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स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा : पारदर्शिता के लिए रखे गए संभाग स्तर पर परीक्षा केंद्र, पुराना GK आने पर मंत्री ने दिया ये जवाब

प्रदेश में स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा जारी है. ग्रुप बी की परीक्षाएं सोमवार को जयपुर के 288 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित हुई. लेकिन अभ्यर्थियों की संख्या काफी कम रही. जिसके पीछे वजह दूरदराज आए परीक्षा केन्द्रों को माना जा रहा है. इस पर शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद डोटासरा का कहना है कि पारदर्शिता लाने के लिए ऐसा किया गया है.

Education minister govind dotasara, स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा
School Lecturer Recruitment Examination
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Published : Jan 6, 2020, 9:35 PM IST

जयपुर. स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा के तहत सोमवार को ग्रुप बी की परीक्षाएं हुई. जयपुर जिले में 288 परीक्षा केंद्रों पर पहली पारी में हुई जीके की परीक्षा में 53.62 प्रतिशत उपस्थिति रही. यानी कि 66216 पंजीकृत परीक्षार्थियों में से 35489 परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचे. बाकी 30695 परीक्षार्थी परीक्षा देने ही नहीं गए.

स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा : 53 प्रतिशत रही उपस्थिति, दूरदराज परीक्षा केन्द्रों के पीछे मंत्री ने बताई ये वजह

दूसरी पारी में हुई राजनीति विज्ञान में 52.5 प्रतिशत उपस्थिति रही. इसमें 36288 परीक्षार्थी पंजीकृत थे जिसमें से 19047 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी बाकी 17235 परीक्षार्थी परीक्षा देने ही नहीं पहुंचे. आरपीएससी ने 5 हजार पदों के लिए भर्ती निकाली थी जिसमें 6 लाख लोगों ने आवेदन किया था. लेकिन संभाग मुख्यालयों पर परीक्षा केंद्र होने से परीक्षार्थी परीक्षा देने ही नहीं पहुंच रहे हैं.

पढ़ेंः राजस्थान बोर्ड की परीक्षाएं 5 मार्च से, 300 परीक्षा केंद्र होंगे सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में

इस मामले पर शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि परीक्षार्थियों के साथ गलत हुआ है लेकिन आरपीएससी ने परीक्षा में पारदर्शिता के लिए इस तरह का निर्णय लिया है. मंत्री डोटासरा ने कहा कि आरपीएससी इंडिपेंडेंट बॉडी है, इसमें सरकार दखलंदाजी नहीं करता है लेकिन दूरदराज परीक्षा केंद्र के मामले से सरकार ने आरपीएससी को अवगत करवाया है. साथ ही ये बात मुख्यमंत्री के भी संज्ञान में है.

पढ़ेंः शिशु रोग विभाग के चिकित्सक करते रहे कोताही, जांच रिपोर्ट भी आई, लेकिन नहीं हुई कार्रवाई

डोटासरा का कहना है कि इस बार की परीक्षा की समीक्षा की जाएगी और मुख्यमंत्री को अवगत करवाया जाएगा. परीक्षार्थियों ने पेपर में पुरानी जीके आने की बात कही थी इसपर मंत्री डोटासरा ने कहा कि ये आरपीएससी का विषय है. लेकिन फिर भी ऐसा है तो सरकार आरपीएससी को अपनी मंशा जाहिर कर सकती है.

जयपुर. स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा के तहत सोमवार को ग्रुप बी की परीक्षाएं हुई. जयपुर जिले में 288 परीक्षा केंद्रों पर पहली पारी में हुई जीके की परीक्षा में 53.62 प्रतिशत उपस्थिति रही. यानी कि 66216 पंजीकृत परीक्षार्थियों में से 35489 परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचे. बाकी 30695 परीक्षार्थी परीक्षा देने ही नहीं गए.

