जयपुर. प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया ने भी कह दिया है कि प्रदेश की गहलोत सरकार अल्पमत में आ गई है. भाजपा अब आगे की रणनीति बना रही है. पूनिया का ये बयान अपने आप में प्रदेश में होने वाले बड़े राजनीतिक उठापटक की ओर इशारा कर रहा है. वहीं मौजूदा घटनाक्रम में अब मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व में भाजपा लगाए गए आरोपों को भी बल मिला है.
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दरअसल रविवार को उप मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ सचिन पायलट के ऑफिशियल व्हाट्सएप ग्रुप में सोमवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होने और 30 विधायकों के समर्थन से जुड़े मैसेज के बाद भाजपा नेता भी प्रदेश में नई सरकार की संभावनाओं पर रणनीति बनाने पर जुट गए हैं. यहीं कारण है कि जब इस संबंध में ईटीवी संवाददाता ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से फोन पर बात की तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि प्रदेश की सरकार अल्पमत में आ चुकी है और भाजपा अब आगे की रणनीति बनाने में जुटी है. हालांकि रणनीति क्या होगी, इस बारे में पूनिया ने कुछ नहीं कहा. पूनिया दूसरे सवालों को भी वे टाल गए. पूनिया ने यह साफ कर दिया कि कांग्रेस की आंतरिक कलह थी जिसकी वजह से सरकार अल्पमत में आई है. इसमें भाजपा का कोई रोल नहीं है.
दिल्ली भाजपा का रहेगा अहम रोल
इस पूरे घटनाक्रम के बाद यह भी साफ हो गया है कि यदि कुछ उठापटक होती है तो प्रदेश भाजपा से ज्यादा इसमें दिल्ली आलाकमान का रोल रहेगा. संभवत यह भी माना जा रहा है कि कांग्रेस के कई विधायक दिल्ली भाजपा के बड़े नेताओं के संपर्क में है. चर्चा यह भी है कि यहीं संपर्क प्रदेश की सियासत में बड़े उठापटक कर सकती है. हालांकि प्रदेश भाजपा के नेता फिलहाल तमाम घटनाक्रम को देख रहे हैं और आगे की रणनीति के लिए पार्टी आलाकमान से संपर्क में है.