जयपुर. प्रदेश कांग्रेस और सरकार में चल रहे सियासी उठापटक के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने एक बड़ा बयान देते हुए यह साफ कर दिया कि भाजपा अब 2023 में ही कांग्रेस से दो-दो हाथ (Poonia statement on resigns of Congress MLAs) करेगी. पूनिया ने कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफे को पाखंड बताते हुए मंत्रियों के सरकारी सुख सुविधाएं भोगने पर भी सवाल खड़े किए हैं.
सोमवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने यह बयान दिया. राजस्थान कांग्रेस और सरकार में चल रहे सियासी संग्राम के बीच के इस बयान से यह भी साफ हो गया कि प्रदेश कांग्रेस और सरकार पर चल रहे संकट पर भाजपा की नजर तो है, लेकिन अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी किसी भी प्रकार के बड़े उलटफेर के पक्ष में नहीं है, जिससे भाजपा की छवि पर असर पड़े.
यही कारण है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया कहते हैं कि मौजूदा सियासी संकट तो कांग्रेस पर से कुछ दिन के लिए टल जाएगा, लेकिन साल 2023 और उसके बाद का संकट कोई नहीं टाल सकता. पूनिया कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी एक अच्छी दर्शक और श्रोता है और लोकतंत्र की परंपरा और व्यवस्थाओं में भरोसा भी रखती है. इसीलिए हमने सब्र कर लिया है. साल 2023 में ही अब कांग्रेस से दो-दो हाथ करेंगे.
कांग्रेस विधायकों का इस्तीफा है पाखंड: एक सवाल के जवाब में पूनिया ने कहा कि इस्तीफे महज पाखंड के अलावा और कुछ नहीं है. यदि पार्टी विधायकों को और मंत्रियों को इस्तीफा ही देना था तो फिर इस्तीफा देने के बाद सरकार के मंत्रियों को सरकारी बंगला, गाड़ी और सुरक्षा छोड़ देना चाहिए थी. गौरतलब है कि पिछले दिनों प्रदेश में नए मुख्यमंत्री के नाम के चयन को लेकर जयपुर आए कांग्रेस पर्यवेक्षक से नाराज कांग्रेस के कई विधायक और मौजूदा मंत्रियों ने अपने इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिए थे, जिस पर अब तक विधानसभा अध्यक्ष ने कोई निर्णय नहीं दिया.