ को नियंत्रित करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराने के लिए भी निर्देशित किया. वाणिज्य कर आयुक्त रवि जैन ने बताया कि सभी आक्सीजन प्लांट्स पर भी जेनरेटर की व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने एसीएस पंत को जिले में आक्सीजन आपूर्ति एवं खपत की स्थिति की जानकारी दी. जेडीसी गौरव गोयल ने अस्पतालों में विभिन्न श्रेणियों के बैड की स्थिति के सम्बन्ध में जानकारी दी एवं बताया कि डेटा संग्रहण के लिए जेडीए में एक कन्ट्रोल रूम खोला जा रहा है.

जयपुर नगर निगम ग्रेटर के आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव एवं हेरिटेज के आयुक्त अवधेष मीणा ने बताया कि दोनों निगम क्षेत्र में कचरा परिवहन करने वाले हूपर्स एवं आटो के जरिए कोरोना जन जागरूकता संदेशों का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. ग्रेटर में 13 एवं हेरिटेज में 15 फायर बिग्रेड वाहनों से सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है. पार्षदों को भी बेटरी चलित सेनेटाइजेशन किट दिया गया है. कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर प्रतिष्ठानों को सीज भी किया गया है.

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