जयपुर. कोरोना में बीजेपी की ट्वीट और लेटर पॉलिटिक्स जारी है. राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने रविवार को ट्वीट कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से युवाओं को रोजगार के वादे को लेकर सवाल किया. पूनिया ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित शीघ्रलिपिक संयुक्त भर्ती परीक्षा-2018 का परिणाम जल्द जारी करने के संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा.
सतीश पूनिया ने पत्र में लिखा कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित शीघ्रलिपिक संयुक्त भर्ती परीक्षा-2018 का परिणाम शीघ्रातिशीघ्र जारी कर प्रथम चरण में न्यूनतम अंक (सामान्य वर्ग 40 प्रतिशत व अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग 35 प्रतिशत) प्राप्त करने वाले समस्त अभ्यर्थियों को द्वितीय चरण में आमंत्रित किये जाने बाबत राजस्थान बेरोजगार शीघ्रलिपिक संघ से मुझे पत्र प्राप्त हुआ है.
![satish poonia, satish poonia letter](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/rj-jpr-05-pooniacmletter-photonews-7201261_06062021164026_0606f_1622977826_282.jpg)
राजस्थान में आयोजित शीघ्रलिपिक भर्ती परीक्षा 2011 में तीन गुना अभ्यर्थियों को शीघ्रलिपिक परीक्षा के लिए आमंत्रित किये जाने के कारण तत्समय 90 प्रतिशत से अधिक शीघ्रलिपिक के पद रिक्त रह गये थे. इसी प्रकार यदि ऐसी स्थिति में बोर्ड रिक्त पदों के मुकाबले पर्याप्त संख्या में अभ्यर्थियों को आमंत्रित नहीं करेगा तो भर्ती परीक्षा में भी पद रिक्त रह जाने की प्रबल संभावना है.
पूनिया ने आगे कहा कि राजस्थान बेरोजगार शीघ्रलिपिक संघ ने ज्ञापन में विभिन्न शीघ्रलिपिक परीक्षाओं का एक चार्ट संलग्न किया है, जिसका अवलोकन करने पर स्पष्ट है कि कई भर्ती एजेंसियों की ओर से समस्त आवेदकों को आमंत्रित करने के उपरान्त भी कई शीघ्रलिपिक के पद रिक्त रह गये.
सतीश पूनिया ने गहलोत से आग्रह किया कि पत्र के साथ संलग्न ज्ञापन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर शीघ्रलिपिक भर्ती परीक्षा-2018 की लिखित परीक्षा का परिणाम शीघ्रातिशीघ्र जारी किया जाए. जिससे शीघ्रलिपिक का कोई भी पद रिक्त ना रहे और अधिक से अधिक बेरोजगार अभ्यर्थियों को रोजगार का अवसर प्राप्त हो. सतीश पूनिया ने एक ट्वीट कर राजस्थान के विभिन्न विभागों में खाली पड़े पदों का मामला भी उठाया. उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल भी किया कि बेरोजगारों को रोजगार देने का वादे का आखिर क्या हुआ.