जयपुर. केंद्र की मोदी सरकार ने आज अपना बजट 2021 पेश किया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बजट को चुनावी बजट करार दिया. जिसके बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पलटवार किया. पूनिया ने कहा कि पश्चिमी बंगाल और असम के चाय बागानों में काम करने वाली महिलाओं और मजदूरों से उन्हें कोई सरोकार नहीं है. इसलिए वो बजट को चुनावी बता रहे हैं.
सतीश पूनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जो बजट पेश किया है. उस बजट ने समाज के हर वर्ग को छुआ है. यह समग्र और समृद्ध बजट है. लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस बजट को चुनावी करार दे रहे हैं. इससे साफ समझ में आता है कि उन्हें पश्चिमी बंगाल, असम के चाय बागानों में काम करने वाले श्रमिकों और महिलाओं की जो स्थिति है उससे कोई सरोकार नहीं है.
पूनिया ने कहा कि गहलोत चाय बागानों में काम करने वाले मजदूरों के अधिकारों पर प्रहार कर रहे हैं. राज्यों में जो 2000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, उसमें किसी भी एक राज्य को स्पेसिफिक राहत नहीं दी है. सभी राज्यों को एक साथ लेकर चलने का प्रयास मोदी सरकार ने किया है. जो विपक्ष में बैठे हमारे प्रदेश के नेताओं को रास नहीं आ रहा है.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि राजस्थान को बजट में कुछ नहीं मिला. लेकिन उन्हें यह पता होना चाहिए कि बजट किसी एक राज्य का नहीं होता बल्कि पूरे देश का होता है. बजट में सभी राज्यों को एक साथ लेकर चलना ही मोदी सरकार की पहचान है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जिस तरीके से कोरोना काल में काम किया और उसके बाद के हालातों में जो बजट पेश किया है वो विपक्ष को रास नहीं आ रहा है. जबकि विपक्ष को इस बजट के लिए पीएम मोदी और वित्त मंत्री का आभार जताना चाहिए.