स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा : 53 प्रतिशत रही उपस्थिति, दूरदराज परीक्षा केन्द्रों के पीछे मंत्री ने बताई ये वजह

दूसरी पारी में हुई राजनीति विज्ञान में 52.5 प्रतिशत उपस्थिति रही. इसमें 36288 परीक्षार्थी पंजीकृत थे जिसमें से 19047 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी बाकी 17235 परीक्षार्थी परीक्षा देने ही नहीं पहुंचे. आरपीएससी ने 5 हजार पदों के लिए भर्ती निकाली थी जिसमें 6 लाख लोगों ने आवेदन किया था. लेकिन संभाग मुख्यालयों पर परीक्षा केंद्र होने से परीक्षार्थी परीक्षा देने ही नहीं पहुंच रहे हैं.

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इस मामले पर शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि परीक्षार्थियों के साथ गलत हुआ है लेकिन आरपीएससी ने परीक्षा में पारदर्शिता के लिए इस तरह का निर्णय लिया है. मंत्री डोटासरा ने कहा कि आरपीएससी इंडिपेंडेंट बॉडी है, इसमें सरकार दखलंदाजी नहीं करता है लेकिन दूरदराज परीक्षा केंद्र के मामले से सरकार ने आरपीएससी को अवगत करवाया है. साथ ही ये बात मुख्यमंत्री के भी संज्ञान में है.

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डोटासरा का कहना है कि इस बार की परीक्षा की समीक्षा की जाएगी और मुख्यमंत्री को अवगत करवाया जाएगा. परीक्षार्थियों ने पेपर में पुरानी जीके आने की बात कही थी इसपर मंत्री डोटासरा ने कहा कि ये आरपीएससी का विषय है. लेकिन फिर भी ऐसा है तो सरकार आरपीएससी को अपनी मंशा जाहिर कर सकती है.

Intro:जयपुर- स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा का आज ग्रुप बी की परीक्षाएं हुई। जयपुर जिले में 288 परीक्षा केंद्रों पर पहली पारी में हुई जीके की परीक्षा में 53.62 प्रतिशत उपस्थिति रही। यानी कि 66216 पंजीकृत परीक्षार्थियों में से 35489 परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुँचे बाकी 30695 परीक्षार्थी परीक्षा देने ही नहीं गए। दूसरी पारी में हुई राजनीति विज्ञान में 52.5 प्रतिशत उपस्थिति रही। इसमें 36288 परीक्षार्थी पंजीकृत थे जिसमें से 19047 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी बाकी 17235 परीक्षार्थी परीक्षा देने ही नहीं पहुँचे। आरपीएससी ने 5 हजार पदों के लिए भर्ती निकाली थी जिसमें 6 लाख लोगों ने आवेदन किया था। लेकिन संभाग मुख्यालयों पर परीक्षा केंद्र होने से परीक्षार्थी परीक्षा देने ही नहीं पहुँच रहे है। इस मामले पर शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि परीक्षार्थियों के साथ गलत हुआ है लेकिन आरपीएससी ने परीक्षा में पारदर्शिता के लिए इस तरह का निर्णय लिया है। मंत्री डोटासरा ने कहा कि आरपीएससी इंडिपेंडेंट बॉडी है, इसमें सरकार दखलंदाजी नहीं करता है लेकिन दूरदराज परीक्षा केंद्र के मामले को सरकार ने आरपीएससी को अवगत करवाया है साथ ही ये बात मुख्यमंत्री के भी संज्ञान में है। इस बार की परीक्षा की समीक्षा की जाएगी और मुख्यमंत्री को अवगत करवाया जाएगा।


Body:परीक्षार्थियों ने पेपर में पुरानी जीके आने की बात कही थी इसपर मंत्री डोटासरा ने कहा कि ये आरपीएससी का विषय है। लेकिन फिर भी ऐसा है तो सरकार आरपीएससी को अपनी मंशा जाहिर कर सकती है।

बाईट- गोविंद सिंह डोटासरा, शिक्षा राज्य मंत्री


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